Shakti Ganesh Mantra - Path to Success

Shakti Ganesh Mantra – Path to Success

शक्ति गणेश मंत्र के जप से पाएं कार्य सिद्धि और सभी समस्याओं का समाधान

शक्ति गणेश मंत्र भगवान गणेश का एक अत्यंत शक्तिशाली और सिद्ध मंत्र है। गणेशजी को विघ्नहर्ता और बुद्धि, समृद्धि, और सफलता के देवता माना जाता है। शक्ति गणेश मंत्र का जप करने से व्यक्ति के जीवन में आने वाले सभी प्रकार के विघ्नों और बाधाओं का नाश होता है। यह मंत्र विशेष रूप से उन लोगों के लिए लाभकारी है जो किसी भी कार्य में बार-बार विफलता का सामना कर रहे हैं या जिनके जीवन में लगातार बाधाएं आ रही हैं।

शक्ति गणेश मंत्र का विनियोग और संपूर्ण अर्थ

विनियोग

विनियोग का अर्थ होता है मंत्र का उद्देश्य और उसका प्रयोग। यह विनियोग मंत्र के माध्यम से भगवान गणेश की शक्ति और आशीर्वाद प्राप्त करने का तरीका बताता है।

विनियोग मंत्र

“ॐ अस्य श्री शक्ति गणेश मंत्रस्य। ऋषि: नारद ऋषि:। देवता: गणपति:। छन्द: अनुष्टुप्। विनियोग: मम कार्य सिद्धये।”

अर्थ

इस विनियोग मंत्र में कहा गया है कि इस शक्ति गणेश मंत्र के ऋषि नारदजी हैं, देवता गणपति हैं, छंद अनुष्टुप् है, और इसका विनियोग मेरे कार्य सिद्धि के लिए किया जाता है।

शक्ति गणेश मंत्र का संपूर्ण अर्थ

मंत्र:
॥ॐ गं ग्लौं शक्ति गणपतये मम् कार्य सिद्धिम् हुं फट्॥

विस्तृत अर्थ:

  • ॐ: ब्रह्मांडीय ध्वनि और सर्वशक्तिमान की पहचान।
  • गं: गणेशजी का बीज मंत्र, जो विघ्नों को हरने वाला है।
  • ग्लौं: उग्र गणेश बीज मंत्र, जो शक्ति, समृद्धि, और सुरक्षा का प्रतीक है।
  • शक्ति गणपतये: शक्ति स्वरूप भगवान गणेश को समर्पित।
  • मम् कार्य सिद्धिम्: मेरी सभी कार्य सिद्धि के लिए।
  • हुं: ऊर्जा और शक्ति का बीज मंत्र, जो नकारात्मकता को दूर करता है।
  • फट्: सभी बाधाओं और विघ्नों को समाप्त करने का आदेश।

इस प्रकार, इस मंत्र का संपूर्ण अर्थ है:
“ॐ, विघ्नों का हरण करने वाले और शक्ति स्वरूप भगवान गणेश को प्रणाम। कृपया मेरे सभी कार्यों को सिद्ध करें और मेरी सभी बाधाओं को दूर करें।”

शक्ति गणेश मंत्र के लाभ

  1. शारीरिक लाभ:
    मंत्र का जप शारीरिक स्वास्थ्य में सुधार करता है और रोगों से मुक्ति दिलाता है।
  2. मानसिक लाभ:
    तनाव, चिंता, और मानसिक अवरोधों को दूर कर मानसिक शांति प्रदान करता है।
  3. आध्यात्मिक लाभ:
    यह मंत्र साधक को आध्यात्मिक उन्नति की ओर अग्रसर करता है और आंतरिक शक्ति बढ़ाता है।
  4. भौतिक लाभ:
    धन, संपत्ति, और भौतिक सुख-समृद्धि को बढ़ाने में सहायक होता है।
  5. व्यापार में लाभ:
    व्यापार में आ रही समस्याओं को दूर कर व्यापारिक सफलता दिलाता है।
  6. दुकान में लाभ:
    दुकान या व्यवसाय में बिक्री बढ़ाने और लाभ अर्जित करने के लिए सहायक है।
  7. कार्य सिद्धि:
    किसी भी कार्य में सफलता पाने और कठिनाइयों को दूर करने में अत्यधिक प्रभावी है।
  8. बाधा निवारण:
    जीवन की सभी बाधाओं, चाहे वे शारीरिक हों, मानसिक हों या सामाजिक, का नाश करता है।
  9. परिवार में सुख-शांति:
    परिवार में सुख, शांति और समृद्धि को बनाए रखता है।
  10. शत्रु नाश:
    शत्रुओं और विरोधियों से सुरक्षा प्रदान करता है और उनके नकारात्मक प्रभाव को समाप्त करता है।
  11. विद्या और बुद्धि:
    छात्रों के लिए बुद्धि और विद्या की प्राप्ति में सहायक है।
  12. विवाह बाधा निवारण:
    विवाह में आ रही बाधाओं को दूर कर शीघ्र विवाह के योग बनाता है।
  13. जीवन के संकटकाल में मार्गदर्शन:
    जीवन में आने वाले संकटकाल में सही मार्गदर्शन प्राप्त होता है।

