ला महाविद्या दस महाविद्याओं में दसवीं महाविद्या मानी जाती हैं इनकी पूजा धन, समृद्धि, और भौतिक सुखों के साथ आर्थिक अडचनो को दूर करने के लिए की जाती है. महाविद्या कमला देवी को लक्ष्मी का तांत्रिक रूप माना जाता है। वे धन, समृद्धि, ऐश्वर्य और सौभाग्य की देवी हैं। कमला देवी का मंत्र जाप व्यक्ति को आर्थिक समृद्धि, सौभाग्य, और सुख-शांति प्रदान करता है।
माता कमला का स्वरूप
- माता कमला को कमल के आसन पर विराजमान, लाल वस्त्र पहने हुए दिखाया जाता है.
- उनके चार हाथ होते हैं.
- ऊपरी दाएं हाथ में कमल का पुष्प और ऊपरी बाएं हाथ में वरद मुद्रा होती है.
- निचले दाएं हाथ में अभय मुद्रा और निचले बाएं हाथ में कलश होता है.
- महाविद्या कमला मंत्रः ॥ॐ श्रीं कमलवाशिन्ये श्रीं नमः॥
- मुहुर्थः शुक्रवार, होली, गुरु पुष्य नक्षत्र, दीपावली.
मंत्र
ॐ श्रीं कमलवाशिन्ये श्रीं नमः
कमला मंत्र विधि
1. स्थान: साफ-सुथरे और शांत स्थान पर पूजा करें।
2. समय: शुक्रवार का दिन और रात का समय कमला देवी की पूजा के लिए उत्तम माना जाता है।
3. स्नान: शुद्ध स्नान करके स्वच्छ वस्त्र पहनें।
4. आसन: पीले वस्त्र का आसन बिछाएं और उत्तर या पूर्व दिशा की ओर मुख करके बैठें।
5. आह्वान: दीपक जलाकर कमला देवी का आह्वान करें।
6. मंत्र जाप: मंत्र का उच्चारण मन में शांति और एकाग्रता के साथ करें। माला (कमलगट्टा) से 108 बार जाप करें।
7. ध्यान: कमला देवी का ध्यान करें और उनसे प्रार्थना करें कि वे आपकी मनोकामनाएँ पूर्ण करें।
8. प्रसाद: नैवेद्य के रूप में फल, मिठाई और नारियल अर्पित करें।
9. अंतिम प्रार्थना: मंत्र जाप के बाद देवी को धन्यवाद दें और उनसे आशीर्वाद प्राप्त करें।
सामग्री (समाग्री)
1. पीले वस्त्र
2. आसन (पीले वस्त्र का)
3. दीपक और तेल
4. माचिस
5. अगरबत्ती
6. नैवेद्य (फल, मिठाई, नारियल)
7. फूल (कमल के)
8. चंदन
9. कुमकुम
10. माला (कमलगट्टा)
कमला मंत्र के लाभ
1. धन-संपत्ति: धन और संपत्ति की प्राप्ति होती है।
2. संपन्नता: जीवन में समृद्धि और ऐश्वर्य का संचार होता है।
3. सौभाग्य: सौभाग्य और खुशहाली का आगमन होता है।
4. व्यवसाय में सफलता: व्यवसाय में वृद्धि और सफलता प्राप्त होती है।
5. आर्थिक स्थिरता: आर्थिक स्थिरता और सुरक्षा प्राप्त होती है।
6. विवाह में सफलता: विवाह और दाम्पत्य जीवन में सुख-शांति मिलती है।
7. मनोकामना पूर्ण: सभी मनोकामनाएँ पूर्ण होती हैं।
8. स्वास्थ्य: शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य में सुधार होता है।
9. शांति: मानसिक शांति और संतुलन प्राप्त होता है।
10. रोग निवारण: सभी प्रकार के रोगों से मुक्ति मिलती है।
11. संतान सुख: संतान सुख की प्राप्ति होती है।
12. ज्ञान: विद्या और ज्ञान की वृद्धि होती है।
13. आकर्षण: व्यक्ति में आकर्षण शक्ति बढ़ती है।
14. साहस: साहस और आत्मविश्वास में वृद्धि होती है।
15. सुरक्षा: नकारात्मक शक्तियों से सुरक्षा मिलती है।
16. योग्यता: जीवन में योग्यता और सफलता प्राप्त होती है।
17. भय निवारण: सभी प्रकार के भय से मुक्ति मिलती है।
18. पारिवारिक सुख: पारिवारिक जीवन में सुख-शांति बनी रहती है।
19. आध्यात्मिक ज्ञान: आध्यात्मिक ज्ञान और समझ बढ़ती है।
20. विजय: जीवन के सभी क्षेत्रों में विजय प्राप्त होती है।
उपयुक्त दिन और अवधि
दिन: शुक्रवार का दिन विशेष रूप से कमला देवी की पूजा के लिए उपयुक्त है।
अवधि: 40 दिनों तक नियमित रूप से मंत्र जाप करें।
सावधानियाँ
1. शुद्धता: शुद्धता का विशेष ध्यान रखें। पूजा के स्थान को स्वच्छ रखें।
2. नियमितता: नियमित रूप से और निश्चित समय पर पूजा करें।
3. व्रत: यदि संभव हो, तो पूजा के दिन व्रत रखें।
4. मन की एकाग्रता: पूजा के समय मन को एकाग्र रखें और अनावश्यक विचारों को दूर करें।
