Friday, December 27, 2024

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नकुलेश्वर भैरव / Nakuleshwar Bhairav Mantra

नकुलेश्वर भैरव मंत्र – अपने जीवन में बदलाव लाने का मार्ग

नकुलेश्वर भैरव मंत्र, भगवान भैरव के एक विशेष रूप का स्तुति है, जिसे विशेषकर भक्तों द्वारा उनकी कृपा और सुरक्षा के लिए जप किया जाता है। यह मंत्र श्रद्धा और भक्ति से जपने पर नकारात्मक ऊर्जा को समाप्त करने और मानसिक शांति को प्राप्त करने में सहायक होता है।

मंत्र और उसका अर्थ

मंत्र: ॐ ह्रीं भ्रं नकुलेश्वराय भैरवाय नमः

अर्थ: इस मंत्र का अर्थ है कि हम भगवान नकुलेश्वर भैरव को प्रणाम करते हैं, जो हमें आध्यात्मिक बल और संरक्षण प्रदान करते हैं।

नकुलेश्वर भैरव मंत्र लाभ

  1. मानसिक शांति की प्राप्ति।
  2. नकारात्मक ऊर्जा का नाश।
  3. आत्मविश्वास में वृद्धि।
  4. तनाव और चिंता में कमी।
  5. समृद्धि और समृद्धि के द्वार खोलना।
  6. बीमारियों से सुरक्षा।
  7. परिवार में सामंजस्य।
  8. कार्यों में सफलता।
  9. आध्यात्मिक विकास।
  10. ध्यान में गहराई।
  11. दुराचार से मुक्ति।
  12. सामाजिक संबंधों में सुधार।
  13. संतान सुख की प्राप्ति।
  14. भय और अवसाद से मुक्ति।
  15. सकारात्मक सोच में वृद्धि।
  16. जीवन में खुशी और संतोष।
  17. संकट के समय में सुरक्षा।

मंत्र विधि

मंत्र जप का दिन

सप्ताह का कोई भी दिन विशेष रूप से जप के लिए उपयुक्त है, लेकिन सोमवार और शनिवार अधिक फलदायी माने जाते हैं।

अवधि

मंत्र जप की अवधि 11 से 21 दिन तक होनी चाहिए।

मुहूर्त

सुबह का समय, विशेषकर ब्रह्म मुहूर्त, मंत्र जप के लिए सर्वोत्तम है।

मंत्र जप सामग्री

  1. 1 माला (108 बीजों की)
  2. सफेद फूल
  3. जल
  4. दीपक

मंत्र जप संख्या

रोज 11 माला यानी 1188 मंत्र का जप करें।

मंत्र जप के नियम

  • उम्र 20 वर्ष के ऊपर होनी चाहिए।
  • स्त्री-पुरुष कोई भी जप कर सकते हैं।
  • नीला और काला कपड़ा न पहनें।
  • धूम्रपान, पान, और मांसाहार का सेवन न करें।
  • ब्रह्मचर्य का पालन करें।

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जप सावधानी

मंत्र जप करते समय एकाग्रता बनाए रखें और अपने मन में सकारात्मक विचारों को रखें।

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नकुलेश्वर भैरव मंत्र से संबंधित प्रश्न उत्तर

प्रश्न 1: क्या नकुलेश्वर भैरव मंत्र का जप सभी कर सकते हैं?

उत्तर: हाँ, इस मंत्र का जप स्त्री-पुरुष दोनों कर सकते हैं, लेकिन कुछ नियमों का पालन आवश्यक है।

प्रश्न 2: मंत्र जप करने का सही समय क्या है?

उत्तर: सुबह का समय, विशेषकर ब्रह्म मुहूर्त, मंत्र जप के लिए सर्वोत्तम है।

प्रश्न 3: क्या किसी विशेष स्थान पर जप करना चाहिए?

उत्तर: शांत और स्वच्छ स्थान पर जप करना अधिक फलदायी होता है।

प्रश्न 4: क्या इस मंत्र के जप से स्वास्थ्य लाभ होता है?

उत्तर: हाँ, यह मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्य को बेहतर बनाने में सहायक होता है।

प्रश्न 5: क्या जप करते समय ध्यान की आवश्यकता है?

उत्तर: हाँ, जप करते समय ध्यान और एकाग्रता महत्वपूर्ण है।

प्रश्न 6: क्या इस मंत्र का जप करने के लिए किसी विशेष दिन का ध्यान रखना चाहिए?

उत्तर: सोमवार और शनिवार विशेष रूप से शुभ माने जाते हैं।

प्रश्न 7: कितने दिन तक इस मंत्र का जप करना चाहिए?

उत्तर: 11 से 21 दिन तक निरंतर जप करना चाहिए।

प्रश्न 8: क्या इस मंत्र का जप केवल एक बार किया जा सकता है?

उत्तर: यह बेहतर है कि इसे नियमित रूप से जप किया जाए।

प्रश्न 9: क्या जप करते समय विशेष वस्त्र पहनने की आवश्यकता है?

उत्तर: हाँ, साधारण और स्वच्छ वस्त्र पहनें, नीला या काला न पहनें।

प्रश्न 10: क्या जप करने से तुरंत फल मिलता है?

उत्तर: फल की प्राप्ति समय के साथ होती है, धैर्य रखें।

प्रश्न 11: क्या ध्यान करना जरूरी है?

उत्तर: हाँ, ध्यान करने से जप के फल में वृद्धि होती है।

प्रश्न 12: क्या मंत्र जप का कोई विशेष प्रभाव होता है?

उत्तर: हाँ, यह नकारात्मकता को दूर करने और सकारात्मकता को बढ़ाने में सहायक होता है।

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