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Saturday Vrat – Remove Shani Dosh Effectively

शनिवार व्रत का महत्व और संपूर्ण नियम – जीवन के कष्टों से पाएं मुक्ति

शन‍िवार व्रत भगवान शनि देव को समर्पित है। इसे करने से जीवन के कष्ट दूर होते हैं। शनि देव को न्याय का देवता माना जाता है। शन‍िवार व्रत करने से शनि दोष और शनि साढ़ेसाती के प्रभाव कम होते हैं। यह व्रत भक्तों को शांति, सुख और समृद्धि प्रदान करता है। भक्त विशेषत: इस दिन शनि मंदिर में जाकर पूजा करते हैं और तेल का दान करते हैं।

व्रत का मुहूर्त

शन‍िवार व्रत का शुभ मुहूर्त हर सप्ताह बदलता है। व्रत सूर्योदय से प्रारंभ कर सूर्यास्त तक किया जाता है। शनि अमावस्या या विशेष त्योहारों पर व्रत का महत्व बढ़ जाता है।

शन‍िवार व्रत विधि मंत्र सहित

  1. प्रातः स्नान कर स्वच्छ वस्त्र पहनें।
  2. पूजा स्थान पर शनि देव की प्रतिमा स्थापित करें।
  3. दीपक जलाएं और “ॐ शं शनैश्चराय नमः” का जाप करें।
  4. शनि देव को काले तिल, तेल, और नीले फूल अर्पित करें।
  5. शनि चालीसा और शनि मंत्र का पाठ करें।

व्रत में क्या खाएं और क्या न खाएं

व्रत में फल, दूध, और साबूदाने का सेवन करें। तामसिक भोजन जैसे प्याज, लहसुन, और मसालेदार भोजन से बचें। काले तिल और सरसों के तेल का सेवन वर्जित होता है। अन्न व्रत में नहीं लिया जाता।

व्रत की अवधि (Fasting Duration)

व्रत सूर्योदय से सूर्यास्त तक रखा जाता है। कुछ भक्त पूर्ण उपवास करते हैं, जबकि अन्य फलाहार ग्रहण करते हैं।

शनिवार व्रत से लाभ

  1. शनि दोष से मुक्ति।
  2. जीवन में शांति और समृद्धि।
  3. रोगों से मुक्ति।
  4. शत्रुओं पर विजय।
  5. धन की प्राप्ति।
  6. मानसिक शांति।
  7. पारिवारिक सुख।
  8. कारोबार में वृद्धि।
  9. अच्छे स्वास्थ्य का वरदान।
  10. बुरी नजर से बचाव।
  11. कानूनी मामलों में सफलता।
  12. रिश्तों में सुधार।
  13. दुर्घटनाओं से सुरक्षा।
  14. मानसिक तनाव से मुक्ति।
  15. आयु वृद्धि।
  16. संतोष और धैर्य की प्राप्ति।
  17. आध्यात्मिक उन्नति।

व्रत के नियम

  1. शन‍िवार को स्वच्छता का ध्यान रखें।
  2. व्रत के दिन क्रोध, ईर्ष्या, और गलत कार्यों से बचें।
  3. काले तिल और काले वस्त्र शनि देव को अर्पित करें।
  4. व्रत के दिन तेल का दान करें।
  5. पशु-पक्षियों को अन्न का दान करें।

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शन‍िवार व्रत की संपूर्ण कथा

प्राचीन समय में एक राज्य का राजा अपने राज्य की समृद्धि और शांति के लिए जाना जाता था। राजा धर्म का पालन करता और अपनी प्रजा का ख्याल रखता था। एक दिन राजा को अपनी कुंडली में शनि दोष होने का पता चला। शनि दोष के कारण राजा के राज्य में कई संकट उत्पन्न हुए। प्रजा दुखी हो गई, फसलें बर्बाद होने लगीं और राज्य में रोग फैलने लगे। राजा बहुत चिंतित हो गया और विद्वानों से उपाय पूछने लगा।

