The Transformative Power of Padmanabha Mantra

The Transformative Power of Padmanabha Mantra

पद्मनाभ मंत्र – समृद्धि और सुरक्षा का मार्ग

पद्मनाभ मंत्र भगवान विष्णु के एक विशेष रूप, अनंत पद्मनाभ, की कृपा पाने का अत्यंत प्रभावी उपाय है। इस मंत्र के जप से व्यक्ति के जीवन में सुख, समृद्धि, कार्यसिद्धि और मानसिक शांति की प्राप्ति होती है। इस मंत्र का उच्चारण भक्त को समस्त दिशाओं से सुरक्षा प्रदान करता है और उसे हर कठिनाई से बचाता है।

विनियोग मंत्र

विनियोग मंत्र का उच्चारण इस प्रकार है:

ॐ अस्य श्री पद्मनाभ मंत्रस्य, ब्रह्मा ऋषिः, गायत्री छन्दः, श्री पद्मनाभ देवता। धर्मार्थकाममोक्षार्थे जपे विनियोगः॥

दसों दिशाओं का दिग्बंधन मंत्र

दिग्बंधन मंत्र व्यक्ति को दसों दिशाओं से सुरक्षा प्रदान करता है। यह मंत्र व्यक्ति को अदृश्य बाधाओं से बचाता है और उसे आध्यात्मिक उन्नति की ओर अग्रसर करता है। मंत्र निम्नलिखित है:

ॐ ह्रां ह्रीं ह्रूं ह्रैः ह्रौं ह्रः दिशां बंधय बंधय ॐ नमः॥

अर्थ: इस मंत्र द्वारा हम दसों दिशाओं को बांधकर भगवान की कृपा से सुरक्षित होते हैं। (प्रत्येक दिशा की तरफ मुंह दिग्बंधन मंत्र का जप करे व चुटकी बजायें )

पद्मनाभ मंत्र व उसका संपूर्ण अर्थ

ॐ ऐं ह्रीं श्रीं पद्मनाभाय चतुर्दिशां रक्षतु कार्य सिद्धिं कुरु कुरु नमः॥

अर्थ: हे भगवान पद्मनाभ, आप मुझे चारों दिशाओं से सुरक्षा प्रदान करें और मेरे सभी कार्य सिद्ध करें।

पद्मनाभ मंत्र से लाभ

  1. मानसिक शांति और एकाग्रता।
  2. परिवार में सुख-शांति का वास।
  3. आर्थिक समस्याओं का समाधान।
  4. जीवन की समस्त बाधाओं से मुक्ति।
  5. करियर में उन्नति और सफलता।
  6. संतान सुख की प्राप्ति।
  7. रोगों से मुक्ति।
  8. जीवन में शुभता और समृद्धि।
  9. शत्रुओं से रक्षा।
  10. आत्मविश्वास में वृद्धि।
  11. वैवाहिक जीवन में मधुरता।
  12. शिक्षा में सफलता।
  13. आध्यात्मिक उन्नति।
  14. अकाल मृत्यु से बचाव।
  15. दीर्घायु की प्राप्ति।
  16. गृह कलह से मुक्ति।
  17. ईश्वर का आशीर्वाद।

मंत्र जप विधि

मंत्र जप का दिन: इस मंत्र का जप विशेषतः पद्मनाभ द्वादशी, एकादशी या पूर्णिमा के दिन से प्रारंभ करें। एक शालीग्राम ले ले। शालीग्राम न मिले तो कोई भी काला पत्थर ले ले। फिर उसे पानी, कच्चे दूध, पानी से धो ले। अपने सामने भगवान विष्णू के फोटो के साथ रखे। घी का दीपक जलाये। अब ढीले ढाले वस्त्र पहनकर सामने बैठ जाये। अब लक्ष्मी मुद्रा लगाकर २१ माला पद्मनाभ मंत्र का जप करे। मंत्र जप के बाद किसी को भोजन या फल दान करे। और उस शालीग्राम को अपने घर के मंदिर, तिजोरी, गल्ले या अलमारी मे रखे।

Padmanabh shaligram mantra- Video

अवधि: एक दिन

मंत्र जप संख्या: २१ माला (२२६८ मंत्र) का जप करें।

सामग्री

  1. पीला आसन।
  2. तुलसी की माला।
  3. दीपक।
  4. शुद्ध जल।
  5. धूप, फूल और अक्षत।

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मंत्र जप के नियम

  1. उम्र 20 वर्ष के ऊपर हो।
  2. स्त्री-पुरुष दोनों जप कर सकते हैं।
  3. नीले या काले कपड़े न पहनें।
  4. धूम्रपान, मद्यपान और मांसाहार से बचें।
  5. ब्रह्मचर्य का पालन करें।

मंत्र जप में सावधानियाँ

मंत्र जप के दौरान मानसिक शुद्धता बनाए रखें। मन को इधर-उधर की बातों से भटकने न दें। जप में एकाग्रता और पूर्ण भक्ति आवश्यक है।

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पद्मनाभ मंत्र प्रश्न-उत्तर

प्रश्न: क्या पद्मनाभ मंत्र किसी भी समय जपा जा सकता है?

उत्तर: हां, लेकिन ब्रह्म मुहूर्त या प्रदोष काल में जप करने से अधिक लाभ मिलता है।

प्रश्न: क्या स्त्रियाँ इस मंत्र का जप कर सकती हैं?

उत्तर: हां, 20 वर्ष से ऊपर की स्त्रियाँ भी इस मंत्र का जप कर सकती हैं।

प्रश्न: क्या मंत्र जप के दौरान मासाहार कर सकते हैं?

उत्तर: नहीं, मंत्र जप के दौरान शुद्ध शाकाहारी भोजन करें।

प्रश्न: मंत्र जप कितने दिनों तक करना चाहिए?

उत्तर: कम से कम 11 दिन और अधिकतम 21 दिन तक इस मंत्र का नियमित जप करें।

प्रश्न: क्या पद्मनाभ मंत्र से कार्यसिद्धि हो सकती है?

उत्तर: हां, यह मंत्र कार्यसिद्धि में विशेष लाभकारी है।

प्रश्न: मंत्र जप के दौरान कौन से रंग के कपड़े पहनने चाहिए?

उत्तर: हल्के रंग, विशेषतः सफेद या पीले रंग के कपड़े पहनने चाहिए।

प्रश्न: क्या मंत्र जप के लिए विशेष सामग्री की आवश्यकता है?

उत्तर: हां, तुलसी की माला, पीला आसन, दीपक और धूप जैसी सामग्री आवश्यक है।

प्रश्न: क्या यह मंत्र आर्थिक समस्याओं का समाधान करता है?

उत्तर: हां, पद्मनाभ मंत्र आर्थिक समस्याओं का समाधान करता है और समृद्धि लाता है।

प्रश्न: क्या यह मंत्र आध्यात्मिक उन्नति के लिए उपयुक्त है?

उत्तर: हां, यह मंत्र आध्यात्मिक उन्नति के लिए अत्यंत उपयुक्त है।