माता कमला चालीसा का पाठ करने से धन, समृद्धि, और वैभव की मनोकामना पूर्ण होती है। माता कमला की पूजा विशेष रूप से उन लोगों द्वारा की जाती है जो आर्थिक समस्याओं से जूझ रहे होते हैं या अपने जीवन में समृद्धि और सुख चाहते हैं। माता कमला चालीसा एक महत्वपूर्ण धार्मिक पाठ है जिसे पढ़ने से माता कमला की कृपा प्राप्त होती है और जीवन में समृद्धि आती है।
संपूर्ण माता कमला चालीसा
॥दोहा॥
जय गणेश गिरिजा सुवन, मंगल मूल सुजान।
कहत अयोध्यादास तुम, देहु अभय वरदान॥
॥चालीसा॥
जय कमला माता, जय जय लक्ष्मी माता।
सकल विश्व व्यापिनी, शरणागत की त्राता॥
जय कमला भवानी, आदि शक्ति जगदम्बे।
विश्व विजयिनी देवी, मंगल करणी अम्बे॥
जयतु देवी लक्ष्मी, महिमा अपरंपार।
शरणागत की रक्षक, दीनन की पालनहार॥
त्रिभुवन की सुखदायिनी, श्री विष्णु प्रिय सदा।
धन सम्पत्ति प्रदायिनी, पूरण करे व्रत-सदा॥
सहस्त्र हस्त है धारी, चक्र शंख गदा धारी।
कमल आसन पर विराजत, कमल दल अभिरामी॥
सकल मनोरथ पूरण, मोक्ष दायिनी माता।
करहु कृपा जो तुम ममता, जन सुख सम्पदा दाता॥
जग जननी जगदम्बे, सकल दुख हरनी अंबे।
महा लक्ष्मी नमो नमः, शरणागत वत्सले अम्बे॥
ध्यान धरत जो सदा नर, नाशत पाप का जर।
महा माया महा देवी, शरणागत जन तर॥
विष्णु प्रिया सदा लक्ष्मी, सुख सम्पदा की दाता।
सकल सुख सम्पत्ति की देवी, जग पालन की माता॥
कमल दल पर विराजत, हरहु विपत्ति सब अंबे।
सकल जगत पालन करती, लक्ष्मी माता अम्बे॥
जय जय महा लक्ष्मी माता, कृपा करहु सब लोका।
जग जननी सुख सम्पत्ति, करहु प्रकट सब रोका॥
महा माया महा लक्ष्मी, जय जय जग पालन।
सकल विपत्ति हरहु मातु, कृपा करहु शरणागत॥
ध्यान धरें जो सदा नर, हरें सकल कष्ट भार।
जय कमला जय लक्ष्मी, सकल सुख की दातार॥
जय जय जय कमला माता, सदा सहाय हमारी।
महा लक्ष्मी करुणामयी, शरणागत जन प्यारी॥
॥दोहा॥
जय लक्ष्मी जय जय महिमा, अपरंपार तुम्हारी।
शरणागत की रक्षक, जग पालन की न्यारी॥
माता कमला चालीसा के लाभ
- धन की प्राप्ति: माता कमला चालीसा का पाठ करने से धन और समृद्धि की प्राप्ति होती है।
- समृद्धि: घर में समृद्धि और सुख-शांति का वास होता है।
- कर्ज से मुक्ति: कर्ज और आर्थिक समस्याओं से मुक्ति मिलती है।
- व्यापार में सफलता: व्यापार में वृद्धि और सफलता प्राप्त होती है।
- स्वास्थ्य लाभ: अच्छे स्वास्थ्य की प्राप्ति होती है।
- शांति: मन और घर में शांति बनी रहती है।
- विवाह में सफलता: विवाह में आ रही बाधाएं दूर होती हैं।
- संतान सुख: संतान प्राप्ति का सुख मिलता है।
- मनोकामना पूर्ण होती है: सभी इच्छाएं पूर्ण होती हैं।
- रोगों से मुक्ति: विभिन्न रोगों से मुक्ति मिलती है।
- विवादों का निवारण: पारिवारिक और कानूनी विवादों का निवारण होता है।
- मानसिक शांति: मानसिक शांति और स्थिरता मिलती है।
- आध्यात्मिक उन्नति: आध्यात्मिक उन्नति होती है।
- शत्रुओं का नाश: शत्रुओं का नाश होता है।
- कर्मों का सुधार: कर्मों में सुधार होता है।
- मृत्यु भय से मुक्ति: मृत्यु भय से मुक्ति मिलती है।
- परिवार में प्रेम बढ़ता है: परिवार में प्रेम और समर्पण बढ़ता है।
- सुखद भविष्य: सुखद भविष्य की प्राप्ति होती है।
- आत्मविश्वास: आत्मविश्वास में वृद्धि होती है।
- बाधाओं का नाश: जीवन की बाधाएं समाप्त होती हैं।
विधि
माता कमला चालीसा का पाठ करने की विधि:
