Vishal Netra Yakshini Mantra for Attraction & Antiaging

विशालनेत्रा यक्षिणी एक दिव्य और अद्वितीय शक्ति वाली यक्षिणी मानी जाती हैं। उनके बड़े और सुंदर नेत्र, आकर्षक शरीर और असाधारण आकर्षण शक्ति के कारण वे अपने भक्तों को सुंदरता, प्रभाव और सफलता प्रदान करती हैं। विशालनेत्रा यक्षिणी की पूजा करने से व्यक्ति के जीवन में न केवल भौतिक सुखों की प्राप्ति होती है, बल्कि आत्मविश्वास और मानसिक शांति भी मिलती है।

लाभ

  1. Anti-aging: विशालनेत्रा यक्षिणी की पूजा से व्यक्ति की उम्र बढ़ने की प्रक्रिया धीमी हो जाती है और वह दीर्घायु और युवा दिखने लगता है।
  2. सौंदर्य: उनके आशीर्वाद से व्यक्ति का शारीरिक सौंदर्य और आकर्षण बढ़ता है।
  3. आकर्षण शक्ति: व्यक्ति में एक असाधारण आकर्षण शक्ति का विकास होता है जिससे लोग उसकी ओर आकर्षित होते हैं।
  4. प्रभावित करने की क्षमता: व्यक्ति की किसी भी सभा में प्रभावित करने की क्षमता बढ़ती है।
  5. अपनी बात को मनवाने की क्षमता: व्यक्ति की अपनी बात को दूसरों से मनवाने की शक्ति में वृद्धि होती है।
  6. भीड़ में भाषण देने की क्षमता: व्यक्ति की भीड़ के सामने प्रभावी भाषण देने की क्षमता बढ़ती है।
  7. आकर्षक व्यक्तित्व: व्यक्ति का व्यक्तित्व इतना आकर्षक हो जाता है कि वह जहाँ भी जाता है, वहाँ लोग उसे पसंद करने लगते हैं।
  8. संसारिक सुख: भौतिक सुखों की प्राप्ति होती है, जैसे कि अच्छा घर, गाड़ी, और अन्य ऐशोआराम की वस्तुएँ।
  9. मानसिक शांति: मानसिक शांति और संतोष प्राप्त होता है।
  10. आत्मविश्वास: आत्मविश्वास में वृद्धि होती है, जिससे व्यक्ति किसी भी चुनौती का सामना कर सकता है।
  11. व्यक्तिगत आकर्षण: व्यक्ति का व्यक्तिगत आकर्षण इतना बढ़ जाता है कि लोग उसकी ओर स्वतः ही खिंचने लगते हैं।
  12. संतान सुख: संतान सुख और संतति में वृद्धि होती है।
  13. विद्या: ज्ञान और शिक्षा में वृद्धि होती है।
  14. आध्यात्मिक उन्नति: आध्यात्मिक उन्नति और ज्ञान की प्राप्ति होती है।
  15. समाज में मान-सम्मान: समाज में मान-सम्मान और प्रतिष्ठा मिलती है।
  16. वैवाहिक सुख: वैवाहिक जीवन में सुख-शांति और प्रेम बढ़ता है।
  17. व्यावसायिक सफलता: व्यापार और व्यवसाय में सफलता मिलती है।
  18. धन संपत्ति: धन और संपत्ति में वृद्धि होती है।
  19. स्वास्थ्य: शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य में सुधार होता है।
  20. शुभता: जीवन में शुभता और सौभाग्य का आगमन होता है।

विशालनेत्रा यक्षिणी मंत्र

मंत्र:

ॐ ह्रीं विशालनेत्रायै यक्षिणेश्वरी नमः। “OM HREEM VISHAL NETRAAYE YAKSHINESHWARI NAMAHA”

मंत्र का वर्णन:
यह मंत्र विशालनेत्रा यक्षिणी का आह्वान करने के लिए जपा जाता है। “ह्रीं” का अर्थ है तीनो लोकों की देवी, ‘विशालनेत्रायै यक्षिणेश्वरी’ का अर्थ है बड़ी आंखों वाली यक्षिणी देवी, और ‘नमः’ का अर्थ है नमन या प्रणाम। इस मंत्र के नियमित जप से व्यक्ति के जीवन में सौंदर्य, आकर्षण और सफलता की प्राप्ति होती है।

पूजा सामग्री

  1. विशालनेत्रा यक्षिणी की प्रतिमा या चित्र
  2. केसर
  3. चंदन
  4. धूपबत्ती
  5. दीपक
  6. तिलक
  7. अक्षत (चावल)
  8. लाल फूल
  9. मिठाई
  10. जल से भरा कलश
  11. नारियल
  12. पंचामृत (दूध, दही, घी, शहद और चीनी का मिश्रण)
  13. सुपारी और पान
  14. फल

