Dattatreya Mala Mantra – Protection from Obstacles

दत्तात्रेय माला मंत्र – ग्रह, शत्रु और तंत्र बाधाओं से मुक्ति का उपाय

दत्तात्रेय माला मंत्र एक अत्यंत शक्तिशाली और प्रभावी मंत्र है जिसका प्रयोग जीवन की विभिन्न बाधाओं को दूर करने और मानसिक शांति प्राप्त करने के लिए किया जाता है। “ॐ द्रां द्रीं द्रों” से प्रारंभ होने वाला यह मंत्र विशेष रूप से शत्रुओं, ग्रह बाधाओं, तंत्र-मंत्र बाधाओं और जीवन में आने वाली अन्य कठिनाइयों को समाप्त करने में सहायक होता है। यह मंत्र भगवान दत्तात्रेय की कृपा प्राप्त करने का सशक्त माध्यम है, जो कि त्रिदेवों – ब्रह्मा, विष्णु और महेश का संयुक्त रूप माने जाते हैं।

मंत्र

॥ॐ द्रां द्रीं द्रों दत्तात्रेयाय ग्रहाणां बाधा विघ्नस्य बाधा शत्रूणां बाधा तन्त्रस्य बाधा निवारयेत् हुं नमः॥

मंत्र का अर्थ

  • : सर्वशक्तिमान का प्रतीक।
  • द्रां द्रीं द्रों: भगवान दत्तात्रेय के बीज मंत्र।
  • दत्तात्रेयाय: भगवान दत्तात्रेय को समर्पित।
  • ग्रहाणां बाधा: ग्रहों से उत्पन्न बाधाएं।
  • विघ्नस्य बाधा: विघ्नों और अवरोधों की समाप्ति।
  • शत्रूणां बाधा: शत्रुओं से रक्षा।
  • तन्त्रस्य बाधा: तंत्र-मंत्र से उत्पन्न बाधाओं का निवारण।
  • निवारयेत्: इन सभी बाधाओं को दूर करने के लिए।
  • हुं नमः: दत्तात्रेय को प्रणाम और समर्पण।

दत्तात्रेय माला मंत्र के लाभ

  1. जीवन में शत्रुओं से रक्षा।
  2. ग्रह बाधाओं का निवारण।
  3. तंत्र-मंत्र से सुरक्षा।
  4. मानसिक शांति प्राप्त होती है।
  5. आर्थिक समस्याओं से मुक्ति।
  6. स्वास्थ्य लाभ मिलता है।
  7. परिवार में सुख-शांति बनी रहती है।
  8. आध्यात्मिक प्रगति होती है।
  9. मन की एकाग्रता में वृद्धि।
  10. आत्मविश्वास बढ़ता है।
  11. विवाह संबंधित समस्याओं का समाधान।
  12. मानसिक और शारीरिक शक्ति में वृद्धि।
  13. नकारात्मक ऊर्जा से सुरक्षा।
  14. जीवन में स्थायित्व प्राप्त होता है।
  15. तनाव और चिंता का निवारण।
  16. संतान प्राप्ति की संभावनाओं में वृद्धि।
  17. कार्यों में सफलता प्राप्त होती है।

दत्तात्रेय माला मंत्र जप विधि

  • जप का दिन: मंत्र जप किसी भी शुभ दिन से प्रारंभ किया जा सकता है, विशेषकर गुरुवार, पूर्णिमा या अष्टमी को।
  • अवधि: मंत्र जप का समय प्रातः काल या संध्या समय सर्वोत्तम माना जाता है।
  • मुहूर्त: सूर्योदय से पूर्व या सूर्यास्त के बाद का समय जप के लिए उत्तम होता है।

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मंत्र जप

दत्तात्रेय माला मंत्र का जप लगातार 11 से 21 दिन तक रोजाना करना चाहिए। इस मंत्र के नियमित जप से मानसिक शांति और समृद्धि प्राप्त होती है।

मंत्र जप सामग्री

  1. सफेद या पीले वस्त्र धारण करें।
  2. रुद्राक्ष माला या तुलसी माला का प्रयोग करें।
  3. शुद्ध आसन का प्रयोग करें।
  4. दीपक और अगरबत्ती का उपयोग कर सकते हैं।
  5. शांत स्थान में जप करें।

