Saturday, December 14, 2024

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Manasa devi puja on Naag panchami for wish

नाग पंचमी के दिन मनसा देवी की पूजा से हर इच्छा पूरी

नाग पंचमी के अवसर पर इच्छा पूरी करने वाली मनसा देवी की पूजा का विशेष महत्व है। मनसा देवी को नागों की देवी माना जाता है और उनकी पूजा नाग पंचमी के दिन विशेष रूप से की जाती है। नीचे मनसा देवी की पूजा, मंत्र, विधि, लाभ, नियम, सावधानियां और कुछ सामान्य प्रश्नों के उत्तर दिए गए हैं:

मनसा देवी मंत्र और उसका अर्थ

  • मंत्र: ॐ ह्रौं ह्रीं मनसेश्वरी मम् कार्य कुरु कुरु नमः।
  • अर्थ: इस मंत्र में “” से देवी को संबोधित किया गया है, “ह्रौं” शिव बीज और “ह्रीं” माया बीज मंत्र हैं जो देवी की ऊर्जा का आह्वान करते हैं। “मनसेश्वरी” का अर्थ है मनसा देवी, जो इच्छाओं और कार्यों की अधिष्ठात्री देवी हैं। “मम् कार्य कुरु कुरु” का अर्थ है “मेरे कार्य को सफल करो, पूरा करो” और “नमः” का अर्थ है “मैं नमन करता हूँ।” इस प्रकार यह मंत्र व्यक्ति की इच्छाओं को पूर्ण करने और जीवन की बाधाओं को दूर करने के लिए प्रार्थना करता है।

लाभ

  1. सर्प दोष निवारण: मनसा देवी की पूजा सर्प दोष को दूर करने और जीवन में शांति लाने में सहायक मानी जाती है।
  2. स्वास्थ्य लाभ: इस पूजा से स्वास्थ्य समस्याओं में सुधार होता है, विशेषकर त्वचा और रक्त से संबंधित रोगों में।
  3. मनोकामना पूर्ति: मनसा देवी की पूजा से भक्त की इच्छाओं की पूर्ति होती है और उसके कार्यों में सफलता प्राप्त होती है।
  4. सुरक्षा: नागों और अन्य विषैले जीवों से सुरक्षा प्राप्त होती है।
  5. धन और समृद्धि: पूजा करने से आर्थिक समृद्धि और परिवार में सुख-शांति प्राप्त होती है।
  6. विवाह और संतान सुख: इस पूजा से विवाह में आ रही बाधाओं का निवारण होता है और संतान सुख की प्राप्ति होती है।
  7. मानसिक शांति: पूजा करने से मानसिक तनाव दूर होता है और आत्मविश्वास में वृद्धि होती है।
  8. आध्यात्मिक उन्नति: मनसा देवी की पूजा से भक्त की आध्यात्मिक उन्नति होती है।
  9. विघ्न बाधा निवारण: पूजा से जीवन में आने वाली विघ्न और बाधाएं दूर होती हैं।
  10. परिवारिक सुख: परिवार में सुख, शांति और समृद्धि आती है।
  11. कर्ज मुक्ति: आर्थिक समस्याओं से मुक्ति और कर्ज निवारण के लिए यह पूजा प्रभावी मानी जाती है।
  12. तांत्रिक बाधा निवारण: पूजा से तांत्रिक बाधाओं का निवारण होता है।
  13. कार्य सिद्धि: व्यवसाय या कार्यक्षेत्र में सफलता प्राप्त होती है।
  14. व्यवसायिक उन्नति: व्यवसाय में वृद्धि और आर्थिक सफलता प्राप्त होती है।
  15. शत्रु निवारण: शत्रुओं से रक्षा और उनके षड्यंत्रों से मुक्ति मिलती है।
  16. यात्रा सुरक्षा: यात्रा के दौरान सुरक्षा प्राप्त होती है।
  17. विवेक और ज्ञान की वृद्धि: पूजा से ज्ञान और विवेक में वृद्धि होती है।
  18. क्लेश मुक्ति: परिवारिक और व्यक्तिगत जीवन में क्लेशों से मुक्ति मिलती है।
  19. धार्मिक लाभ: पूजा से धार्मिक लाभ और पुण्य की प्राप्ति होती है।
  20. मन की शांति: पूजा करने से मन की शांति और सुकून प्राप्त होता है।

