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Rati Kavacham Unlock Love and Harmony

रति कवचम् के अद्भुत लाभ: वैवाहिक जीवन और संबंधों में संतुलन कैसे पाएं?

रति कवचम् प्रेम, आकर्षण, और सौहार्द्र का प्रतीक है, जिसे रति देवी की कृपा प्राप्त करने के लिए किया जाता है। यह कवच मानसिक शांति, प्रेम और वैवाहिक जीवन में संतुलन प्रदान करता है। रति देवी, जो कामदेव की पत्नी हैं, प्रेम, आकर्षण और आत्मिक संबंधों की देवी मानी जाती हैं। उनका यह कवच उनके आशीर्वाद को प्राप्त करने और प्रेम में स्थिरता लाने में सहायक होता है।

संपूर्ण रति कवचम् व उसका अर्थ

रति कवच एक मंत्रमय कवच है जो साधक को जीवन में प्रेम, आकर्षण और दांपत्य जीवन की रक्षा प्रदान करता है।

रति कवचम् मंत्र

ॐ रत्यै नमः।
ॐ ह्रीं रत्यै अंगे रक्ष।
ॐ श्रीं रत्यै नेत्रे रक्ष।
ॐ क्लीं रत्यै शिरो रक्ष।
ॐ ऐं रत्यै मुखे रक्ष।
ॐ सौह रत्यै सर्वांग रक्ष।
ॐ रत्यै स्वाहा।

रति कवचम् का अर्थ

  1. ॐ रत्यै नमः: रति देवी को प्रणाम।
  2. ॐ ह्रीं रत्यै अंगे रक्ष: मेरे शरीर के अंगों की रक्षा करें।
  3. ॐ श्रीं रत्यै नेत्रे रक्ष: मेरी दृष्टि में प्रेम और आकर्षण का संचार करें।
  4. ॐ क्लीं रत्यै शिरो रक्ष: मेरे मस्तक में शांत और संयमित विचार भरें।
  5. ॐ ऐं रत्यै मुखे रक्ष: मेरे मुख की वाणी मधुर और प्रभावी हो।
  6. ॐ सौह रत्यै सर्वांग रक्ष: रति देवी मेरे सम्पूर्ण शरीर की रक्षा करें।
  7. ॐ रत्यै स्वाहा: रति देवी को समर्पण और आशीर्वाद प्राप्ति का अंतिम मंत्र।

रति कवचम् के लाभ

  1. प्रेम में स्थिरता आती है।
  2. आत्मिक आकर्षण की वृद्धि होती है।
  3. वैवाहिक जीवन में संतुलन बना रहता है।
  4. मानसिक शांति प्राप्त होती है।
  5. दांपत्य संबंधों में मिठास आती है।
  6. आपसी समझ और सामंजस्य में वृद्धि होती है।
  7. रिश्तों में आई कठिनाइयों का समाधान मिलता है।
  8. आत्म-विश्वास में बढ़ोतरी होती है।
  9. काम और व्यक्तिगत जीवन में समर्पण बढ़ता है।
  10. पारिवारिक जीवन सुखमय होता है।
  11. बाहरी नकारात्मक प्रभावों से बचाव होता है।
  12. बुरी नज़र से रक्षा होती है।
  13. मनोबल और साहस की वृद्धि होती है।
  14. प्रेम संबंधों में मजबूती आती है।
  15. रिश्तों में सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है।
  16. सौंदर्य और आत्मिक आकर्षण में वृद्धि होती है।
  17. जीवन में प्रेम और सौहार्द्र बना रहता है।

रति कवचम् विधि

दिन

इस कवच का जाप किसी भी शुभ दिन से प्रारंभ किया जा सकता है, विशेषकर शुक्रवार को इसका विशेष महत्व होता है क्योंकि यह रति देवी से जुड़ा हुआ है।

अवधि

रति कवच का जप 41 दिन तक प्रतिदिन नियमित रूप से करना चाहिए। प्रत्येक दिन कम से कम एक माला (108 बार) जाप करना चाहिए।

मुहूर्त

जप के लिए ब्रह्म मुहूर्त सबसे शुभ माना जाता है। यदि संभव न हो, तो किसी भी शांत समय का चयन किया जा सकता है, जैसे सुबह या शाम।

रति कवचम् के नियम

  1. पूजा और साधना को गुप्त रखें: रति कवच की साधना को गुप्त रूप से करना चाहिए, जिससे उसका प्रभाव और भी अधिक बढ़े।
  2. शुद्धता का पालन करें: साधना के दौरान साधक को शुद्ध वस्त्र पहनने चाहिए और साफ-सुथरा वातावरण होना चाहिए।
  3. नियमितता का पालन करें: साधना को नियमित रूप से 41 दिनों तक करना अनिवार्य है।
  4. शाकाहारी भोजन करें: इस साधना के दौरान साधक को शुद्ध शाकाहारी भोजन का सेवन करना चाहिए।
  5. व्रत का पालन: साधना के दौरान व्रत का पालन करना चाहिए।

