हम कैसे जाने कि कौन सी पूजा साधना, कौन से दिन, किस देवी देवता की करनी चाहिये?
हिंदू धर्म में सप्ताह के प्रत्येक दिन का एक विशेष महत्व माना जाता होता है, और प्रत्येक दिन को विभिन्न देवी-देवताओं की पूजा उपासना के लिए समर्पित किया गया है। दिन के अनुसार पूजा या साधना करने से मनोकामनाएं पूर्ण होती हैं और भगवान की कृपा प्राप्त होती है। यहाँ सप्ताह के प्रत्येक दिन के लिए उपयुक्त पूजा और साधनाओं का विवरण दिया गया है:
1. सोमवार (Monday)
- पूजा: भगवान शिव की पूजा
- साधना: रुद्राभिषेक, महामृत्युंजय मंत्र जप
- व्रत: सोमवार का व्रत (सोमवार व्रत कथा का पाठ)
- उपयोगी वस्तुएं: सफेद फूल, दूध, चंदन, अक्षत (चावल)
- लाभ: स्वास्थ्य, मानसिक शांति, रोग निवारण, दीर्घायु
2. मंगलवार (Tuesday)
- पूजा: हनुमान जी, मंगल ग्रह (भगवान कार्तिकेय, दुर्गा देवी भी)
- साधना: हनुमान चालीसा का पाठ, बजरंग बाण, सुंदरकांड
- व्रत: मंगलवार का व्रत (विशेषकर हनुमान जी के भक्तों के लिए)
- उपयोगी वस्तुएं: लाल फूल, गुड़, चने, सिंदूर
- लाभ: साहस, ऊर्जा, शत्रु नाश, संकटों से मुक्ति
3. बुधवार (Wednesday)
- पूजा: भगवान गणेश, बुध ग्रह
- साधना: गणेश चालीसा, गणेश अथर्वशीर्ष, गणेश गायत्री मंत्र
- व्रत: बुधवार का व्रत (गणेश व्रत कथा का पाठ)
- उपयोगी वस्तुएं: दूर्वा (दूब घास), मोदक (लड्डू), हरित फल
- लाभ: बुद्धि, ज्ञान, व्यापार में वृद्धि, ऋण से मुक्ति
4. गुरुवार (Thursday)
- पूजा: भगवान विष्णु, बृहस्पति ग्रह (गुरु देवता)
- साधना: विष्णु सहस्रनाम, नारायण कवच, बृहस्पति स्तोत्र
- व्रत: गुरुवार का व्रत (गुरुवार व्रत कथा का पाठ)
- उपयोगी वस्तुएं: पीला फूल, चना दाल, केला
- लाभ: ज्ञान, समृद्धि, संतान सुख, वैवाहिक सुख
5. शुक्रवार (Friday)
- पूजा: माँ लक्ष्मी, संतोषी माँ, शुक्र ग्रह
- साधना: श्रीसूक्त, लक्ष्मी चालीसा, कनकधारा स्तोत्र
- व्रत: शुक्रवार का व्रत (संतोषी माँ का व्रत)
- उपयोगी वस्तुएं: सफेद फूल, चावल, खीर
- लाभ: धन, सौभाग्य, प्रेम, वैभव
6. शनिवार (Saturday)
- पूजा: शनि देव, हनुमान जी, शनैश्वर ग्रह, भैरव
- साधना: शनि स्तोत्र, शनि चालीसा, दशरथ कृत शनि स्तोत्र, हनुमान चालीसा
- व्रत: शनिवार का व्रत (शनि व्रत कथा का पाठ)
- उपयोगी वस्तुएं: तिल, सरसों का तेल, काले कपड़े
- लाभ: शनि दोष निवारण, पीड़ा से मुक्ति, शत्रु नाश
7. रविवार (Sunday)
- पूजा: सूर्य देव, भगवान विष्णु, सविता (सूर्य की एक रूप)
- साधना: आदित्य हृदय स्तोत्र, सूर्य गायत्री मंत्र, सूर्य आराधना
- व्रत: रविवार का व्रत (सूर्य व्रत कथा का पाठ)
- उपयोगी वस्तुएं: लाल वस्त्र, गुड़, गेहूं, चावल
- लाभ: स्वास्थ्य, मान-सम्मान, ऊर्जा, कीर्ति
अंत में
सप्ताह के हर दिन विशेष पूजा या साधना करने से न केवल भगवान की कृपा प्राप्त होती है, बल्कि जीवन की विभिन्न समस्याओं का समाधान भी मिलता है। इन दिनचर्याओं का पालन करके व्यक्ति अपने जीवन को सुख-शांति और समृद्धि से भर सकता है। इन सभी पूजा और साधनाओं का पूर्ण लाभ तभी मिलता है जब इन्हें पूर्ण निष्ठा, श्रद्धा, और नियम से किया जाए।