शक्ति गणेश मंत्र विधि

मंत्र जप का दिन, अवधि और मुहूर्त:
शक्ति गणेश मंत्र का जप किसी शुभ दिन, जैसे कि बुधवार या गणेश चतुर्थी, से प्रारंभ करना चाहिए। जप की अवधि 11 से 21 दिनों की हो सकती है। ब्रह्म मुहूर्त (सुबह 4 से 6 बजे) या संध्याकाल में मंत्र जप विशेष फलदायी होता है।

मंत्र जप की अवधि:
मंत्र जप 11 से 21 दिनों तक प्रतिदिन करना चाहिए।

सामग्री:
पीले या लाल कपड़े पहनें, मूंगे की माला या रुद्राक्ष माला का उपयोग करें, दीपक जलाएं, और गणेशजी को दूर्वा, मोदक और लाल पुष्प अर्पित करें।

शक्ति गणेश मंत्र जप संख्या:
प्रत्येक दिन 11 माला (1188 मंत्र) का जप करें। माला को अपने दाहिने हाथ में लेकर जप करें।

शक्ति गणेश मंत्र जप के नियम

  1. उम्र:
    जप करने वाले की उम्र 20 वर्ष से अधिक होनी चाहिए।
  2. स्त्री-पुरुष:
    कोई भी स्त्री या पुरुष इस मंत्र का जप कर सकते हैं।
  3. वस्त्र:
    नीले या काले कपड़े न पहनें। सफेद, पीले, या लाल कपड़े पहनें।
  4. आहार:
    धूम्रपान, मांसाहार, और मद्यपान से दूर रहें।
  5. ब्रह्मचर्य:
    जप के दौरान ब्रह्मचर्य का पालन करें।

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शक्ति गणेश मंत्र जप में सावधानी

  1. संयम:
    मन, वचन, और कर्म में संयम रखें। नकारात्मक विचारों से दूर रहें।
  2. स्थान:
    जप के लिए साफ और शांत स्थान का चयन करें।
  3. समर्पण:
    मंत्र जप करते समय पूर्ण श्रद्धा और विश्वास रखें।
  4. आहार:
    शुद्ध शाकाहारी आहार लें और सात्विक भोजन का ही सेवन करें।
  5. दिशा:
    पूर्व या उत्तर दिशा की ओर मुख करके जप करें।

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शक्ति गणेश मंत्र से संबंधित प्रश्न और उत्तर

प्रश्न 1: शक्ति गणेश मंत्र कब जपना चाहिए?
उत्तर: इस मंत्र का जप सुबह के समय ब्रह्म मुहूर्त में या संध्याकाल में करना उत्तम होता है।

प्रश्न 2: क्या महिलाएं भी इस मंत्र का जप कर सकती हैं?
उत्तर: हां, महिलाएं भी इस मंत्र का जप कर सकती हैं, लेकिन मासिक धर्म के दौरान जप से बचें।

प्रश्न 3: क्या नीले कपड़े पहन सकते हैं?
उत्तर: नहीं, जप के दौरान नीले या काले कपड़े पहनने से बचें।

प्रश्न 4: मंत्र जप के लिए कौन सी माला का उपयोग करना चाहिए?
उत्तर: रुद्राक्ष या मूंगे की माला का उपयोग मंत्र जप के लिए करें।

प्रश्न 5: क्या धूम्रपान और मद्यपान के दौरान जप किया जा सकता है?
उत्तर: नहीं, धूम्रपान और मद्यपान से दूर रहकर ही जप करें।

प्रश्न 6: शक्ति गणेश मंत्र के क्या लाभ हैं?
उत्तर: यह शारीरिक, मानसिक, और भौतिक समस्याओं से छुटकारा दिलाता है और कार्य सिद्धि में सहायक है।

प्रश्न 7: क्या इस मंत्र का जप व्यापार में लाभकारी है?
उत्तर: हां, यह मंत्र व्यापार और व्यवसाय में सफलता प्राप्त करने में अत्यधिक लाभकारी है।

प्रश्न 8: क्या शक्ति गणेश मंत्र सभी कार्यों में सफलता दिला सकता है?
उत्तर: हां, इस मंत्र का नियमित जप सभी कार्यों की सफलता में सहायक होता है।

प्रश्न 9: मंत्र जप करते समय किस दिशा में बैठना चाहिए?
उत्तर: पूर्व या उत्तर दिशा की ओर मुख करके बैठना उत्तम है।

प्रश्न 10: क्या इस मंत्र का जप करने के बाद कुछ विशेष करना चाहिए?
उत्तर: हां, गणेशजी को भोग लगाएं और अंत में आरती करें।

प्रश्न 11: क्या शक्ति गणेश मंत्र का जप जीवन में शांति ला सकता है?
उत्तर: हां, यह मंत्र मानसिक शांति, शारीरिक स्वास्थ्य, और परिवारिक सुख-शांति प्रदान करता है।

प्रश्न 12: शक्ति गणेश मंत्र के जप के दौरान क्या सावधानियां बरतनी चाहिए?
उत्तर: जप के दौरान पूर्ण श्रद्धा, ब्रह्मचर्य, और संयम बनाए रखें। स्थान और दिशा का भी ध्यान रखें।