संगीत, कला व योग्यता बढाने वाले नृत्य गणपति भगवान गणेश की एक विशिष्ट मुद्रा है जिसमें वे नृत्य करते हुए दिखाई देते हैं। यह मुद्रा भगवान गणेश के हर्षित और उत्साही स्वरूप को दर्शाती है। नृत्य गणपति की मूर्तियां अक्सर गणेश चतुर्थी के दौरान घरों और मंदिरों में स्थापित की जाती हैं। इस रूप में गणपति जी को विशेषकर उन लोगों द्वारा पूजा जाता है जो कला, संगीत, और अभिनय के क्षेत्र में सफलता प्राप्त करना चाहते हैं। नृत्य गणपति की पूजा से कला में उन्नति, मानसिक शांति और आनंदमय जीवन प्राप्त होता है।
नृत्य गणपति मंत्र और उसका अर्थ
मंत्र:
॥ॐ गं ग्लौं नृत्य गणपतये नम:॥ OM GAMM GLAUM NRTYA GANAPATAYE NAMAHA.
अर्थ:
“ॐ” सर्वव्यापक और अनंत ऊर्जा का प्रतीक है, “गं” गणेश जी का बीज मंत्र है, “ग्लौं” शक्तिशाली ध्वनि है जो ऊर्जा को आकर्षित करती है, “नृत्य गणपतये” का अर्थ है नृत्य और कला के देवता गणपति को, और “नम:” का अर्थ है उन्हें नमस्कार। यह मंत्र विशेष रूप से कला, संगीत, और अभिनय में सफलता और आनंद प्राप्त करने के लिए है।
मंत्र के लाभ
- कला में उन्नति: इस मंत्र के जप से कला के क्षेत्र में उन्नति होती है।
- संगीत में प्रगति: संगीत के क्षेत्र में सफलता प्राप्त होती है।
- कार्य सिद्धि: कार्यों में सफलता प्राप्त करने में सहायता करता है।
- अभिनय में सुधार: अभिनय में निपुणता और सुधार प्राप्त होता है।
- तरक्की: जीवन में उन्नति और सफलता प्राप्त होती है।
- योग्यता में वृद्धि: योग्यता और कौशल में वृद्धि होती है।
- आनंदमय जीवन: जीवन में आनंद और खुशहाली आती है।
- मान सम्मान: समाज में मान-सम्मान प्राप्त होता है।
- प्रभावित करने की क्षमता: लोगों को प्रभावित करने की क्षमता बढ़ती है।
- क्लेश मुक्ति: गृह क्लेश और झगड़ों को समाप्त करता है।
- मानसिक शक्ति: मानसिक शक्ति और धैर्य को बढ़ाता है।
- अध्यात्मिक शक्ति: आध्यात्मिक ऊर्जा और जागरूकता को बढ़ाता है।
- गृहस्थ सुख: घर और परिवार में सुख और समृद्धि लाता है।
- परिवार में सुख शांति: परिवार में सुख और शांति बनाए रखता है।
- सफलता: जीवन के हर क्षेत्र में सफलता प्राप्त करने में मदद करता है।
- आत्म-संयम: आत्म-संयम और आत्म-नियंत्रण में सहायता करता है।
- शक्ति: व्यक्तिगत शक्ति और आत्मविश्वास को बढ़ाता है।
- सकारात्मक ऊर्जा: जीवन में सकारात्मक ऊर्जा का संचार करता है।
- समय प्रबंधन: समय प्रबंधन और कार्यकुशलता में सुधार करता है।
- समाज में सम्मान: समाज में मान-सम्मान और प्रतिष्ठा बढ़ाता है।
सामग्री
- गणेश जी की प्रतिमा या चित्र
- लाल या पीला वस्त्र
- रोली या कुमकुम
- चावल
- दूर्वा (दूर्वा घास)
- मोदक या लड्डू
- धूप और दीप
- पुष्प (विशेषकर लाल या पीले फूल)
- पान और सुपारी
- नारियल
मुहूर्त, दिन, और अवधि
- मुहूर्त: पूजा के लिए शुभ मुहूर्त का चयन करें, जैसे कि बुधवार या चतुर्थी तिथि।
- दिन: बुधवार का दिन गणेश जी की पूजा के लिए सबसे उत्तम माना जाता है।
- अवधि: इस मंत्र का जप कम से कम 21 दिन तक प्रतिदिन 108 बार करना चाहिए।
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सावधानियां
- शुद्धता: पूजा और मंत्र जप के दौरान शुद्धता का ध्यान रखें।
- मन की शांति: मन को शांत और एकाग्र रखें।
- समय: प्रतिदिन एक ही समय पर मंत्र जप करें।
- भक्ति: सच्ची भक्ति और विश्वास के साथ मंत्र जप करें।
- आसन: पूजा के दौरान एक साफ आसन का प्रयोग करें।
नृत्य गणपति मंत्र अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न
- नृत्य गणपति की पूजा क्यों महत्वपूर्ण है?
- नृत्य गणपति की पूजा कला, संगीत, और अभिनय के क्षेत्र में उन्नति और सफलता प्राप्त करने के लिए महत्वपूर्ण है।
- नृत्य गणपति मंत्र कब जपना चाहिए?
- इस मंत्र का जप बुधवार या चतुर्थी तिथि को करना सबसे शुभ होता है।
- इस मंत्र का जप कैसे करना चाहिए?
- शुद्धता और एकाग्रता के साथ, कम से कम 108 बार प्रतिदिन जप करें।
- क्या नृत्य गणपति मंत्र केवल कलाकारों के लिए है?
- नहीं, यह मंत्र मानसिक शांति, आर्थिक समस्या का समाधान, और पारिवारिक सुख के लिए भी लाभकारी है।
- क्या इस मंत्र का जप करने से आर्थिक समस्याएं दूर हो सकती हैं?
- हां, इस मंत्र का जप आर्थिक समस्याओं का समाधान करता है।
- नृत्य गणपति की पूजा के लिए कौन सा फूल सबसे अच्छा है?
- लाल या पीले फूल नृत्य गणपति की पूजा के लिए उत्तम माने जाते हैं।
- क्या इस मंत्र का जप विघ्नों से सुरक्षा करता है?
- हां, यह मंत्र जीवन में विघ्नों और परेशानियों से सुरक्षा प्रदान करता है।
- क्या इस मंत्र का जप किसी विशेष समय पर करना चाहिए?
- हां, सुबह या संध्या के समय इस मंत्र का जप सबसे अच्छा होता है।
- इस मंत्र का जप कितने दिन तक करना चाहिए?
- कम से कम 21 दिन तक नियमित रूप से इस मंत्र का जप करना चाहिए।
- क्या नृत्य गणपति की पूजा में मोदक का भोग लगाना चाहिए?
- हां, मोदक गणेश जी को बहुत प्रिय है और इसका भोग लगाना चाहिए।
- क्या इस मंत्र का जप संतान बाधा दूर कर सकता है?
- हां, इस मंत्र के जप से संतान प्राप्ति की बाधाएं दूर हो सकती हैं।