Buy now

spot_img
spot_img

Tripur Madanakshi Mantra – Unlocking the Power of Attraction

त्रिपुर मदनाक्षी मंत्र: एक अद्भुत रहस्य

त्रिपुर मदनाक्षी मंत्र एक शक्तिशाली तांत्रिक साधना है, जो आपकी आंतरिक ऊर्जा को जागृत करती है। यह मंत्र जीवन में आकर्षण, शांति और सफलता लाने का माध्यम है। साधक को इस मंत्र का विधिपूर्वक जाप करने से अद्भुत लाभ प्राप्त होते हैं।


विनियोग मंत्र और उसका अर्थ

मूल मंत्र:

“ॐ अस्य श्री त्रिपुर मदनाक्षी मंत्रस्य, ब्रह्मा ऋषिः, गायत्री छन्दः, महात्रिपुरसुन्दरी देवता, ऐं बीजं, क्लीं शक्तिः, सौः कीलकं, मम सर्वसिद्ध्यर्थे जपे विनियोगः।”

अर्थ: यह मंत्र त्रिपुर मदनाक्षी देवी को समर्पित है। इसका जप साधक के सभी कार्यों की सिद्धि के लिए होता है। इसमें ब्रह्मा ऋषि, गायत्री छंद और महात्रिपुरसुंदरी देवी मुख्यत: सम्मिलित हैं।


दिग्बंधन मंत्र और उसका अर्थ

मूल मंत्र:

“ॐ ह्रीं दिग्बंधनाय नमः।”

अर्थ: इस मंत्र के जाप से साधक अपनी ऊर्जा को सुरक्षित रखता है। यह मंत्र दसों दिशाओं को बांधकर सुरक्षा कवच बनाता है।


त्रिपुर मदनाक्षी मंत्र और उसका संपूर्ण अर्थ

मूल मंत्र:
“ॐ ह्रीं त्रिपुर मदनाक्षे आकर्षय आकर्षय क्लीं नमः।”

संपूर्ण अर्थ:
यह मंत्र त्रिपुर मदनाक्षी देवी का आह्वान है, जो आकर्षण और ऊर्जा की देवी मानी जाती हैं।

  • “ॐ”: यह ब्रह्मांडीय ध्वनि है, जो सकारात्मक ऊर्जा और शांति का स्रोत है।
  • “ह्रीं”: यह बीज मंत्र है, जो आध्यात्मिक शक्ति और देवी की कृपा को प्रकट करता है।
  • “त्रिपुर मदनाक्षे”: यह त्रिपुर देवी के उस स्वरूप को इंगित करता है जो मन और आकर्षण पर नियंत्रण रखती हैं।
  • “आकर्षय आकर्षय”: साधक यहां देवी से अनुरोध करता है कि वे उसके जीवन में सकारात्मक ऊर्जा और आकर्षण को बढ़ाएं।
  • “क्लीं”: यह बीज मंत्र प्रेम, समर्पण और आनंद का प्रतीक है।
  • “नमः”: यह समर्पण और नमन का भाव व्यक्त करता है।

भावार्थ:
हे त्रिपुर मदनाक्षी देवी, आपको नमन करता हूं। कृपया मुझे अपने दिव्य आकर्षण और कृपा से आशीर्वाद दें। मेरे जीवन में समृद्धि, प्रेम, और सकारात्मकता का संचार करें। यह मंत्र साधक के मन, शरीर और आत्मा को देवी की शक्ति से जोड़ने का माध्यम है।


जप काल में इन चीजों का सेवन अधिक करें

  1. फलों का रस
  2. सूखे मेवे
  3. मिश्री और पान
  4. तुलसी का जल
  5. सादे भोजन का सेवन

त्रिपुर मदनाक्षी मंत्र के अद्भुत लाभ

  • आत्मविश्वास में वृद्धि होती है।
  • व्यक्तित्व में आकर्षण बढ़ता है।
  • रिश्तों में मधुरता आती है।
  • मानसिक शांति प्राप्त होती है।
  • कार्यों में सफलता मिलती है।
  • धन संबंधी परेशानियां दूर होती हैं।
  • शत्रु पर विजय मिलती है।
  • आध्यात्मिक उन्नति होती है।
  • नकारात्मक ऊर्जा से रक्षा होती है।
  • स्वास्थ्य में सुधार होता है।
  • प्रेम संबंधों में मजबूती आती है।
  • पारिवारिक जीवन सुखद होता है।
  • ईर्ष्या और द्वेष समाप्त होता है।
  • मनोबल और ऊर्जा बढ़ती है।
  • जीवन में स्थिरता आती है।
  • नई योजनाओं में सफलता मिलती है।
  • बाधाएं दूर होती हैं।
  • जीवन में समृद्धि आती है।

