शारीरिक- मानसिक व अध्यात्मिक बल प्रदान करने वाले भगवान हनुमान का नाम “बजरंग बली” है, जिसका अर्थ “शक्तिशाली और महान” होता है। बजरंगबली हनुमान जी भगवान राम के परम भक्त और शिवजी के रुद्रावतार हैं। उन्हें संकटमोचन भी कहा जाता है क्योंकि वे भक्तों के सभी कष्टों को दूर करने वाले हैं। हनुमान जी की पूजा और आराधना से भक्तों को अद्भुत शक्ति, साहस, और समर्पण की प्राप्ति होती है। “बजरंग” का अर्थ है प्राचीन शस्त्रों में प्रयोग किया जाने वाला पदार्थ जो अत्यंत मजबूत होता है, जो हनुमान की अत्यधिक शक्ति को दर्शाता है। “बली” शब्द शक्तिशाली या तेजस्वी का अर्थ होता है, जो हनुमान के वीरता और महत्वपूर्ण कार्यों को दर्शाता है। इस रूप में, हनुमान को उनकी अद्वितीय प्रकृति और महान कार्यों के लिए जाना जाता है।
स्वरूप
बजरंगबली हनुमान जी का स्वरूप अत्यंत बलशाली और दिव्य है। वे लाल रंग के होते हैं, जिनका शरीर पर्वत जैसा विशाल और मजबूत होता है। उनके मुख पर तेज और करुणा दोनों का सम्मिश्रण होता है। वे गदा धारण करते हैं और उनकी पूंछ हमेशा ऊपर की ओर रहती है। हनुमान जी का यह रूप उनके बल, पराक्रम, और भक्ति का प्रतीक है।
बजरंगबली हनुमान मंत्र और उसका अर्थ
मंत्र:
॥ॐ हं बजरंगबली हनुमंते फ्रौं नमः॥ OM HAMM BAJARANGABALI HANUMANTE FROUM NAMAHA
अर्थ:
- ॐ: ब्रह्मांड की मौलिक ध्वनि।
- हं: हनुमान जी का बीज मंत्र।
- बजरंगबली: हनुमान जी का एक और नाम।
- हनुमंते: हनुमान जी को नमन।
- फ्रौं: शक्ति और विजय का बीज मंत्र।
- नमः: प्रणाम या नमन।
इस मंत्र का संपूर्ण अर्थः हम हनुमान जी को नमन करते हैं और उनसे शक्ति, साहस, और सुरक्षा की प्रार्थना करते हैं।
लाभ
- मानसिक शक्ति: मानसिक बल और स्थिरता प्राप्त होती है।
- शारीरिक शक्ति: शारीरिक बल और ऊर्जा में वृद्धि होती है।
- अध्यात्मिक शक्ति: आध्यात्मिक जागरूकता और विकास।
- मंगलकार्य: सभी शुभ कार्यों में सफलता।
- भूत-प्रेत बाधा: भूत-प्रेत और नकारात्मक ऊर्जाओं से रक्षा।
- शत्रु बाधा: शत्रुओं से मुक्ति और सुरक्षा।
- रोग मुक्ति: सभी प्रकार के रोगों से मुक्ति।
- मंगल दोष निवारण: ग्रह दोषों का निवारण।
- व्यापार का बंधन: व्यापार में सफलता और वृद्धि।
- कार्य सिद्धि: सभी कार्यों में सफलता प्राप्त करना।
- जमीन संबंधित विवाद: भूमि और संपत्ति से जुड़े विवादों का समाधान।
- धन की सुरक्षा: धन की रक्षा और वृद्धि।
- क्लेश मुक्ति: परिवारिक कलह और विवादों से मुक्ति।
- ग्रहस्थ सुख: गृहस्थ जीवन में सुख और शांति।
- परिवार में सुख-शांति: परिवार में सदस्यों के बीच प्रेम और सद्भावना बढ़ाना।
- दुर्घटना से रक्षा: दुर्घटनाओं से सुरक्षा।
- साहस: साहस और आत्मविश्वास में वृद्धि।
- संकटमोचन: सभी संकटों और कष्टों से मुक्ति।
- संकल्प सिद्धि: इच्छाओं और संकल्पों की पूर्ति।
- संतान प्राप्ति: संतान की प्राप्ति और सुरक्षा।
आवश्यक सामग्री
- शुद्ध जल
- पंचामृत (दूध, दही, घी, शहद, और शक्कर)
- सिंदूर
- चांदी का वर्क
- चंदन
- धूप
- दीपक
- फूल
- फलों का प्रसाद
- तुलसी दल
- रुद्राक्ष माला
जप का मुहूर्त, दिन और अवधि
- मुहूर्त: ब्रह्म मुहूर्त (सुबह 4 बजे से 6 बजे) और संध्या काल।
- दिन: मंगलवार और शनिवार विशेष रूप से उपयुक्त हैं।
- अवधि: मंत्र का जप नियमित रूप से कम से कम 21 दिनों तक करना चाहिए। न्यूनतम 108 बार जप करना उत्तम माना जाता है।
बजरंगबली हनुमान मंत्र सावधानियाँ
- शुद्धता: मंत्र का जप करते समय शुद्धता का ध्यान रखें।
- आसन: सही और स्थिर आसन का उपयोग करें।
- ध्यान: ध्यान करते समय मन को एकाग्रचित रखें।
- नियमितता: मंत्र का जप नियमित रूप से करें, बीच में कोई अंतराल नहीं होना चाहिए।
- सकारात्मक सोच: जप करते समय सकारात्मक सोच और विश्वास रखें।
बजरंगबली हनुमान मंत्र से जुड़े सामान्य प्रश्न
1. बजरंगबली हनुमान मंदिर कहां स्थित है?