5. शुद्ध उच्चारण: मंत्र का उच्चारण शुद्ध और सही तरीके से करें।
6. नकारात्मकता से दूर: पूजा के समय और उसके बाद नकारात्मक विचारों और कार्यों से दूर रहें।
7. संकल्प: पूजा करते समय अपने संकल्प को दृढ़ और स्पष्ट रखें।
8. सामग्री की शुद्धता: पूजा सामग्री को शुद्ध और ताजा रखें।
9. स्नेह और श्रद्धा: पूजा करते समय स्नेह और श्रद्धा का भाव बनाए रखें।
10. धैर्य: लाभ प्राप्ति के लिए धैर्य रखें और निरंतरता बनाए रखें।
11. आहार: पूजा के दिन सात्विक भोजन का सेवन करें और मांसाहार, शराब आदि से बचें।
12. वाणी: पूजा के दिन वाणी पर संयम रखें और झूठ, अपशब्दों से बचें।
13. मंत्र का सही उच्चारण: मंत्र का उच्चारण सही ढंग से और शुद्धता के साथ करें।
14. समय का पालन: पूजा और मंत्र जाप का समय निश्चित रखें और उसे नियमित रूप से पालन करें।
15. देवी के प्रति समर्पण: पूजा करते समय पूर्ण समर्पण और आस्था के साथ करें।
16. आसन का उपयोग: हमेशा एक ही आसन का उपयोग करें और उसे शुद्ध और पवित्र रखें।
17. दीपक जलाएं: पूजा के समय दीपक जलाना अनिवार्य है, इससे सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है।
18. दिशा का ध्यान: पूजा करते समय उत्तर या पूर्व दिशा की ओर मुख करके बैठें।
19. सकारात्मक विचार: पूजा के दौरान और उसके बाद सकारात्मक विचारों को बनाए रखें।
20. नियमों का पालन: पूजा के सभी नियमों और विधियों का पालन करें।
महाविद्या कमला मंत्र के सामान्य प्रश्न
1. महाविद्या कमला देवी कौन हैं?
महाविद्या कमला देवी को लक्ष्मी का तांत्रिक रूप माना जाता है। वे धन, समृद्धि, ऐश्वर्य और सौभाग्य की देवी हैं। कमला देवी का मंत्र जाप व्यक्ति को आर्थिक समृद्धि, सौभाग्य, और सुख-शांति प्रदान करता है।
2. कमला देवी मंत्र का क्या महत्व है?
कमला देवी मंत्र का जाप करने से भक्तों को धन-संपत्ति, समृद्धि, सुख-शांति, और सौभाग्य की प्राप्ति होती है। यह मंत्र जीवन में आर्थिक स्थिरता और सुरक्षा प्रदान करता है।
3. कमला देवी की पूजा के लिए सबसे उत्तम दिन कौन सा है?
कमला देवी की पूजा के लिए शुक्रवार का दिन विशेष रूप से शुभ माना जाता है। इस दिन पूजा करने से देवी की कृपा शीघ्र प्राप्त होती है।
4. कमला देवी की पूजा के दौरान किन वस्त्रों का उपयोग करना चाहिए?
पूजा के दौरान पीले वस्त्र धारण करना शुभ माना जाता है। पीला रंग लक्ष्मी देवी का प्रिय रंग है और इसे शुभ और समृद्धि का प्रतीक माना जाता है।
5. कमला देवी मंत्र जाप की अवधि कितनी होनी चाहिए?
कमला देवी मंत्र जाप की अवधि 40 दिनों तक नियमित रूप से की जानी चाहिए। इससे भक्त को देवी की कृपा शीघ्र प्राप्त होती है।
6. कमला देवी की पूजा के लिए कौन-कौन सी सामग्री आवश्यक है?
कमला देवी की पूजा के लिए पीले वस्त्र, दीपक, तेल, माचिस, अगरबत्ती, नैवेद्य (फल, मिठाई, नारियल), फूल (कमल के), चंदन, कुमकुम, और कमलगट्टा माला आवश्यक है।
7. कमला देवी की पूजा के समय किन बातों का ध्यान रखना चाहिए?
पूजा के समय शुद्धता का विशेष ध्यान रखें, मन को एकाग्र रखें, सकारात्मक विचार बनाए रखें, और देवी के प्रति पूर्ण समर्पण और आस्था के साथ पूजा करें।
अंत मे
अ कमला देवी की आराधना करने से व्यक्ति के जीवन में सकारात्मक परिवर्तन होते हैं। उनकी कृपा से जीवन की सभी बाधाओं का निवारण होता है और सफलता, सुख, और समृद्धि प्राप्त होती है। यह मंत्र साधना भक्तों के जीवन में नई ऊर्जा और आस्था का संचार करती है। कमला देवी की पूजा और मंत्र जाप से मानसिक शांति, आत्मविश्वास, और सुरक्षा की प्राप्ति होती है। भक्तों को नकारात्मक शक्तियों और बुरी ऊर्जा से रक्षा मिलती है और जीवन में सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है।