पूजा सामग्री और मंत्र विधि

पूजा सामग्री:

  • सिंदूर
  • अक्षत
  • दीपक और घी
  • पुष्प (लाल और सफेद)
  • चंदन
  • शुद्ध जल
  • माला (रुद्राक्ष या स्फटिक)

विधि:

  1. एक साफ और शांत स्थान चुनें।
  2. देवी की मूर्ति या चित्र के सामने दीपक जलाएं।
  3. पुष्प और चंदन अर्पित करें।
  4. शुद्ध जल से स्नान कर मंत्र जाप करें।
  5. माला से मंत्र का जाप करें।

मंत्र जाप का दिन, अवधि और मुहूर्त

दिन: शुक्रवार और पूर्णिमा का दिन सबसे शुभ माना जाता है।

अवधि: 20 मिनट तक प्रतिदिन 18 दिनों तक जाप करें।

मुहूर्त: ब्रह्ममुहूर्त (सुबह 4 से 6 बजे) जाप के लिए सर्वोत्तम है।

Aghor lakshmi sadhana shivir


मंत्र जाप के नियम

  1. केवल 20 वर्ष से अधिक उम्र के लोग जाप करें।
  2. स्त्री और पुरुष दोनों जाप कर सकते हैं।
  3. काले और नीले रंग के कपड़े न पहनें।
  4. धूम्रपान, मद्यपान और मांसाहार से बचें।
  5. ब्रह्मचर्य का पालन करें।

Get mantra diksha


जाप के समय सावधानियां

  • जाप करते समय मन को एकाग्र रखें।
  • स्थान शुद्ध और शांत हो।
  • बिना स्नान किए जाप न करें।
  • अशुद्ध वस्तुओं का स्पर्श न करें।
  • नियमित समय पर जाप करें।

Tripur madnakshi sadhana with diksha


त्रिपुर मदनाक्षी मंत्र से जुड़े प्रश्न और उत्तर

प्रश्न 1: यह मंत्र किस उद्देश्य से किया जाता है? उत्तर: यह मंत्र जीवन में शांति, समृद्धि और आकर्षण बढ़ाने के लिए किया जाता है।

प्रश्न 2: क्या यह मंत्र स्त्रियां भी कर सकती हैं? उत्तर: हां, स्त्री और पुरुष दोनों यह मंत्र जाप कर सकते हैं।

प्रश्न 3: जाप के लिए कौन सा दिन सबसे शुभ है? उत्तर: शुक्रवार और पूर्णिमा का दिन सबसे शुभ माना जाता है।

प्रश्न 4: जाप के दौरान क्या पहनना चाहिए? उत्तर: सफेद, लाल या पीले रंग के कपड़े पहनें।

प्रश्न 5: मंत्र जाप के लिए कौन सी माला सर्वोत्तम है? उत्तर: रुद्राक्ष या स्फटिक की माला सर्वोत्तम है।

प्रश्न 6: क्या जाप के दौरान अन्य मंत्र भी जप सकते हैं? उत्तर: नहीं, केवल इस मंत्र पर ध्यान केंद्रित करें।

प्रश्न 7: क्या मंत्र जाप में कोई विशेष आसन का उपयोग करना चाहिए? उत्तर: हां, कुशासन या सिद्धासन का उपयोग करें।

प्रश्न 8: क्या जाप के बाद प्रसाद अर्पित करना चाहिए? उत्तर: हां, फल और मिश्री का प्रसाद अर्पित करें।

प्रश्न 9: क्या इस मंत्र का प्रभाव तुरंत दिखता है? उत्तर: साधक की श्रद्धा और नियम पालन पर निर्भर करता है।

प्रश्न 10: क्या जाप के दौरान धूप या दीपक आवश्यक है? उत्तर: हां, दीपक और धूप से वातावरण शुद्ध होता है।

प्रश्न 11: क्या जाप के लिए समूह साधना कर सकते हैं? उत्तर: व्यक्तिगत साधना अधिक प्रभावी मानी जाती है।

प्रश्न 12: क्या जाप के समय ध्यान आवश्यक है? उत्तर: हां, ध्यान से मंत्र की शक्ति कई गुना बढ़ जाती है।

BOOK RUDRABHISHEK PUJAN ON MAHA SHIVRATRI

Please enable JavaScript in your browser to complete this form.
Choose Pujan Option
spot_img
spot_img

Related Articles

spot_img
spot_img

Latest Articles

spot_img
spot_img
Select your currency