मंत्र जप संख्या

दत्तात्रेय माला मंत्र का जप प्रतिदिन 11 माला किया जाना चाहिए, जो कि 1188 मंत्र होते हैं। यह संख्या मंत्र के प्रभाव को बढ़ाती है और ध्यान को केंद्रित करती है।

मंत्र जप के नियम

  1. उम्र 20 वर्ष से अधिक होनी चाहिए।
  2. स्त्री-पुरुष दोनों मंत्र जप कर सकते हैं।
  3. ब्लू और ब्लैक कपड़े नहीं पहनें।
  4. धूम्रपान, तम्बाकू और मांसाहार का सेवन न करें।
  5. ब्रह्मचर्य का पालन करें।

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जप में सावधानी

मंत्र जप के दौरान विचारों में स्थिरता और एकाग्रता अत्यंत आवश्यक है। अनियमितता या विधि में त्रुटि से मंत्र का प्रभाव कम हो सकता है। शांत मन से ही जप करना चाहिए।

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प्रश्न-उत्तर

प्रश्न 1: क्या इस मंत्र से शत्रुओं से रक्षा होती है?

उत्तर: हां, इस मंत्र का जप शत्रुओं से रक्षा करता है और शत्रुओं की कुटिल योजनाओं का नाश करता है।

प्रश्न 2: क्या ग्रह बाधाएं दूर होती हैं?

उत्तर: हां, इस मंत्र का जप ग्रहों से उत्पन्न सभी प्रकार की बाधाओं को समाप्त करने में सहायक होता है।

प्रश्न 3: क्या महिलाएं इस मंत्र का जप कर सकती हैं?

उत्तर: हां, इस मंत्र का जप स्त्री और पुरुष दोनों कर सकते हैं, परन्तु नियमों का पालन करना आवश्यक है।

प्रश्न 4: क्या जप के समय का विशेष महत्व है?

उत्तर: हां, सूर्योदय से पहले या सूर्यास्त के बाद का समय मंत्र जप के लिए विशेष रूप से उत्तम माना जाता है।

प्रश्न 5: क्या इस मंत्र का प्रभाव तंत्र-मंत्र बाधाओं को भी समाप्त करता है?

उत्तर: हां, यह मंत्र तंत्र-मंत्र से उत्पन्न बाधाओं को समाप्त करने में अत्यंत प्रभावशाली है।

प्रश्न 6: क्या इस मंत्र से मानसिक शांति प्राप्त होती है?

उत्तर: हां, यह मंत्र मानसिक शांति प्रदान करता है और ध्यान को केंद्रित करने में सहायक होता है।

प्रश्न 7: क्या ब्रह्मचर्य का पालन करना आवश्यक है?

उत्तर: हां, मंत्र जप के दौरान ब्रह्मचर्य का पालन करना मंत्र की शक्ति को बढ़ाता है।

प्रश्न 8: मंत्र जप के दौरान किस प्रकार के वस्त्र पहनने चाहिए?

उत्तर: सफेद या पीले वस्त्र धारण करना चाहिए, ब्लू और ब्लैक रंग के वस्त्र नहीं पहनने चाहिए।

प्रश्न 9: मंत्र जप के दौरान मांसाहार का सेवन क्यों वर्जित है?

उत्तर: मांसाहार का सेवन मन और शरीर को अशुद्ध करता है, जिससे मंत्र का प्रभाव कम हो जाता है।

प्रश्न 10: मंत्र जप के लिए कौन सी माला का प्रयोग करें?

उत्तर: रुद्राक्ष माला या तुलसी माला का प्रयोग सर्वश्रेष्ठ माना जाता है।

प्रश्न 11: क्या मंत्र जप के दौरान दीपक और अगरबत्ती का प्रयोग आवश्यक है?

उत्तर: हां, दीपक और अगरबत्ती से वातावरण शुद्ध होता है, जिससे मंत्र जप का प्रभाव बढ़ता है।

प्रश्न 12: मंत्र जप से आर्थिक समस्याओं का समाधान होता है?

उत्तर: हां, यह मंत्र आर्थिक समस्याओं से मुक्ति दिलाने में अत्यंत प्रभावी है और समृद्धि प्रदान करता है।

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