हनुमान जयंती मंत्र -चारो दिशाओं से सुरक्षा
हनुमान जयंती पर हनुमान जी का मंत्र जाप अत्यंत शुभ और फलदायक माना जाता है। यह मंत्र जीवन की कठिनाइयों, शत्रुओं, और नकारात्मक शक्तियों से रक्षा करता है। हनुमान जी को शक्ति, साहस, और भक्ति का प्रतीक माना जाता है, इसलिए उनके मंत्र का जाप करने से व्यक्ति को शारीरिक, मानसिक, और आध्यात्मिक लाभ प्राप्त होते हैं। यह मंत्र विशेष रूप से ऊपरी बाधाओं, तंत्र बाधाओं, भूत-प्रेत बाधाओं, और नज़र दोष से मुक्ति दिलाता है। भक्त हनुमान जयंती के दिन मंत्र जाप कर हनुमान जी की कृपा प्राप्त करते हैं, जिससे जीवन में शांति और समृद्धि आती है।
हनुमान जयंती के दिन क्या कर चाहिये?
- हनुमान चालीसा का पाठ: हनुमान चालीसा का पाठ करना हनुमान जयंती के अवसर पर बहुत महत्वपूर्ण माना जाता है।
- हनुमान मंदिर जाना: हनुमान जी के मंदिर में जाकर पूजा और अर्चना करना।
- भजन संध्या: हनुमान जी के भजनों का संगीत सुनना और उन्हें गाना।
- सेवा: अनाज, कपड़े, या अन्य आवश्यकताओं के रूप में गरीबों की सेवा करना।
- कथा और कथाकार सुनना: हनुमान जी के कथा और उनकी कृपा के विषय में कथाकारों की कथाएं सुनना।
- प्रार्थना: हनुमान जी से अपनी मनोकामनाओं की प्रार्थना करना और उनसे आशिर्वाद मांगना।
- ध्यान और मनन: हनुमान जी के आदर्शों और गुणों का ध्यान और मनन करना।
हनुमान जयंती मंत्र व उसका अर्थ
“ॐ हं हनुमंते हं नमः” मंत्र का अर्थ है:
- ॐ: ब्रह्मांड की ऊर्जा, सर्वशक्तिमान का प्रतीक।
- हं: हनुमान जी की शक्ति और ऊर्जा का बीज मंत्र।
- हनुमंते: हनुमान जी को समर्पित, जो अपार शक्ति और भक्ति के प्रतीक हैं।
- नमः: हनुमान जी को नमन और समर्पण।
इस मंत्र का अर्थ है, “मैं हनुमान जी को नमन करता हूँ, जो महान शक्ति, भक्ति और साहस के प्रतीक हैं।” यह मंत्र व्यक्ति को शक्ति, साहस और सुरक्षा प्रदान करता है।
हनुमान जयंती के दिन पूजा से लाभ
- आध्यात्मिक उन्नति: हनुमान जी की पूजा से आपकी आध्यात्मिक उन्नति होती है। उनके भक्ति में लगने से मन और आत्मा में शांति और संतोष की भावना होती है।
- कष्ट निवारण: हनुमान जी को संकट मोचन के रूप में जाना जाता है, इसलिए उनकी पूजा से कष्ट और संकटों का निवारण होता है।
- शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य: हनुमान जी की पूजा से शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य में सुधार होता है। उनकी कृपा से रोगों का उपचार होता है और मानसिक चिंताओं को दूर किया जा सकता है।
- धन और समृद्धि: हनुमान जी की पूजा से धन और समृद्धि की प्राप्ति होती है। उनके आशीर्वाद से आपके जीवन में आर्थिक स्थिति में सुधार होता है।
- बल और साहस: हनुमान जी बल और साहस के प्रतीक हैं। उनकी पूजा से आपको बल, साहस और सही निर्णय लेने की क्षमता प्राप्त होती है।
हनुमान जयंती मंत्र लाभ
हनुमान जयंती पर हनुमान मंत्र का जाप अत्यंत शुभ और लाभकारी माना जाता है। यह मंत्र शारीरिक, मानसिक, आध्यात्मिक और ऊपरी बाधाओं से मुक्ति प्रदान करता है। इसके 17 प्रमुख लाभ निम्नलिखित हैं:
- शारीरिक बल में वृद्धि: हनुमान मंत्र का जाप करने से शारीरिक शक्ति और ऊर्जा में बढ़ोतरी होती है।
- मानसिक शांति: इस मंत्र का जाप मानसिक तनाव को दूर कर मन को शांत करता है।
- आध्यात्मिक उन्नति: आध्यात्मिक मार्ग पर चलने वाले साधकों के लिए यह मंत्र अत्यंत लाभकारी होता है।
- ऊपरी बाधाओं से मुक्ति: तांत्रिक क्रियाओं और ऊपरी बाधाओं से रक्षा होती है।
- तंत्र बाधा से सुरक्षा: हनुमान मंत्र का जाप तंत्र बाधाओं से रक्षा करता है और तांत्रिक प्रभावों को नष्ट करता है।
- भूत-प्रेत बाधा का नाश: इस मंत्र से भूत-प्रेत और अन्य नकारात्मक शक्तियों का नाश होता है।
- नज़र दोष से मुक्ति: मंत्र जाप से किसी भी नज़र दोष या बुरी नजर से मुक्ति मिलती है।
- संकटों से रक्षा: जीवन में आने वाले सभी संकटों से हनुमान जी की कृपा से मुक्ति मिलती है।
- स्वास्थ्य लाभ: हनुमान जी की कृपा से शारीरिक रोगों का नाश होता है।
