महालक्ष्मी साधना शिविर 2024- दिवाली पर अद्भुत पूजन अवसर (बगलामुखी आश्रम)
दीपावली का पर्व न केवल रोशनी और खुशियों का त्यौहार है, बल्कि यह लक्ष्मी पूजन का सबसे शुभ समय भी माना जाता है। इस वर्ष ३१ ऑक्टोबर २०२४ को बगलामुखी आश्रम में महालक्ष्मी पूजन शिविर का आयोजन किया जा रहा है, जिसमें आप माता लक्ष्मी के साथ कुबेर, धनवंतरी, अष्टलक्ष्मी, तारा, कनकधारा लक्ष्मी और श्रीयंत्र का पूजन वैदिक व तांत्रोक्त विधि से करवा सकते हैं। यह पूजन शिविर न केवल भौतिक रूप से लाभकारी है, बल्कि आपकी आध्यात्मिक उन्नति का भी एक अद्वितीय अवसर प्रदान करता है।
महालक्ष्मी पूजन शिविर में क्या-क्या विशेष रहेगा?
इस पूजन शिविर में महालक्ष्मी पूजन के साथ अन्य देवी-देवताओं का पूजन भी वैदिक और तांत्रिक विधि से किया जाएगा। इसके बाद, पूजन में भाग लेने वालों को भभूति, यंत्र, कवच और सिद्ध काजल भेजा जाएगा, जिससे उन्हें आध्यात्मिक ऊर्जा और सुरक्षा मिल सके। इस शिविर में आने का लाभ न केवल धन की वृद्धि में होगा, बल्कि स्वास्थ्य, समृद्धि और सुख-शांति की प्राप्ति भी होगी।
Maha Lakshmi Pujan Booking- Diwali
महालक्ष्मी साधना शिविर के लाभ
- धन संपत्ति में वृद्धि – लक्ष्मी साधना से आर्थिक स्थिति मजबूत होती है।
- स्वास्थ्य लाभ – धनवंतरी पूजा से स्वास्थ्य लाभ प्राप्त होता है।
- आध्यात्मिक शांति – साधना से मानसिक शांति मिलती है।
- दैनिक बाधाओं का निवारण – पूजा से जीवन की कठिनाइयां दूर होती हैं।
- सकारात्मक ऊर्जा का संचार – तंत्र साधना से सकारात्मक ऊर्जा का प्रवाह होता है।
- संतुलन और सौभाग्य – अष्टलक्ष्मी पूजा से परिवार में संतुलन और सौभाग्य आता है।
- कार्य में सफलता – तारा पूजा से व्यक्ति को कार्य में सफलता मिलती है।
- सुख-समृद्धि – कनकधारा लक्ष्मी पूजा से जीवन में सुख-समृद्धि आती है।
- सर्वसंपन्नता की प्राप्ति – श्रीयंत्र की साधना से सभी इच्छाएं पूरी होती हैं।
- बुरी नज़र से रक्षा – कवच धारण से नकारात्मक ऊर्जा दूर होती है।
- आत्मविश्वास में वृद्धि – साधना से आत्मबल बढ़ता है।
- भाग्य वृद्धि – साधना से जीवन में भाग्य का साथ मिलता है।
- परिवार में सुख-शांति – पूजा से परिवार में शांति और प्रेम बढ़ता है।
- सांसारिक मोह-माया से मुक्ति – साधना से सांसारिक उलझनों से मुक्ति मिलती है।
- विनाशकारी शक्तियों का निवारण – तंत्र साधना से दुष्ट शक्तियों का नाश होता है।
- कठिन कार्यों में सफलता – पूजा से कठिन कार्यों में सफलता मिलती है।
- दीर्घायु और यश – साधना से दीर्घायु और समाज में प्रतिष्ठा मिलती है।
- धन का प्रवाह सुगम – कुबेर पूजन से धन का सुगम प्रवाह होता है।
- आध्यात्मिक ऊर्जा का प्रवाह – साधना से आत्मा को ऊर्जा मिलती है।
- दिव्य आशीर्वाद की प्राप्ति – साधना से देवी-देवताओं का आशीर्वाद मिलता है।
प्रश्न और उत्तर
प्रश्न 1: महालक्ष्मी साधना शिविर में कैसे भाग लें?
उत्तर: महालक्ष्मी साधना शिविर में भाग लेने के लिए आप ऑनलाइन और आश्रम में दोनों रूपों में शामिल हो सकते हैं। ऑनलाइन शामिल होने के लिए रजिस्ट्रेशन करें।
प्रश्न 2: क्या पूजन के बाद कुछ सामग्री भेजी जाएगी?
उत्तर: हां, पूजन के बाद भक्तों को भभूति, यंत्र, कवच और सिद्ध काजल भेजा जाएगा।
प्रश्न 3: क्या शिविर में किसी भी प्रकार की उम्र सीमा है?
उत्तर: महालक्ष्मी साधना शिविर में सभी उम्र के लोग भाग ले सकते हैं। बच्चों, वृद्धों और युवाओं सभी का स्वागत है।
प्रश्न 4: क्या साधना से तुरंत लाभ प्राप्त होता है?
उत्तर: साधना से मिलने वाले लाभ धीरे-धीरे समय के साथ दिखाई देते हैं। इसका मुख्य उद्देश्य दीर्घकालिक सकारात्मक प्रभाव प्रदान करना है।
प्रश्न 5: क्या साधना का कोई नकारात्मक प्रभाव हो सकता है?
उत्तर: वैदिक और तांत्रिक विधियों से किए गए पूजन में कोई नकारात्मक प्रभाव नहीं होता है, जब तक कि उसे सच्चे मन से किया जाए।
महालक्ष्मी साधना शिविर में भाग लेकर आप जीवन में समृद्धि, सौभाग्य और शांति की ओर कदम बढ़ा सकते हैं। इस दिवाली माता लक्ष्मी और अन्य देवी-देवताओं की कृपा प्राप्त कर अपने जीवन को खुशियों से भरें।