Buy now

spot_img
spot_img

Shukravar Lakshmi Vrat – Prosperity & Blessings

शुक्रवार लक्ष्मी व्रत – समृद्धि और सौभाग्य प्राप्त करने का सरल उपाय

शुक्रवार लक्ष्मी व्रत हिंदू धर्म में देवी लक्ष्मी की कृपा प्राप्त करने का एक विशेष उपाय है। यह व्रत सौभाग्य, समृद्धि, और सुख-शांति के लिए किया जाता है। देवी लक्ष्मी को धन, वैभव और ऐश्वर्य की देवी माना जाता है। शुक्रवार के दिन उनकी पूजा करने से घर में धन-धान्य और समृद्धि बनी रहती है। यह व्रत विशेष रूप से महिलाएं अपने परिवार की सुख-समृद्धि और आर्थिक स्थिति में सुधार के लिए करती हैं।

शुक्रवार व्रत का मुहूर्त

शुक्रवार व्रत का शुभ मुहूर्त सूर्योदय से शुरू होता है। पूजा का समय सुबह का सबसे शुभ माना जाता है। लक्ष्मी माता की पूजा सूर्योदय के समय करना विशेष फलदायी होता है। व्रत की समाप्ति सूर्यास्त के बाद होती है, जब व्रत कथा सुनने और प्रसाद वितरण के बाद भोजन ग्रहण किया जाता है।

व्रत विधि और मंत्र

  1. सुबह जल्दी उठकर स्नान करें और स्वच्छ वस्त्र पहनें।
  2. पूजा स्थल को साफ करें और लक्ष्मी माता की प्रतिमा स्थापित करें।
  3. शुद्ध घी का दीपक जलाएं और लक्ष्मी माता को कमल के फूल, चावल और मिठाई चढ़ाएं।
  4. लक्ष्मी माता की पूजा में खीर, चावल और सफेद मिठाई का भोग अर्पित करें।
  5. लक्ष्मी माता की आरती करें और प्रसाद वितरण करें।
  6. दिनभर व्रत रखकर केवल फलाहार करें और खट्टे पदार्थों का सेवन न करें।

लक्ष्मी व्रत मंत्र

ॐ श्रीं ह्रीं श्रीं कमले कमलालये प्रसीद प्रसीद श्रीं ह्रीं श्रीं महालक्ष्म्यै नमः।

यह मंत्र देवी लक्ष्मी की कृपा प्राप्त करने के लिए विशेष फलदायी माना जाता है।

व्रत में क्या खाएं और क्या न खाएं?

शुक्रवार लक्ष्मी व्रत के दौरान केवल फलाहार और सात्विक भोजन ग्रहण करना चाहिए। इस दिन गुड़, चने, दूध, और सफेद मिठाइयों का सेवन किया जा सकता है। खट्टे पदार्थ जैसे नींबू, दही, इमली, और अचार का सेवन वर्जित है।

व्रत कब से कब तक रखें?

व्रत सूर्योदय से लेकर सूर्यास्त तक किया जाता है। दिनभर उपवास रखते हुए केवल फलाहार किया जा सकता है। व्रत की समाप्ति के लिए शाम को लक्ष्मी माता की व्रत कथा सुनने के बाद भोजन ग्रहण किया जाता है। इस व्रत को 11 या 21 शुक्रवार तक नियमित रूप से किया जा सकता है।

शुक्रवार लक्ष्मी व्रत के लाभ

  1. देवी लक्ष्मी की कृपा से आर्थिक स्थिति मजबूत होती है।
  2. घर में धन-धान्य की कमी नहीं रहती।
  3. वैवाहिक जीवन में सौहार्द और प्रेम बना रहता है।
  4. पारिवारिक संबंधों में सुधार होता है।
  5. घर में सुख-शांति का वातावरण बना रहता है।
  6. व्यवसाय में उन्नति और सफलता मिलती है।
  7. मानसिक शांति और संतोष की प्राप्ति होती है।
  8. कर्ज और आर्थिक तंगी से मुक्ति मिलती है।
  9. माता लक्ष्मी की कृपा से स्थायी समृद्धि प्राप्त होती है।
  10. गृहकलह से मुक्ति मिलती है।
  11. बच्चों की शिक्षा और भविष्य उज्ज्वल होता है।
  12. नकारात्मक ऊर्जा दूर होती है।
  13. जीवन में सकारात्मक बदलाव आते हैं।
  14. स्वास्थ में सुधार होता है।
  15. बुरी नजर और बुरे प्रभाव से बचाव होता है।
  16. सफलता के नए मार्ग खुलते हैं।
  17. लक्ष्मी माता का आशीर्वाद प्राप्त होता है।

व्रत के नियम

  1. व्रत का पालन करते समय मन में शुद्धि और श्रद्धा होनी चाहिए।
  2. व्रती को ब्रह्ममुहूर्त में उठकर स्नान करना चाहिए।
  3. खट्टे पदार्थों का सेवन वर्जित है।
  4. लक्ष्मी माता की पूजा और व्रत कथा सुनना अनिवार्य है।
  5. व्रत के दौरान मन में संयम और ध्यान होना चाहिए।
  6. पूरे दिन उपवास करके केवल फलाहार किया जा सकता है।