विधि

  1. स्नान और शुद्धिकरण: सुबह स्नान करके साफ वस्त्र धारण करें।
  2. पूजा स्थल की तैयारी: पूजा के लिए एक साफ स्थान पर चौकी बिछाएं और उस पर सफेद वस्त्र रखें।
  3. मूर्ति या चित्र स्थापना: मनसा देवी की प्रतिमा या चित्र स्थापित करें।
  4. पंचोपचार पूजा: पंचोपचार (गंध, पुष्प, धूप, दीप, और नैवेद्य) से देवी की पूजा करें।
  5. मंत्र जाप: ॐ ह्रौं ह्रीं मनसेश्वरी मम् कार्य कुरु कुरु नमः। मंत्र का 108 बार जाप करें।
  6. नैवेद्य अर्पण: देवी को फल, मिठाई, दूध और अन्य नैवेद्य अर्पित करें।
  7. आरती और प्रार्थना: पूजा के अंत में आरती करें और मनोकामना पूर्ति के लिए देवी से प्रार्थना करें।
  8. जल का छिड़काव: पूजा स्थल और पूरे घर में गंगा जल का छिड़काव करें।

नियम

  1. संकल्प: पूजा से पहले संकल्प लें कि आप मनसा देवी की पूजा विधि विधान से करेंगे।
  2. पवित्रता: पूजा करते समय शुद्धता और पवित्रता का ध्यान रखें।
  3. नियमितता: पूजा में नियमितता और श्रद्धा का पालन करें।
  4. उपवास: यदि संभव हो तो उपवास रखें, विशेषकर नाग पंचमी के दिन।
  5. सत्संग: पूजा के बाद धार्मिक ग्रंथों का पाठ या सत्संग करें।

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सावधानियां

  1. सर्पों को नुकसान न पहुँचाएं: इस दिन सर्पों को किसी भी प्रकार की हानि न पहुंचाएं। उन्हें दूध अर्पित करें और उनकी रक्षा करें।
  2. साफ-सफाई: पूजा स्थल और पूरे घर की साफ-सफाई का ध्यान रखें।
  3. शुद्धता: पूजा के दौरान शुद्धता का विशेष ध्यान रखें।
  4. आस्था और विश्वास: पूजा करते समय आस्था और विश्वास बनाए रखें।
  5. स्नान: स्नान करने के बाद ही पूजा में बैठें।

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सामान्य प्रश्न

  1. नाग पंचमी का क्या महत्व है?
    • नाग पंचमी नागों के प्रति श्रद्धा और सम्मान का दिन है, जिसमें नाग देवता और मनसा देवी की पूजा की जाती है।
  2. मनसा देवी की पूजा क्यों की जाती है?
    • मनसा देवी की पूजा सर्प दोष, तांत्रिक बाधाओं, और अन्य जीवन समस्याओं से मुक्ति के लिए की जाती है।
  3. क्या मनसा देवी की पूजा सभी कर सकते हैं?
    • हां, मनसा देवी की पूजा सभी कर सकते हैं, चाहे वे किसी भी वर्ग, जाति या लिंग के हों।
  4. नाग पंचमी के दिन क्या खाना चाहिए?
    • इस दिन साधारण भोजन का सेवन करना चाहिए, जिसमें तामसिक और मांसाहारी भोजन से बचा जाता है।
  5. नाग पंचमी का व्रत कैसे किया जाता है?
    • नाग पंचमी का व्रत उपवास के रूप में किया जाता है, जिसमें व्यक्ति पूरे दिन बिना अन्न के रहता है और शाम को पूजा के बाद फल या दूध का सेवन करता है।
  6. मनसा देवी की पूजा कब करनी चाहिए?
    • नाग पंचमी के दिन प्रातः काल या सायंकाल के समय मनसा देवी की पूजा करना शुभ माना जाता है।
  7. मनसा देवी की पूजा कितने समय तक करनी चाहिए?
    • मनसा देवी की पूजा को नियमित रूप से करने का प्रयास करें, विशेषकर नाग पंचमी के दिन और हर महीने के पंचमी तिथि पर।
  8. मनसा देवी की पूजा का क्या लाभ है?
    • इस पूजा से सर्प दोष, कर्ज मुक्ति, तांत्रिक बाधाओं से मुक्ति, और जीवन में सुख, शांति, समृद्धि प्राप्त होती है।
  9. क्या मनसा देवी की पूजा करने से सर्प दोष दूर हो सकता है?
    • हां, मनसा देवी की पूजा सर्प दोष निवारण के लिए विशेष रूप से प्रभावी मानी जाती है।

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