Perform Santoshi Mata Aarti for Prosperity
संतोषी माता की आरती से पाएं शांति और समृद्धि
संतोषी माता की आरती करने से जीवन में संतोष और समृद्धि का आगमन होता है। संतोषी माता हिंदू धर्म में संतोष, धैर्य, और शांति की देवी के रूप में पूजा जाती हैं। यह आरती माता को प्रसन्न करने का एक सरल और प्रभावी तरीका है, जिसमें भक्त श्रद्धा और भक्ति के साथ उनकी स्तुति करते हैं। विशेष रूप से शुक्रवार के दिन संतोषी माता की आरती की जाती है, जब भक्त उपवास रखकर पूजा करते हैं। इस आरती के माध्यम से भक्त माता का आशीर्वाद प्राप्त करते हैं और जीवन में सुख-शांति की प्राप्ति होती है।
संतोषी माता की आरती के लाभ
- जीवन में संतोष और शांति की प्राप्ति होती है।
- आर्थिक स्थिति में सुधार आता है।
- परिवार में प्रेम और सहयोग बढ़ता है।
- मानसिक तनाव और चिंता से मुक्ति मिलती है।
- रोगों से छुटकारा मिलता है।
- वैवाहिक जीवन में सुख और संतोष आता है।
- माता के आशीर्वाद से धन की वृद्धि होती है।
- नकारात्मकता से बचाव होता है।
- संतान प्राप्ति की इच्छा पूरी होती है।
- घर में सुख-शांति और समृद्धि का वास होता है।
- मन में स्थिरता और धैर्य का संचार होता है।
- हर कार्य में सफलता मिलती है।
- परिवार में एकता और समर्पण बढ़ता है।
- माता का आशीर्वाद पूरे परिवार को संरक्षित करता है।
- संकल्प शक्ति में वृद्धि होती है।
- माता की कृपा से कर्ज़ से मुक्ति मिलती है।
- कठिनाइयों से निपटने की क्षमता बढ़ती है।
संतोषी माता की आरती के नियम
- आरती से पहले स्नान कर स्वच्छ वस्त्र पहनें।
- माता के समक्ष दीपक और धूप जलाएं।
- खटाई का सेवन न करें।
- गुड़ और चने का भोग अर्पित करें।
- ध्यान और मन की शुद्धता का विशेष ध्यान रखें।
Know more about santoshi mata vrat
संतोषी माता की संपूर्ण आरती
जय संतोषी माता, मैया जय संतोषी माता।
सद्गुण वैभव शालिनी, सदा भवानी माता।।
जय संतोषी माता, मैया जय संतोषी माता।
सद्गुण वैभव शालिनी, सदा भवानी माता।।
विष्णु भगति प्रकट, यह नाम भवानी।
तुमकी महिमा कोई ना जानी।
जय संतोषी माता, मैया जय संतोषी माता।
सद्गुण वैभव शालिनी, सदा भवानी माता।।
संतोषी माता पूजा जो नारी।
जन्म धारण किया सुमति सुधारी।
जय संतोषी माता, मैया जय संतोषी माता।
सद्गुण वैभव शालिनी, सदा भवानी माता।।
साधुजनों की तुम हो प्रिया।
धन्य पुरुषों की तुम आराध्या।
जय संतोषी माता, मैया जय संतोषी माता।
सद्गुण वैभव शालिनी, सदा भवानी माता।।
माँगें जो श्रद्धा से, वो पावे सारा।
कोई भी दरिद्र न हो, जग में हमारा।
जय संतोषी माता, मैया जय संतोषी माता।
सद्गुण वैभव शालिनी, सदा भवानी माता।।
जो जन संतोषी का व्रत करेगा।
धन, यश और समृद्धि से भरपूर होगा।
जय संतोषी माता, मैया जय संतोषी माता।
सद्गुण वैभव शालिनी, सदा भवानी माता।।
अन्त में हर कठिनाई से मुक्ति होगी।
माता की कृपा से सबकी रक्षा होगी।
जय संतोषी माता, मैया जय संतोषी माता।
सद्गुण वैभव शालिनी, सदा भवानी माता।।
आरती समाप्त।
आरती के दौरान सावधानियाँ
- खटाई का सेवन न करें।
- ध्यान रखें कि पूजा स्थल स्वच्छ हो।
- मन में अशांति या क्रोध न रखें।
- श्रद्धा और भक्ति से आरती करें।
- माता को गुड़-चने का भोग अर्पित करना न भूलें।
आरती किस दिन करनी चाहिए
संतोषी माता की आरती विशेष रूप से शुक्रवार के दिन की जाती है। इस दिन उपवास रखकर माता की पूजा और आरती करना अति शुभ माना जाता है। शुक्रवार को व्रत के साथ आरती करने से माता प्रसन्न होती हैं और भक्तों की सभी इच्छाएँ पूरी करती हैं।
संतोषी माता की आरती- प्रमुख प्रश्न और उत्तर
1. संतोषी माता की आरती किस दिन करनी चाहिए?
उत्तर: संतोषी माता की आरती शुक्रवार के दिन करनी चाहिए।
2. आरती करने का सही समय क्या है?
उत्तर: प्रातः और संध्या के समय आरती करना उत्तम माना जाता है।
3. आरती के दौरान क्या विशेष भोग अर्पित करना चाहिए?
उत्तर: गुड़ और चने का भोग अर्पित करना चाहिए।
4. आरती के समय कौन से मंत्र का उच्चारण करना चाहिए?
उत्तर: “ॐ संतोषी मातायै नमः” मंत्र का उच्चारण करना चाहिए।
5. क्या आरती के दौरान खटाई का सेवन करना वर्जित है?
उत्तर: हाँ, खटाई का सेवन वर्जित है।
6. क्या संतोषी माता की आरती पुरुष भी कर सकते हैं?
उत्तर: हाँ, पुरुष और महिलाएँ दोनों आरती कर सकते हैं।
7. आरती के बाद क्या करना चाहिए?
उत्तर: आरती के बाद प्रसाद वितरित करें और खुद ग्रहण करें।
8. क्या व्रत के बिना भी आरती की जा सकती है?
उत्तर: हाँ, लेकिन व्रत के साथ आरती अधिक फलदायी मानी जाती है।
9. आरती के दौरान दीपक जलाना अनिवार्य है?
उत्तर: हाँ, दीपक जलाना आवश्यक है, जिससे माता प्रसन्न होती हैं।
10. क्या संतोषी माता की आरती घर पर भी की जा सकती है?
उत्तर: हाँ, माता की आरती घर पर भी की जा सकती है।
11. क्या आरती के दौरान कोई विशेष संगीत बजाना चाहिए?
उत्तर: हाँ, भक्ति संगीत या आरती गीत बजाना शुभ माना जाता है।
12. क्या बच्चों को भी आरती में शामिल करना चाहिए?
उत्तर: हाँ, बच्चों को आरती में शामिल करना शुभ होता है।
संतोषी माता की आरती जीवन में संतोष, धैर्य और समृद्धि लाने का एक मार्ग है। श्रद्धा और भक्ति के साथ आरती करने से माता संतोषी का आशीर्वाद प्राप्त होता है।