- स्वच्छता: सबसे पहले स्नान करके स्वच्छ वस्त्र धारण करें।
- स्थान का चयन: एक साफ और पवित्र स्थान का चयन करें।
- ध्यान: माता कमला का ध्यान करें और उन्हें आसन पर विराजमान करें।
- दीपक जलाएं: घी का दीपक जलाएं।
- फूल अर्पित करें: माता कमला को पुष्प अर्पित करें।
- भोग: उन्हें भोग अर्पित करें।
- मंत्र: ‘ॐ श्रीं कमलायै नमः’ मंत्र का जाप करें।
- चालीसा का पाठ: अब पूरे ध्यान और श्रद्धा के साथ माता कमला चालीसा का पाठ करें।
दिन, अवधि और मुहूर्त
दिन
- शुक्रवार: मां लक्ष्मी की पूजा के लिए शुक्रवार का दिन विशेष शुभ माना जाता है।
- अमावस्या: अमावस्या के दिन माता कमला की पूजा विशेष फलदायी होती है।
अवधि
- प्रतिदिन: रोजाना इस चालीसा का पाठ करने से शीघ्र ही माता कमला की कृपा प्राप्त होती है।
- विशेष पर्व: दीपावली, धनतेरस, और अन्य विशेष पर्वों पर इसका पाठ करना अत्यंत शुभ माना जाता है।
मुहूर्त
- प्रातः काल: ब्रह्म मुहूर्त (सुबह 4 से 6 बजे) में इस चालीसा का पाठ करना अत्यधिक शुभ होता है।
- संध्या काल: संध्या समय (शाम 6 से 8 बजे) भी इस चालीसा का पाठ किया जा सकता है।
चालीसा के नियम
- शुद्धता: पाठ करने से पहले शारीरिक और मानसिक शुद्धता बनाए रखें।
- श्रद्धा और विश्वास: श्रद्धा और विश्वास के साथ पाठ करें।
- नियमितता: नियमित रूप से पाठ करें, इससे लाभ शीघ्र प्राप्त होते हैं।
- संयम: संयमित और सात्विक आहार लें।
- सात्विक जीवन: सात्विक जीवन शैली अपनाएं, जिसमें अहिंसा, सत्य, और ब्रह्मचर्य का पालन हो।
चालीसा पढ़ते समय सावधानियां
- अपवित्र स्थान से बचें: किसी भी अपवित्र स्थान पर इस चालीसा का पाठ न करें।
- ध्यान भटकना: पाठ करते समय ध्यान कहीं और न भटके।
- राग द्वेष से बचें: पाठ करने के समय मन में किसी प्रकार का राग द्वेष न रखें।
- शुद्ध आचरण: शुद्ध आचरण का पालन करें।
- वाणी का संयम: वाणी का संयम रखें, अपशब्दों का प्रयोग न करें।
माता कमला चालीसा के सामान्य प्रश्न
- प्रश्न: माता कमला चालीसा क्या है? उत्तर: यह एक धार्मिक पाठ है जो माता कमला की कृपा प्राप्त करने के लिए पढ़ा जाता है।
- प्रश्न: इसे किस समय पढ़ना चाहिए? उत्तर: प्रातः काल और संध्या काल में पढ़ना शुभ होता है।
- प्रश्न: किस दिन पढ़ना उचित होता है? उत्तर: शुक्रवार और अमावस्या के दिन विशेष शुभ होते हैं।
- प्रश्न: क्या इसे रोज पढ़ सकते हैं? उत्तर: हां, इसे रोज पढ़ सकते हैं।
- प्रश्न: पाठ करने के लिए क्या विशेष तैयारी करनी चाहिए? उत्तर: शुद्धता, श्रद्धा और संयम के साथ पाठ करें।
- प्रश्न: क्या माता कमला चालीसा पढ़ने से धन की प्राप्ति होती है? उत्तर: हां, धन और समृद्धि की प्राप्ति होती है।
- प्रश्न: क्या इससे कर्ज से मुक्ति मिलती है? उत्तर: हां, इससे कर्ज से मुक्ति मिलती है।
- प्रश्न: क्या यह व्यापार में लाभकारी है? उत्तर: हां, व्यापार में लाभ प्राप्त होता है।
- प्रश्न: क्या इसे एकांत में पढ़ सकते हैं? उत्तर: हां, एकांत में पढ़ना भी उचित है।
- प्रश्न: क्या इसे समूह में पढ़ा जा सकता है? उत्तर: हां, समूह में पढ़ने से भी लाभ प्राप्त होते हैं।
- प्रश्न: क्या यह चालीसा हर समस्या का समाधान करती है? उत्तर: हां, यह चालीसा कई समस्याओं का समाधान करती है।
- प्रश्न: क्या यह चालीसा मानसिक शांति प्रदान करती है? उत्तर: हां, मानसिक शांति प्राप्त होती है।