17 Sept. 2024- लक्ष्मी-गणेश पूजन शिविर- (अनंत चतुर्दशी) वज्रेश्वरी
लक्ष्मी-गणेश पूजन शिविर का आयोजन अनंत चतुर्दशी के शुभ मुहुर्थ पर किया जा रहा है। इसका का उद्देश्य भक्तों को मां लक्ष्मी और भगवान गणेश की कृपा प्राप्त कराना है। यह शिविर विशेष रूप से उन लोगों के लिए आयोजित किया जाता है जो अपनी आर्थिक स्थिति, कर्ज, विघ्न बाधा की समस्या को सुधारना चाहते हैं और जीवन में समृद्धि प्राप्त करना चाहते हैं।
इस शिविर मे आप आकर भी भाग ले सकते है या ऑनलाईन भी भाग ले सकते है।
लक्ष्मी-गणेश पूजन शिविर से लाभ
- आर्थिक समृद्धि: लक्ष्मी-गणेश पूजा करने से आर्थिक स्थिति में सुधार होता है।
- शांति और संतोष: पूजा से मानसिक शांति और संतोष प्राप्त होता है।
- परिवारिक सुख: परिवार में सुख-शांति और सामंजस्य बना रहता है।
- स्वास्थ्य लाभ: नियमित पूजा से मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्य में सुधार होता है।
- व्यापार में वृद्धि: व्यापार में वृद्धि और समृद्धि प्राप्त होती है।
- विघ्नों का नाश: भगवान गणेश की पूजा से सभी विघ्नों का नाश होता है।
- सकारात्मक ऊर्जा: पूजा से घर में सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है।
- दृढ़ संकल्प: पूजा से मन में दृढ़ संकल्प और आत्मविश्वास बढ़ता है।
- समस्याओं का समाधान: जीवन की समस्याओं का समाधान मिलता है।
- आध्यात्मिक उन्नति: पूजा से आध्यात्मिक उन्नति और आत्मज्ञान की प्राप्ति होती है।
- सुख-समृद्धि का विस्तार: परिवार में सुख-समृद्धि का विस्तार होता है।
- कर्मों का शुद्धिकरण: पूजा से पापों का नाश और पुण्य का संचय होता है।
पूजा के दिन क्या खाएं और क्या न खाएं?
क्या खाएं: पूजा के दिन हल्का और सात्त्विक भोजन करें। फलों का सेवन करें, जैसे सेब, केला, और अंगूर। दूध और उससे बने पदार्थ जैसे खीर, पनीर और दही का सेवन करें। सूखे मेवे जैसे बादाम, काजू, और किशमिश खा सकते हैं।
क्या न खाएं: तामसिक भोजन जैसे लहसुन, प्याज, मांस और मछली से परहेज करें। शराब और तम्बाकू का सेवन न करें। अधिक मसालेदार और तैलीय भोजन से भी बचें।
पूजा के दौरान सावधानियां
- शारीरिक शुद्धता: पूजा से पहले स्नान करें और साफ वस्त्र पहनें।
- मानसिक शुद्धता: पूजा के दौरान मन को शांत और स्थिर रखें।
- भक्तिभाव: भगवान गणेश और लक्ष्मी की पूजा में पूर्ण श्रद्धा और भक्ति का भाव रखें।
- सही दिशा: पूजा स्थल को उत्तर या पूर्व दिशा की ओर रखें।
- समय का ध्यान: पूजा का समय शुभ मुहूर्त में करें।
लक्ष्मी-गणेश पूजन शिविर मे भाग लेने वालों के लिये
- इस शिविर इस शिविर मे भाग लेना चाहते है तो ब्लू ब्लैक कपड़े न पहने।
- एक नारियल व घी लेकर आना होगा।
- आप कोई भी कपड़े पहने, लेकिन साधना मे ढीले-ढाले वस्त्र पहनना है।
- इस साधना मे लक्ष्मी-गणेश कवच हमारी तरफ से दिया जायेगा।
- पूजन का समय २ से ५ घंटे तक का हो सकता है।
ऑनलाईन भाग लेने वालों के लिये
- रजिस्ट्रेशन करने के बाद कोई भी भक्त भाग ले सकता है।
- आपको अपना नाम, पिता का नाम, गोत्र व फोटो WhatsApp पर भेजना होगा।
- आपको उच्चारण के साथ मंत्र का ऑडियो WhatsApp द्वारा भेजा जायेगा।
- जो मंत्र दिया जायेगा उसको अपने समय के अनुसार जाप कर सकते है। यानी आपका जो रुटीन कार्य है, वह करे और बीच बीच मे समय निकालकर मंत्र का जप करे।
- मंत्र जप के दौरान ब्लू व ब्लैक कपड़े न पहने।
- पूजन हवन यूट्यूब पर लाईव दिखाया जायेगा।
- पूजन समाप्त होने के २४ घंटे के अंदर किसी को खाने पीने वस्तु दान करे, पैसे दान न करे।
- लक्ष्मी-गणेश पूजन समाप्त होने के बाद यंत्र व सामग्री आपको भेजी जायेगी।
लक्ष्मी-गणेश पूजन- ऑनलाईन भाग लेने वालों के लिये
इसके बाद लक्ष्मी-गणेश पूजन सामग्री आपके घर पर विधि के साथ कुरियर से भेज दी जाती है तथा बाकी की जानकारी WhatsApp पर दी जाती है।
रजिस्ट्रेशन करने के बाद कोई भी भक्त भाग ले सकता है।
आपको अपना नाम, पिता का नाम, गोत्र व फोटो WhatsApp पर भेजना होगा।
लक्ष्मी-गणेश पूजन सामग्री आपके फोटो साधना हॉल मे रखी जाती है, जहां पर पूजा होगी।
जो मंत्र दिया जायेगा उसको अपने समय के अनुसार जाप कर सकते है। यानी आपका जो रुटीन कार्य है, वह करे और बीच बीच मे समय निकालकर मंत्र का जप करे।
मंत्र जप के दौरान ब्लू व ब्लैक कपड़े न पहने।
दूसरे दिन साधना समाप्त होने के २४ घंटे के अंदर किसी को खाने पीने वस्तु दान करे, पैसे दान न करे।