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रति कवचम् साधना में सावधानियां

  1. साधना के दौरान मन को भटकने न दें।
  2. नीले या काले वस्त्र न पहनें।
  3. साधना करते समय किसी प्रकार के नकारात्मक विचारों से दूर रहें।
  4. साधना में ध्यान और एकाग्रता बनाए रखें।
  5. साधना के दौरान मांस, मदिरा और अन्य तामसिक पदार्थों का सेवन न करें।
  6. किसी भी प्रकार की व्यावधान से बचें।
  7. साधना को समय से पहले न छोड़ें।
  8. साधना पूरी होने तक किसी को इसके बारे में न बताएं।

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रति कवचम् से जुड़े प्रश्न और उनके उत्तर

1. रति कवचम् क्या है?

उत्तर: रति कवचम् एक शक्ति से भरा हुआ मंत्र है, जो प्रेम, आकर्षण और दांपत्य जीवन में संतुलन और सुरक्षा प्रदान करता है। इस कवच का प्रयोग रति देवी की कृपा पाने के लिए किया जाता है।

2. रति कवचम् का प्रभाव कब तक दिखता है?

उत्तर: यदि सही विधि और नियमों का पालन करते हुए जप किया जाए, तो इसका प्रभाव साधक को 41 दिनों के भीतर दिखने लगता है। हालांकि, यह व्यक्ति की आस्था और एकाग्रता पर भी निर्भर करता है।

3. क्या रति कवचम् का जाप सभी कर सकते हैं?

उत्तर: नही, रति कवच का जाप महिलायें कर सकती है, बशर्ते वे निर्धारित नियमों का पालन करें और शुद्ध मन से साधना करें।

4. रति कवचम् से किन समस्याओं का समाधान हो सकता है?

उत्तर: इस कवच से प्रेम-संबंधी समस्याएं, दांपत्य जीवन की कठिनाइयां, और रिश्तों में आई दरारें ठीक हो सकती हैं। यह कवच मानसिक शांति और आत्मिक आकर्षण को भी बढ़ाता है।

5. रति कवचम् का जाप कब करना चाहिए?

उत्तर: रति कवच का जाप प्रातः ब्रह्म मुहूर्त में करना सबसे शुभ होता है, हालांकि साधक इसे किसी भी शांत और ध्यान केंद्रित करने वाले समय में कर सकता है।

6. क्या रति कवचम् से प्रेम संबंधों में सुधार हो सकता है?

उत्तर: हां, रति कवच प्रेम संबंधों में सुधार लाने और आत्मिक आकर्षण को बढ़ाने में सहायक होता है। इसका प्रभाव रिश्तों में सकारात्मक बदलाव लाने में देखा गया है।

7. रति कवचम् का प्रभाव कैसे बढ़ाया जा सकता है?

उत्तर: साधना को गुप्त रखना, नियमों का सख्ती से पालन करना, और शुद्धता बनाए रखना रति कवच के प्रभाव को बढ़ाने के महत्वपूर्ण तरीके हैं।

8. क्या रति कवचम् से आत्मिक शांति मिलती है?

उत्तर: हां, रति कवच का जाप मन को शांत और सकारात्मक ऊर्जा से भर देता है, जिससे साधक को आत्मिक शांति प्राप्त होती है।

9. क्या रति कवचम् का जाप किसी विशेष मुहूर्त में ही करना चाहिए?

उत्तर: जप के लिए ब्रह्म मुहूर्त सबसे उत्तम होता है, लेकिन अगर यह संभव न हो तो साधक किसी भी समय जब मन शांत हो, जाप कर सकता है।

10. रति कवचम् का जप कितनी बार करना चाहिए?

उत्तर: प्रतिदिन कम से कम एक माला (108 बार) का जाप करना चाहिए। साधक 41 दिनों तक नियमित रूप से इस मंत्र का जप कर सकता है।

11. क्या साधना के दौरान कोई विशेष पूजा करनी होती है?

उत्तर: साधना के दौरान रति देवी की पूजा के साथ दीपक जलाना, सुगंधित धूप अर्पित करना, और शुद्ध पुष्प अर्पित करना चाहिए। साधक को हर दिन देवी को प्रणाम करना चाहिए।

12. साधना के दौरान किन वस्त्रों का चयन करना चाहिए?

उत्तर: साधक को सफेद या लाल वस्त्र धारण करना चाहिए, जो शुद्धता और सकारात्मक ऊर्जा का प्रतीक माने जाते हैं।

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