विशालनेत्रा यक्षिणी मंत्र विधि

  1. स्नान: पूजा से पहले शुद्धता के लिए स्नान करें।
  2. स्थान: पूजा के लिए स्वच्छ और पवित्र स्थान चुनें।
  3. प्रतिमा स्थापना: विशालनेत्रा यक्षिणी की प्रतिमा या चित्र को उचित स्थान पर स्थापित करें।
  4. ध्यान: यक्षिणी का ध्यान करें और उनका आवाहन करें।
  5. तिलक और अक्षत: प्रतिमा पर तिलक लगाएं और अक्षत चढ़ाएं।
  6. फूल अर्पित करें: यक्षिणी को लाल फूल चढ़ाएं।
  7. धूप और दीपक: धूपबत्ती और दीपक जलाएं।
  8. मंत्र जाप: उपरोक्त मंत्र का जाप 108 बार करें।
  9. प्रसाद: मिठाई और फल यक्षिणी को अर्पित करें।
  10. आरती: यक्षिणी की आरती उतारें।
  11. प्रसाद वितरण: पूजा समाप्ति के बाद प्रसाद वितरित करें।

विशालनेत्रा यक्षिणी मंत्र दिन और अवधि

दिन: शुक्रवार को विशालनेत्रा यक्षिणी की पूजा करना विशेष शुभ माना जाता है।

अवधि: कम से कम 21 दिनों तक नियमित रूप से पूजा करनी चाहिए। इसके बाद, विशेष अवसरों पर भी इस पूजा को किया जा सकता है।

Bandha mochan Yakshini mantra vidhi

विशालनेत्रा यक्षिणी मंत्र – सावधानियाँ

  1. पूजा के समय शुद्धता और पवित्रता का ध्यान रखें।
  2. पूजा स्थल को स्वच्छ और साफ रखें।
  3. पूजा के दौरान मानसिक शांति और एकाग्रता बनाए रखें।
  4. अनैतिक और अपवित्र विचारों से दूर रहें।
  5. पूजा के समय शुद्ध वस्त्र धारण करें।
  6. नियमितता बनाए रखें, किसी भी दिन पूजा न छोड़े।

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सामान्य प्रश्न

प्रश्न 1: विशालनेत्रा यक्षिणी की पूजा क्यों की जाती है?
उत्तर: विशालनेत्रा यक्षिणी की पूजा सुंदरता, आकर्षण, और सफलता प्राप्त करने के लिए की जाती है।

प्रश्न 2: विशालनेत्रा यक्षिणी की पूजा का सर्वोत्तम समय क्या है?
उत्तर: विशालनेत्रा यक्षिणी की पूजा का सर्वोत्तम समय शुक्रवार की शाम को माना जाता है।

प्रश्न 3: क्या विशालनेत्रा यक्षिणी की पूजा केवल शुक्रवार को ही की जा सकती है?
उत्तर: नहीं, विशालनेत्रा यक्षिणी की पूजा किसी भी दिन की जा सकती है, लेकिन शुक्रवार को विशेष रूप से शुभ माना जाता है।

प्रश्न 4: क्या विशालनेत्रा यक्षिणी की पूजा से तुरंत लाभ मिलता है?
उत्तर: विशालनेत्रा यक्षिणी की पूजा से तुरंत लाभ प्राप्त नहीं होता, लेकिन नियमित पूजा से धीरे-धीरे लाभ मिलना शुरू हो जाता है।

प्रश्न 5: क्या विशालनेत्रा यक्षिणी की पूजा के लिए विशेष स्थान की आवश्यकता होती है?
उत्तर: नहीं, पूजा के लिए कोई विशेष स्थान की आवश्यकता नहीं होती, लेकिन स्थान को स्वच्छ और पवित्र रखना चाहिए।

प्रश्न 6: विशालनेत्रा यक्षिणी की पूजा के लिए कौन-कौन सी सामग्री आवश्यक है?
उत्तर: विशालनेत्रा यक्षिणी की प्रतिमा, केसर, चंदन, धूपबत्ती, दीपक, तिलक, अक्षत, लाल फूल, मिठाई, जल, नारियल, पंचामृत, सुपारी, पान, और फल।

प्रश्न 7: क्या विशालनेत्रा यक्षिणी की पूजा का विशेष मंत्र है?
उत्तर: हां, विशालनेत्रा यक्षिणी का विशेष मंत्र है: “ॐ विशालनेत्रायै नमः।”

प्रश्न 8: क्या विशालनेत्रा यक्षिणी की पूजा केवल महिलाओं द्वारा की जा सकती है?
उत्तर: नहीं, विशालनेत्रा यक्षिणी की पूजा पुरुष और महिला दोनों कर सकते हैं।

प्रश्न 9: विशालनेत्रा यक्षिणी की पूजा के बाद क्या करना चाहिए?
उत्तर: पूजा के बाद यक्षिणी की आरती करनी चाहिए और प्रसाद वितरित करना चाहिए।

प्रश्न 10: क्या विशालनेत्रा यक्षिणी की पूजा से मानसिक शांति मिलती है?
उत्तर: हां, विशालनेत्रा यक्षिणी की पूजा से मानसिक शांति और संतोष प्राप्त होता है।

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