बुधवार, नवम्बर 13, 2024

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Transform Life with Lona Chamari Chalisa

लोना चमारी चालीसा: विधि, नियम और अद्भुत लाभ जो बदल देंगे आपका जीवन

लोना चमारी चालीसा एक शक्तिशाली धार्मिक स्तुति है जो देवी लोना चमारी की महिमा का वर्णन करती है। इसका पाठ करने से साधकों को मानसिक, शारीरिक और आध्यात्मिक शांति प्राप्त होती है। यह चालीसा भक्तों के कष्टों का निवारण करती है और जीवन में सकारात्मक बदलाव लाने में सहायक होती है। इस चालीसा का महत्व गहरा है और इसे श्रद्धा व भक्ति से करने पर देवी की असीम कृपा प्राप्त होती है।

संपूर्ण लोन चमारि चालीसा

दोहा:
श्री गणेश गुरुपद कमल, दीनन की सदा सहाय।
शारदा रचहु सो स्तुति, जो मन को भाए।।

चौपाई:

जय हो लोन चमारि माई।
सर्व जगत में महिमा छाई।।
अखंड शक्ति की तू अवतारी।
करती सबकी तू रखवारी।।

धरती आकाश की तू रानी।
तेरे बिना न हो कल्याणी।।
भक्तों की सुनती है पुकार।
सदा देती है सुख अपार।।

तेरी कृपा से सब काज सिधाई।
दुखिया की चिंता तू मिटाई।।
शरण में जो भी आएं माई।
सदा सुखी हो घर को जाई।।

शत्रु से तू करती रक्षा।
दुख में देती सदा भिक्षा।।
लाखों संकट हर लेती है।
तेरी दया से बिगड़ी बने।।

जो भी तेरा नाम पुकारे।
उसके सारे काज सवारे।।
मां तेरे दरबार में आए।
खाली हाथ कभी न जाए।।

तेरी महिमा अपरंपार।
सब दुख हरे तेरा दरबार।।
निस दिन मां को जो भी ध्यावे।
वह न कभी संकट में आवे।।

भक्तों को तू देती ज्ञान।
मिटा देती हर अज्ञान।।
जो भी दिल से विनती लावे।
सदा सुखी जीवन बितावे।।

चमारि माई की महिमा भारी।
सब दुख हरती अति प्यारी।।
तेरी शरण जो जन आ जाए।
वह सब सुख समृद्धि पाए।।

जय हो लोन चमारि माई।
तेरी महिमा जग में छाई।।
जो भी श्रद्धा से तुझे ध्यावे।
वह तुझसे आशीर्वाद पाए।।

दोहा:
लोन चमारि माई की, जो कोई करे ध्यान।
करुणा बरसे मां सदा, पूरण हो सब काम।।

इस लोन चमारि चालीसा का श्रद्धापूर्वक पाठ करने से भक्तों के कष्टों का निवारण होता है और उनकी सभी मनोकामनाएं पूर्ण होती हैं।

लोना चमारी चालीसा पाठ के लाभ

लोना चमारी चालीसा का पाठ करने से अनेक लाभ होते हैं। यहां प्रमुख लाभ दिए जा रहे हैं:

  1. चालीसा के नियमित पाठ से मानसिक शांति मिलती है।
  2. देवी की कृपा से जीवन की सभी बाधाएं दूर होती हैं।
  3. भक्तों की सभी इच्छाएं पूरी होती हैं।
  4. नकारात्मक ऊर्जाओं से सुरक्षा मिलती है।
  5. आर्थिक परेशानियों का समाधान मिलता है।
  6. पारिवारिक जीवन में सुख और समृद्धि आती है।
  7. रोग और शारीरिक कष्टों का निवारण होता है।
  8. साधना से आत्मविश्वास में वृद्धि होती है।
  9. मनोबल और धैर्य बढ़ता है।
  10. जीवन में नई आशाओं का संचार होता है।
  11. संकट की घड़ी में देवी रक्षा करती हैं।
  12. साधक के जीवन में सकारात्मक परिवर्तन आते हैं।
  13. शत्रु पर विजय प्राप्त होती है।
  14. गृह क्लेश समाप्त होते हैं।
  15. आशीर्वाद से व्यक्ति दीर्घायु होता है।
  16. देवी की कृपा से ज्ञान और बुद्धि में वृद्धि होती है।
  17. साधक के जीवन में सभी कार्य सफल होते हैं।

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लोना चमारी चालीसा पाठ विधि

लोना चमारी चालीसा का पाठ विधिपूर्वक किया जाना चाहिए ताकि देवी की कृपा शीघ्र प्राप्त हो। यहाँ सही विधि दी गई है:

  1. पाठ के लिए 41 दिन का समय सर्वोत्तम माना जाता है।
  2. सुबह स्नान करके स्वच्छ वस्त्र धारण करें।
  3. पूजा स्थल को गंगाजल से पवित्र करें।
  4. देवी लोना चमारी की मूर्ति या तस्वीर के सामने दीप जलाएं।
  5. देवी को पीले फूल, मिठाई और नारियल अर्पित करें।
  6. चालीसा का पाठ पूरी भक्ति और ध्यान के साथ करें।
  7. ध्यान रखें कि पाठ के दौरान कोई भी बाधा न आए।
  8. पाठ पूरा होने के बाद देवी से प्रार्थना करें।
  9. इस विधि को प्रतिदिन एक ही समय पर करें।
  10. 41 दिन पूरे होने के बाद भक्तों को देवी की कृपा प्राप्त होती है।