बजरंगबली हनुमान मंदिर भारत के विभिन्न हिस्सों में स्थित हैं। प्रमुख मंदिरों में हनुमानगढ़ी अयोध्या, सालासर बालाजी, और हनुमान मंदिर दिल्ली शामिल हैं।
2. बजरंगबली हनुमान मंत्र का जप किस समय करना चाहिए?
ब्रह्म मुहूर्त (सुबह 4 बजे से 6 बजे) और संध्या काल में।
3. बजरंगबली हनुमान मंत्र का अर्थ क्या है?
हनुमान जी को नमन करना और उनसे शक्ति, साहस, और सुरक्षा की प्रार्थना करना।
4. बजरंगबली हनुमान मंत्र का जप कितनी बार करना चाहिए?
न्यूनतम 108 बार करना चाहिए।
5. बजरंगबली हनुमान मंत्र के जप से क्या लाभ होते हैं?
मानसिक, शारीरिक, और आध्यात्मिक शक्ति, मंगलकार्य में सफलता, भूत-प्रेत बाधा से मुक्ति, शत्रु बाधा से सुरक्षा, रोग मुक्ति, मंगल दोष निवारण, व्यापार का बंधन, कार्य सिद्धि, जमीन संबंधित विवादों का समाधान, धन की सुरक्षा, क्लेश मुक्ति, मानसिक शक्ति, ग्रहस्थ सुख, और परिवार में सुख-शांति प्राप्त होती है।
6. क्या बजरंगबली हनुमान मंत्र का जप महिलाएं कर सकती हैं?
हाँ, महिलाएं भी इस मंत्र का जप कर सकती हैं।
7. बजरंगबली हनुमान मंत्र का जप करते समय कौन सी पूजा सामग्री आवश्यक है?
शुद्ध जल, पंचामृत, सिंदूर, चांदी का वर्क, चंदन, धूप, दीपक, फूल, फलों का प्रसाद, तुलसी दल, और रुद्राक्ष माला।
8. बजरंगबली हनुमान मंत्र का जप करने से क्या सभी इच्छाएं पूरी होती हैं?
पूर्ण विश्वास और भक्ति के साथ जप करने से इच्छाएं पूरी हो सकती हैं।
9. बजरंगबली हनुमान मंत्र का जप कितने दिन तक करना चाहिए?
कम से कम 21 दिन तक नियमित रूप से करना चाहिए।
10. बजरंगबली हनुमान मंत्र का जप करने से आध्यात्मिक उन्नति होती है?
हाँ, इससे आध्यात्मिक जागरूकता और उन्नति होती है।
11. बजरंगबली हनुमान मंत्र का जप समूह में किया जा सकता है?
हाँ, समूह में भी किया जा सकता है।
12. क्या बजरंगबली हनुमान मंत्र का जप करने से स्वास्थ्य लाभ होते हैं?
हाँ, मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्य में सुधार होता है।
13. क्या बजरंगबली हनुमान मंत्र का जप करने से परिवार में सुख-शांति आती है?
हाँ, परिवार में सुख-शांति और प्रेम बढ़ता है।
14. क्या बजरंगबली हनुमान मंत्र का जप करने से धन की प्राप्ति होती है?
हाँ, इससे आर्थिक समस्याओं का समाधान होता है।
15. बजरंगबली हनुमान मंत्र का जप करने के बाद क्या कोई विशेष प्रसाद का वितरण किया जाता है?
हाँ, पंचामृत या फलों का प्रसाद वितरित किया जा सकता है।
16. क्या बजरंगबली हनुमान मंत्र का जप करने से सभी प्रकार की बाधाएं दूर होती हैं?
हाँ, शत्रु, तंत्र, ऊपरी बाधाएं दूर होती हैं।
17. बजरंगबली हनुमान मंत्र का जप किस दिन करना सबसे उत्तम है?
मंगलवार और शनिवार के दिन।
18. क्या बजरंगबली हनुमान मंत्र का जप किसी भी समय किया जा सकता है?
हाँ, लेकिन ब्रह्म मुहूर्त और संध्या काल में करना उत्तम है।
19. बजरंगबली हनुमान मंत्र का जप करने से क्या सभी कार्य सिद्ध होते हैं?
हाँ, कार्यों में सफलता मिलती है।
20. क्या बजरंगबली हनुमान मंत्र का जप करने से दुर्भाग्य से मुक्ति मिलती है?
हाँ, इससे दुर्भाग्य और समस्याओं से मुक्ति मिलती है।