विद्वानों ने राजा को शन‍िवार व्रत करने की सलाह दी। उन्होंने बताया कि शनि देव की पूजा और व्रत से सभी कष्टों का निवारण होगा। राजा ने तुरंत व्रत करने का निश्चय किया।

राजा ने नियमपूर्वक शन‍िवार व्रत का पालन करना शुरू किया। हर शन‍िवार को वह शनि देव की पूजा करता, उन्हें काले तिल, तेल और काले वस्त्र अर्पित करता। राजा ने फलाहार और व्रत का पालन किया। धीरे-धीरे राज्य में सकारात्मक बदलाव दिखने लगे। फसलें अच्छी होने लगीं, प्रजा खुशहाल हो गई और सभी बीमारियां खत्म हो गईं। राजा ने व्रत से मिले लाभों को देखकर यह निर्णय किया कि वह जीवनभर शन‍िवार व्रत करेंगे।

शनि देव राजा की भक्ति और निष्ठा से प्रसन्न हुए। उन्होंने राजा को दर्शन दिए और वरदान दिया कि उनके राज्य में कभी कोई संकट नहीं आएगा। इस प्रकार शन‍िवार व्रत के कारण राजा का जीवन और राज्य दोनों सुखमय हो गए।

इसी कथा के आधार पर आज भी शन‍िवार व्रत किया जाता है। यह व्रत शनि देव की कृपा प्राप्त करने और जीवन के कष्टों से मुक्ति पाने के लिए अत्यंत प्रभावी माना जाता है।

भोग और प्रसाद (Offering and Prasad)

शनि देव को काले तिल का भोग लगाएं। तिल के लड्डू, चने की दाल, और गुड़ का प्रसाद अर्पित करें। यह प्रसाद भक्तों में बांटा जाता है।

व्रत में सावधानियां (Precautions)

  1. व्रत के दिन तेल का उपयोग न करें।
  2. झूठ बोलने और किसी के साथ बुरा व्यवहार करने से बचें।
  3. शराब और मांस का सेवन वर्जित है।
  4. शन‍िवार को नाखून और बाल न काटें।
  5. शनि देव की मूर्ति को साफ तेल से स्नान कराएं।

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शनिवार व्रत प्रश्न उत्तर

1. शन‍िवार व्रत कौन कर सकता है?

व्रत कोई भी कर सकता है, विशेषत: जो शनि दोष से पीड़ित हैं।

2. शन‍िवार व्रत के दौरान क्या दान करें?

काले तिल, तेल, और काले वस्त्र का दान करें।

3. क्या शन‍िवार व्रत से साढ़ेसाती का प्रभाव कम होता है?

हाँ, शन‍िवार व्रत से साढ़ेसाती का प्रभाव कम होता है।

4. शन‍िवार व्रत में तेल का दान क्यों आवश्यक है?

तेल का दान शनि देव को प्रसन्न करने का प्रमुख उपाय है।

5. क्या शन‍िवार व्रत में फलाहार कर सकते हैं?

हाँ, व्रत में फलाहार किया जा सकता है।

6. क्या शन‍िवार व्रत से रोगों से मुक्ति मिलती है?

हाँ, व्रत से शारीरिक और मानसिक रोगों से मुक्ति मिलती है।

7. क्या शन‍िवार व्रत आर्थिक समस्याओं का समाधान करता है?

व्रत से आर्थिक स्थिति में सुधार होता है।

8. क्या शनि दोष के बिना भी शन‍िवार व्रत कर सकते हैं?

जी हाँ, कोई भी शन‍िवार व्रत कर सकता है।

9. व्रत के दिन क्या मांसाहार कर सकते हैं?

नहीं, मांसाहार वर्जित है।

10. क्या महिलाएँ शन‍िवार व्रत कर सकती हैं?

हाँ, महिलाएँ भी यह व्रत कर सकती हैं।

11. व्रत के दिन क्या सफेद वस्त्र पहन सकते हैं?

शन‍िवार व्रत में काले वस्त्र पहनना शुभ माना जाता है।

12. क्या व्रत के दिन यात्रा कर सकते हैं?

व्रत के दिन अनावश्यक यात्रा से बचें।

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