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संकटमोचन हनुमान / Sankat Mochan Hanuman Mantra

संकटमोचन हनुमान मंत्र – संकटों से मुक्ति और सफलता पाने का अचूक उपाय

संकटमोचन हनुमान मंत्र एक अत्यंत प्रभावशाली और पवित्र मंत्र है, जिसे सभी प्रकार के संकटों, समस्याओं, और विपत्तियों से मुक्ति पाने के लिए जपा जाता है। संकटों से घिरे हुए व्यक्ति इस मंत्र का जप करके भगवान हनुमान की कृपा और आशीर्वाद प्राप्त कर सकते हैं। संकटमोचन का अर्थ ही है “जो संकटों का नाश करता है”। यह मंत्र भगवान हनुमान की उग्र और भक्तिपूर्ण शक्ति का प्रतिनिधित्व करता है और यह भक्तों को अद्भुत शक्ति, साहस और सफलता प्रदान करता है। जो व्यक्ति नियमित रूप से इस मंत्र का जप करता है, वह अपने जीवन के सभी संकटों से मुक्ति पाता है।

संकटमोचन हनुमान मंत्र और उसका अर्थ

मंत्र:

ॐ हं संकटमोचन हनुमंते फ्रौं नम:

अर्थ:

इस मंत्र में ‘ॐ’ से भगवान की शक्ति का आह्वान किया जाता है। ‘हं’ भगवान हनुमान के शक्ति स्वरूप का प्रतीक है। ‘संकटमोचन हनुमंते’ का अर्थ है, संकटों को दूर करने वाले हनुमान जी को प्रणाम। ‘फ्रौं’ एक शक्तिशाली बीज मंत्र है, जो नकारात्मक ऊर्जाओं और बाधाओं का नाश करता है। ‘नम:’ भगवान हनुमान को समर्पण और नमन का संकेत देता है। यह मंत्र भगवान हनुमान से संकटों और समस्याओं से रक्षा और मुक्ति के लिए आशीर्वाद मांगता है।

संकटमोचन हनुमान मंत्र के १७ लाभ

  1. जीवन के सभी संकटों से मुक्ति।
  2. मानसिक शांति और स्थिरता की प्राप्ति।
  3. शत्रुओं पर विजय प्राप्त होती है।
  4. नकारात्मक शक्तियों और बुरी दृष्टि से सुरक्षा।
  5. शारीरिक और मानसिक बल की वृद्धि।
  6. धन और समृद्धि का मार्ग प्रशस्त होता है।
  7. रोगों से रक्षा और स्वास्थ्य में सुधार।
  8. भय और चिंता का नाश।
  9. कार्यों में सफलता प्राप्त होती है।
  10. भगवान हनुमान की कृपा और आशीर्वाद प्राप्त होते हैं।
  11. दुर्घटनाओं से बचाव और सुरक्षा।
  12. मानसिक तनाव से मुक्ति।
  13. आध्यात्मिक उन्नति और आत्म-विश्वास में वृद्धि।
  14. वैवाहिक जीवन में शांति और समृद्धि।
  15. अनिष्ट ग्रहों के प्रभाव से बचाव।
  16. परिवारिक जीवन में सुख और समृद्धि।
  17. धार्मिक और आध्यात्मिक जागरूकता में वृद्धि।

संकटमोचन हनुमान मंत्र जप विधि

मंत्र जप का दिन, अवधि, और मुहूर्त:

संकटमोचन हनुमान मंत्र का जप किसी भी दिन प्रारंभ किया जा सकता है, लेकिन मंगलवार और शनिवार को विशेष रूप से शुभ माना जाता है। प्रातःकाल ब्रह्ममुहूर्त (सुबह 4 से 6 बजे) या संध्या समय को जप के लिए उत्तम समय माना गया है। मंत्र जप की अवधि ११ से २१ दिन तक होनी चाहिए, ताकि मंत्र का प्रभाव तीव्र और स्थायी हो।

मंत्र जप की विधि और सामग्री

सामग्री:

  • तुलसी या रुद्राक्ष की माला।
  • शुद्ध घी का दीपक।
  • ताजे लाल फूल।
  • अगरबत्ती या धूप।
  • भगवान हनुमान की प्रतिमा या चित्र।

मंत्र जप की संख्या:

प्रतिदिन ११ माला का जप करें, यानि ११८८ मंत्रों का जप। माला को घुमाते समय मन को शांत और एकाग्र रखें और हर मंत्र का सही उच्चारण करें।