शुक्रवार व्रत की संपूर्ण कथा

बहुत समय पहले की बात है, एक निर्धन महिला अपने परिवार के साथ एक छोटे से गांव में रहती थी। उसके पास धन की कमी थी और उसकी आर्थिक स्थिति बहुत खराब थी। एक दिन उसे गांव की एक बुजुर्ग महिला ने सलाह दी कि वह शुक्रवार को देवी लक्ष्मी का व्रत रखे और सच्चे मन से माता की पूजा करे। उसने पूरे नियमों के साथ व्रत करना शुरू किया।

पहले कुछ हफ्तों में उसे कोई बड़ा बदलाव नहीं दिखा, लेकिन उसने अपना विश्वास और भक्ति नहीं छोड़ा। वह निरंतर देवी लक्ष्मी की पूजा करती रही और पूरे नियमों का पालन किया। धीरे-धीरे उसके घर की स्थिति सुधरने लगी। उसके पति को अच्छा काम मिल गया और घर में धन-धान्य की वृद्धि हुई। कुछ ही समय में वह महिला बहुत सुखी और समृद्ध हो गई।

इस प्रकार, देवी लक्ष्मी की कृपा से उस महिला का जीवन पूरी तरह से बदल गया। इस व्रत ने न केवल उसकी आर्थिक स्थिति को सुधारा बल्कि उसके परिवार में खुशहाली भी लौटा दी।

व्रत में भोग

व्रत के दिन लक्ष्मी माता को विशेष भोग अर्पित किया जाता है। सफेद रंग की मिठाइयों जैसे खीर, पायसम, या रसगुल्ला का भोग लगाया जाता है। इसके साथ-साथ सफेद चावल और कमल के फूल भी अर्पित किए जाते हैं। प्रसाद को सभी के बीच बांटने के बाद स्वयं भी ग्रहण करें।

शुक्रवार लक्ष्मी व्रत की शुरुआत और समाप्ति

व्रत की शुरुआत सूर्योदय से होती है। व्रती को सुबह स्नान कर शुद्ध वस्त्र पहनकर पूजा करनी चाहिए। लक्ष्मी माता की पूजा के बाद व्रत कथा अवश्य सुननी चाहिए। व्रत की समाप्ति सूर्यास्त के बाद प्रसाद वितरण और भोजन ग्रहण करने से होती है।

Know more about guruvar vrat

व्रत के दौरान सावधानियां

  1. व्रत के दिन खट्टे पदार्थों से दूर रहें।
  2. पूजा के दौरान सफेद वस्त्र धारण करना शुभ माना जाता है।
  3. व्रत कथा सुनना अनिवार्य है, इससे व्रत का फल पूर्ण होता है।
  4. व्रत के नियमों का पूरी श्रद्धा और ध्यान से पालन करें।
  5. मन में शुद्धि और सकारात्मकता बनाए रखें।

Spiritual store

शुक्रवार लक्ष्मी व्रत संबंधित प्रश्न उत्तर

1. शुक्रवार व्रत क्यों किया जाता है?
शुक्रवार व्रत देवी लक्ष्मी की कृपा प्राप्ति और आर्थिक समृद्धि के लिए किया जाता है।

2. व्रत में क्या खा सकते हैं?
गुड़, चने, दूध, फल, और सफेद मिठाइयों का सेवन किया जा सकता है।

3. व्रत में क्या नहीं खा सकते?
खट्टे पदार्थ जैसे नींबू, दही, इमली और अचार वर्जित हैं।

4. व्रत का शुभ मुहूर्त क्या है?
व्रत सूर्योदय से शुरू होता है और पूजा सुबह के समय करनी चाहिए।

5. व्रत का मंत्र क्या है?
“ॐ श्रीं ह्रीं श्रीं महालक्ष्म्यै नमः” मंत्र का जप करें।

6. व्रत कितने समय तक करना चाहिए?
व्रत 11 या 21 शुक्रवार तक किया जा सकता है।

7. व्रत के लाभ क्या हैं?
आर्थिक स्थिति मजबूत होती है, धन-धान्य की प्राप्ति होती है, और पारिवारिक सुख-शांति मिलती है।

8. क्या पुरुष भी व्रत कर सकते हैं?
हां, पुरुष भी शुक्रवार व्रत कर सकते हैं।

9. व्रत के दिन कौन से विशेष पूजा करनी चाहिए?
लक्ष्मी माता की पूजा सफेद फूल, चावल और मिठाई से की जाती है।

10. क्या व्रत में जल ग्रहण किया जा सकता है?
हां, व्रत के दौरान जल और फलाहार ग्रहण किया जा सकता है।

11. व्रत कथा सुननी क्यों आवश्यक है?
व्रत कथा सुनने से व्रत का फल पूर्ण होता है और देवी लक्ष्मी की कृपा प्राप्त होती है।

12. क्या शुक्रवार व्रत से मनोकामना पूर्ण होती है?
हां, सच्चे मन से किया गया व्रत देवी लक्ष्मी की कृपा से मनोकामना पूर्ण करता है।

spot_img
spot_img

Related Articles

Stay Connected

65,000FansLike
782,365SubscribersSubscribe
spot_img
spot_img

Latest Articles

spot_img
spot_img
Select your currency