Maya devi sadhana shivir
मुंबई के निकट वज्रेश्वरी मे माता माया देवी की साधना शिविर का आयोजन होने जा रहा है. इस साधना की खास बात यह है कि इनकी साधना से माता काली व माता कामख्या की भी कृपा प्राप्त होती है.
माया देवी भौतिक सुख व मोक्ष प्रदान करती है. माता काली आकर्षण शक्ति के साथ शत्रु व तंत्र बाधा से सुरक्षा प्रदान करती है. वही माता कामख्या हर तरह के आर्थिक बंधन, नौकरी बंधन, विवाह बंधन, ब्यापार बंधन, नजर बंधन से मुक्ति दिलाती है.
इसमें भाग लेने के दो तरीके है एक तो शिविर मे आकर साधना में भाग ले सकते है दूसरा आप ऑनलाइन भी भाग ले सकते हैं अगर आप भाग लेना चाहते हैं तो नीचे डिस्क्रिप्शन में लिंक दिया है वहां पर फॉर्म भरकर आप इस शिविर मे शामिल हो सकते है
BOOKING- MAYA DEVI SADHANA SHIVIR
माया देवी साधना FAQ
माया देवी हिंदू धर्म की महत्वपूर्ण देवी हैं, जो शक्ति और माया (भ्रम) की देवी मानी जाती हैं। उनकी साधना करने से साधक को अनेक लाभ प्राप्त होते हैं। यहाँ माया देवी साधना के बारे में अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न (FAQ) दिए गए हैं:
- माया देवी कौन हैं?
- माया देवी हिंदू धर्म में शक्ति और माया (भ्रम) की देवी मानी जाती हैं। वे भगवान विष्णु की पत्नी लक्ष्मी जी की एक रूप हैं।
- माया देवी की साधना का मुख्य उद्देश्य क्या है?
- माया देवी की साधना का मुख्य उद्देश्य माया (भ्रम) से मुक्ति पाना और दिव्य ज्ञान प्राप्त करना है। यह साधना मानसिक और आध्यात्मिक शक्ति को बढ़ाती है।
- माया देवी की साधना के लिए कौन सा मंत्र उपयोगी है?
- माया देवी का प्रमुख मंत्र है: “॥ॐ ह्रीं श्रीं माया देव्यै नमः॥”
- माया देवी की साधना करने के लिए कौन सा दिन शुभ होता है?
- माया देवी की साधना के लिए शुक्रवार और पूर्णिमा का दिन शुभ माना जाता है।
- माया देवी की साधना के लिए कौन सी सामग्री (Samagri) की आवश्यकता होती है?
- लाल कपड़ा, लाल फूल, चंदन, धूप, दीपक, नारियल, मिठाई, और माया देवी की मूर्ति या चित्र।
- क्या माया देवी की साधना घर पर कर सकते हैं?
- हां, माया देवी की साधना घर पर भी की जा सकती है, बशर्ते पूजा स्थल पवित्र और शुद्ध हो।
- माया देवी की साधना का समय क्या होना चाहिए?
- साधना का सबसे उत्तम समय ब्रह्ममुहूर्त (सुबह 4-6 बजे) है, परन्तु साधक अपनी सुविधा अनुसार शाम को भी कर सकते हैं।
- माया देवी की साधना कितने दिनों तक करनी चाहिए?
- साधना की अवधि 21 दिनों से लेकर 108 दिनों तक हो सकती है, लेकिन नियमितता और श्रद्धा महत्वपूर्ण है।
- क्या माया देवी की साधना के दौरान व्रत रखना आवश्यक है?
- यह आवश्यक नहीं है, लेकिन साधना के प्रभाव को बढ़ाने के लिए व्रत रखना लाभकारी हो सकता है।
- क्या माया देवी की साधना करते समय कुछ विशेष नियमों का पालन करना चाहिए?
- हां, साधना के दौरान पवित्रता, सत्य, अहिंसा, और संयम का पालन करना चाहिए।
- क्या माया देवी की साधना के लिए कोई विशेष आसन या मुद्रा है?
- साधक पद्मासन या सिद्धासन में बैठकर साधना कर सकते हैं। ध्यान और एकाग्रता बनाए रखने के लिए यह आसन उपयुक्त हैं।
- माया देवी की साधना के लाभ क्या हैं?
- मानसिक शांति, आध्यात्मिक उन्नति, माया (भ्रम) से मुक्ति, दिव्य ज्ञान, मानसिक शक्ति, और आत्मविश्वास में वृद्धि।
- क्या माया देवी की साधना के दौरान किसी प्रकार के भोग चढ़ाने चाहिए?
- हां, साधना के दौरान मिठाई, फल, नारियल, और दूध का भोग चढ़ाना शुभ होता है।
- क्या माया देवी की साधना करते समय किसी विशेष दिशा में बैठना चाहिए?
- हां, साधना करते समय पूर्व या उत्तर दिशा की ओर मुख करके बैठना शुभ माना जाता है।
- क्या माया देवी की साधना के दौरान कोई विशेष ध्वनि (संगीत) का उपयोग करना चाहिए?
- साधना के दौरान भजन, कीर्तन, या मंत्रों का उच्चारण करना लाभकारी हो सकता है।
- क्या माया देवी की साधना के दौरान ध्यान (Meditation) करना आवश्यक है?
- हां, साधना के दौरान ध्यान करना मानसिक और आध्यात्मिक लाभ को बढ़ाता है।
- क्या माया देवी की साधना से किसी प्रकार का भौतिक लाभ होता है?
- हां, मानसिक शांति और संतुलन के साथ-साथ जीवन में सुख, समृद्धि, और सफलता प्राप्त होती है।
- माया देवी की साधना में कौन-कौन सी बाधाएँ आ सकती हैं?
- ध्यान की कमी, मानसिक विचलन, अनुशासनहीनता, और अनियमितता साधना में बाधा बन सकते हैं।
- क्या माया देवी की साधना में किसी गुरु की आवश्यकता होती है?
- हां, यदि संभव हो तो किसी गुरु के मार्गदर्शन में साधना करना लाभकारी होता है।
- माया देवी की साधना के दौरान किन बातों का ध्यान रखना चाहिए?
- साधना के दौरान पवित्रता, संयम, नियमितता, और मन की एकाग्रता का ध्यान रखना चाहिए।
माया देवी की साधना एक शक्तिशाली और प्रभावी साधना है, जो साधक को मानसिक और आध्यात्मिक शक्ति प्रदान करती है। नियमितता, श्रद्धा, और समर्पण के साथ की गई साधना से साधक को माया (भ्रम) से मुक्ति मिलती है और दिव्य ज्ञान की प्राप्ति होती है।
maya devi ki sadhana jivan me bahut hi jaruri hai..kyoki ma kalika ki krupa ke sath kamakhya devi ki bhi krupa milati hai…. gopal sharma.. rishikesh