मंत्र जप के नियम

  1. मंत्र जप के लिए आपकी उम्र कम से कम २० वर्ष होनी चाहिए।
  2. स्त्री और पुरुष दोनों इस मंत्र का जप कर सकते हैं।
  3. जप के समय नीले और काले रंग के कपड़े न पहनें।
  4. धूम्रपान, मद्यपान, और मांसाहार का सेवन न करें।
  5. ब्रह्मचर्य का पालन करें और मन को शुद्ध रखें।
  6. जप के दौरान किसी भी प्रकार की नकारात्मकता से बचें।

जप के समय सावधानियाँ

  1. जप के दौरान पूरी श्रद्धा और विश्वास रखें।
  2. ध्यान रखें कि जप करते समय शुद्धता और ब्रह्मचर्य का पालन करें।
  3. मन, वचन और कर्म से पवित्र रहें।
  4. किसी प्रकार की नकारात्मक सोच से बचें और सकारात्मक ऊर्जा को आकर्षित करें।
  5. जप के समय अशुद्ध स्थानों पर न बैठें और उचित आसन का प्रयोग करें।
  6. जप समाप्त होने के बाद भगवान हनुमान के चरणों में फूल अर्पित करें और उनके आशीर्वाद की कामना करें।

संकटमोचन हनुमान मंत्र से जुड़े प्रश्न और उत्तर

प्रश्न 1: संकटमोचन हनुमान मंत्र क्या है?

उत्तर: यह एक अत्यंत शक्तिशाली मंत्र है जिसे भगवान हनुमान से संकटों और समस्याओं से मुक्ति पाने के लिए जपा जाता है।

प्रश्न 2: इस मंत्र का जप कौन कर सकता है?

उत्तर: कोई भी व्यक्ति जो २० वर्ष से अधिक उम्र का है, चाहे वह स्त्री हो या पुरुष, इस मंत्र का जप कर सकता है।

प्रश्न 3: संकटमोचन हनुमान मंत्र का जप कब करना चाहिए?

उत्तर: इस मंत्र का जप प्रातःकाल ब्रह्ममुहूर्त में या संध्या समय में करना सर्वोत्तम है, विशेषकर मंगलवार और शनिवार को।

प्रश्न 4: क्या संकटमोचन हनुमान मंत्र शत्रुओं का नाश करता है?

उत्तर: हां, इस मंत्र के जप से शत्रुओं पर विजय प्राप्त होती है और दुष्ट शक्तियों का नाश होता है।

प्रश्न 5: क्या इस मंत्र से मानसिक शांति प्राप्त होती है?

उत्तर: हां, इस मंत्र का जप करने से मानसिक शांति और स्थिरता प्राप्त होती है।

प्रश्न 6: क्या महिलाएं इस मंत्र का जप कर सकती हैं?

उत्तर: हां, महिलाएं भी इस मंत्र का जप कर सकती हैं, बशर्ते वे आवश्यक नियमों का पालन करें।

प्रश्न 7: क्या इस मंत्र का जप आर्थिक समस्याओं का समाधान करता है?

उत्तर: हां, संकटमोचन हनुमान मंत्र के जप से आर्थिक संकटों से मुक्ति मिलती है और समृद्धि प्राप्त होती है।

प्रश्न 8: संकटमोचन हनुमान मंत्र से स्वास्थ्य में कैसे सुधार होता है?

उत्तर: इस मंत्र का जप रोगों से रक्षा करता है और शारीरिक बल को बढ़ाता है।

प्रश्न 9: क्या इस मंत्र का जप किसी भी माला से किया जा सकता है?

उत्तर: हां, रुद्राक्ष या तुलसी माला का प्रयोग इस मंत्र के जप के लिए सबसे उपयुक्त है।

प्रश्न 10: संकटमोचन हनुमान मंत्र से भय कैसे दूर होते हैं?

उत्तर: इस मंत्र के जप से भगवान हनुमान की कृपा से भय, चिंता और मानसिक तनाव समाप्त हो जाते हैं।

प्रश्न 11: क्या इस मंत्र का जप अनिष्ट ग्रहों के प्रभाव से बचाव करता है?

उत्तर: हां, इस मंत्र के नियमित जप से अनिष्ट ग्रहों के प्रभाव का नाश होता है।

प्रश्न 12: क्या संकटमोचन हनुमान मंत्र जीवन में सफलता दिलाता है?

उत्तर: हां, इस मंत्र के जप से व्यक्ति को कार्यों में सफलता प्राप्त होती है और भगवान हनुमान का आशीर्वाद मिलता है।

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