लोना चमारी चालीसा पाठ के नियम

लोना चमारी चालीसा का पाठ करने के कुछ महत्वपूर्ण नियम होते हैं। इन नियमों का पालन करने से पाठ का प्रभाव बढ़ता है:

  1. साधक को ब्रह्मचर्य का पालन करना चाहिए।
  2. पूजा स्थल और साधना को गुप्त रखें।
  3. पाठ के दौरान शुद्ध और सात्विक भोजन करें।
  4. साधक को अन्य किसी से इस साधना की चर्चा नहीं करनी चाहिए।
  5. चालीसा पाठ के दौरान मन और शरीर को पवित्र रखें।
  6. पाठ के समय ध्यान में केवल देवी लोना चमारी का ही स्मरण करें।
  7. साधक को प्रतिदिन एक ही स्थान पर बैठकर पाठ करना चाहिए।
  8. पाठ करने से पहले पंचामृत से स्नान करें।
  9. पाठ के दौरान अपने मन को एकाग्र रखें।
  10. साधना के दौरान अनावश्यक विचारों से बचें।

लोना चमारी चालीसा पाठ में सावधानियां

लोना चमारी चालीसा के पाठ के दौरान कुछ महत्वपूर्ण सावधानियों का पालन करना अत्यंत आवश्यक है:

  1. चालीसा पाठ के दौरान मन को भटकने न दें।
  2. साधना को गुप्त रखने की आवश्यकता होती है।
  3. पाठ करने के बाद किसी अन्य से चर्चा न करें।
  4. पूजा स्थल को पवित्र और साफ रखें।
  5. पाठ के समय साधक को पूर्ण ध्यान से देवी की स्तुति करनी चाहिए।
  6. पूजा के दौरान मोबाइल और अन्य डिवाइस से दूर रहें।
  7. पाठ का स्थान शांत और बिना शोर-शराबे वाला होना चाहिए।
  8. साधक को व्रत का पालन करना चाहिए।
  9. पाठ के समय किसी भी प्रकार की अनियमितता न करें।
  10. विधि-विधान के अनुसार ही पाठ करें।

लोना चमारी चालीसा पाठ के प्रश्न उत्तर

प्रश्न 1: लोना चमारी चालीसा का महत्व क्या है?

उत्तर: लोना चमारी चालीसा भक्तों के कष्टों का निवारण करती है और मानसिक शांति व समृद्धि प्रदान करती है।

प्रश्न 2: पाठ कब करना चाहिए?

उत्तर: चालीसा का पाठ प्रातःकाल करना सर्वोत्तम माना जाता है। यह समय देवी की कृपा प्राप्त करने का उत्तम होता है।

प्रश्न 3: 41 दिन के पाठ का क्या महत्व है?

उत्तर: 41 दिन के पाठ से साधक की साधना सिद्ध होती है और देवी की विशेष कृपा प्राप्त होती है।

प्रश्न 4: साधना के दौरान क्या खाना चाहिए?

उत्तर: साधक को केवल सात्विक भोजन ग्रहण करना चाहिए। मांसाहार और तामसिक भोजन से दूर रहना चाहिए।

प्रश्न 5: क्या चालीसा का पाठ घर में किया जा सकता है?

उत्तर: हां, चालीसा का पाठ घर में किया जा सकता है। पूजा स्थल को पवित्र रखें और विधिपूर्वक पाठ करें।

प्रश्न 6: चालीसा पाठ के दौरान क्या ध्यान रखना चाहिए?

उत्तर: पाठ के दौरान मन को एकाग्र रखें और साधना को गुप्त रखें। देवी की स्तुति पूरी भक्ति से करें।

प्रश्न 7: चालीसा पाठ के लाभ क्या हैं?

उत्तर: चालीसा पाठ से मानसिक शांति, आर्थिक समृद्धि, शारीरिक स्वास्थ्य, और देवी की कृपा प्राप्त होती है।

प्रश्न 8: पाठ के दौरान किन वस्तुओं का उपयोग करना चाहिए?

उत्तर: पाठ के दौरान दीप, अगरबत्ती, पीले फूल, नारियल और मिठाई का उपयोग करें। पूजा स्थान को पवित्र रखें।

प्रश्न 9: क्या चालीसा पाठ के दौरान माला का उपयोग किया जा सकता है?

उत्तर: हां, माला का उपयोग करके आप अपनी साधना को अधिक प्रभावी बना सकते हैं।

प्रश्न 10: क्या पाठ के दौरान विशेष मंत्रों का उपयोग किया जाता है?

उत्तर: लोना चमारी चालीसा में देवी के विशेष मंत्र शामिल हैं, जिनका उच्चारण पाठ के दौरान किया जाता है।

प्रश्न 11: चालीसा पाठ के बाद क्या करना चाहिए?

उत्तर: पाठ के बाद देवी को प्रणाम करें और आशीर्वाद प्राप्त करें। साधना के बाद शांति बनाए रखें।

प्रश्न 12: क्या पाठ के दौरान विशेष पूजा विधि होती है?

उत्तर: हां, चालीसा पाठ के दौरान विशेष पूजा विधि होती है, जिसमें देवी को अर्पण और ध्यान का प्रमुख स्थान होता है।

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