- विवादों से छुटकारा: पारिवारिक और सामाजिक विवादों से मुक्ति मिलती है।
- धन और समृद्धि में वृद्धि: हनुमान जी की पूजा से धन और समृद्धि प्राप्त होती है।
- साहस और धैर्य: हनुमान मंत्र से व्यक्ति का साहस और धैर्य बढ़ता है।
- कुंडली दोषों का निवारण: इस मंत्र से कुंडली में मौजूद दोषों का निवारण होता है।
- यात्रा में सुरक्षा: लंबी और जोखिमपूर्ण यात्राओं में भी सुरक्षा बनी रहती है।
- ज्ञान और बुद्धि में वृद्धि: हनुमान मंत्र से व्यक्ति की बुद्धि और ज्ञान का विकास होता है।
- आत्मविश्वास में वृद्धि: इस मंत्र के जाप से आत्मविश्वास बढ़ता है।
- सद्गुणों का विकास: व्यक्ति के भीतर सद्गुणों का विकास होता है और उसके जीवन में संतुलन आता है।
हनुमान जयंती मंत्र विधि
हनुमान जयंती के दिन हनुमान मंत्र का जाप करने से विशेष फल की प्राप्ति होती है। जाप विधि इस प्रकार है:
मंत्र जप का दिन, अवधि, और मुहूर्त
- दिन: हनुमान जयंती के दिन (चैत्र मास की पूर्णिमा)।
- अवधि: सिर्फ १ दिन
- मुहूर्त: ब्रह्म मुहूर्त में जाप करना अत्यंत शुभ माना जाता है, यानी सूर्योदय से पहले।
हनुमान जयंती मंत्र जप – एक दिन का प्रयोग
सामग्री
- चंदन या रुद्राक्ष की माला।
- दीपक, अगरबत्ती।
- सिंदूर और तेल (हनुमान जी को अर्पित करने के लिए)।
- तुलसी पत्र और गुड़-चना का भोग।
हनुमान जयंती मंत्र जप संख्या
हनुमान जयंती पर 11 माला यानी 1188 मंत्र का जाप करें। इससे हनुमान जी की कृपा शीघ्र प्राप्त होती है।
हनुमान जयंती मंत्र जप के नियम
- उम्र: 20 वर्ष से ऊपर के व्यक्ति जाप कर सकते हैं।
- स्त्री-पुरुष: कोई भी स्त्री या पुरुष जाप कर सकता है।
- वस्त्र: काले और नीले कपड़े न पहनें। सफेद या लाल वस्त्र पहनें।
- खान-पान: धूम्रपान, मद्यपान, पान और मांसाहार का सेवन न करें।
- ब्रह्मचर्य: इस दौरान ब्रह्मचर्य का पालन करना अनिवार्य है।
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हनुमान जयंती मंत्र जप सावधानी
- मंत्र जाप के समय पूर्ण एकाग्रता बनाए रखें।
- शुद्धता और स्वच्छता का ध्यान रखें।
- हनुमान जी का आह्वान करते समय मन में सच्ची श्रद्धा होनी चाहिए।
- जाप के दौरान ध्यान भटकने से बचें।
- केवल शास्त्रीय विधियों का पालन करें।
हनुमान जयंती मंत्र से संबंधित प्रश्न और उत्तर
1. हनुमान जयंती पर कौन सा मंत्र सबसे प्रभावी है?
“ॐ हं हनुमते नमः” मंत्र अत्यंत प्रभावी है और सभी बाधाओं को दूर करता है।
2. हनुमान मंत्र से कौन-कौन से लाभ मिलते हैं?
हनुमान मंत्र से शारीरिक, मानसिक, आध्यात्मिक, और ऊपरी बाधाओं से मुक्ति मिलती है।
3. मंत्र जाप के लिए कौन सा समय सर्वोत्तम है?
ब्रह्म मुहूर्त यानी सूर्योदय से पहले का समय मंत्र जाप के लिए उत्तम होता है।
4. हनुमान जी की पूजा में कौन सी सामग्री आवश्यक होती है?
सिंदूर, तेल, तुलसी पत्र, गुड़-चना, दीपक, और अगरबत्ती का उपयोग करें।
5. क्या महिलाएं हनुमान मंत्र का जाप कर सकती हैं?
हाँ, स्त्रियाँ भी हनुमान जी का मंत्र जाप कर सकती हैं।
6. क्या हनुमान जी की पूजा से सभी प्रकार की बाधाएं दूर होती हैं?
हाँ, हनुमान जी की पूजा और मंत्र जाप से सभी बाधाएं समाप्त होती हैं।
7. मंत्र जाप के दौरान कौन से वस्त्र पहनने चाहिए?
लाल या सफेद वस्त्र पहनें, काले और नीले कपड़े न पहनें।
8. मंत्र जाप करते समय किन बातों का ध्यान रखना चाहिए?
पूरी श्रद्धा और एकाग्रता से मंत्र जाप करें और स्वच्छता का ध्यान रखें।
9. क्या हनुमान जयंती पर व्रत रखना आवश्यक है?
यह अनिवार्य नहीं है, लेकिन व्रत रखने से विशेष लाभ प्राप्त होते हैं।
10. मंत्र जाप से किस प्रकार की बाधाओं से मुक्ति मिलती है?
ऊपरी बाधा, तंत्र बाधा, भूत-प्रेत बाधा, और नज़र दोष से मुक्ति मिलती है।
11. हनुमान मंत्र का जाप कितनी बार करना चाहिए?
हनुमान जयंती पर 11 माला यानी 1188 मंत्र का जाप करना शुभ होता है।
12. मंत्र जाप के बाद क्या करना चाहिए?
मंत्र जाप के बाद हनुमान जी की आरती करें और भोग अर्पित करें।