अलौकिक शक्ति व मनोकामना पूरी करने वाली “योगिनी” शब्द संस्कृत शब्द “योग” से बना है, जिसका अर्थ है “जोडने वाली” योगिनी का अर्थ है “वह स्त्री जो योग से जोडती है आपको”
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योगिनी के प्रकार
योगिनी सैकडो प्रकार की होती हैं, जो कि अलग अलग संप्रदायों से जुडी होती है.
- बौद्ध योगिनी: ये योगिनियाँ बौद्ध धर्म से जुड़ी होती हैं और ध्यान और ज्ञानोदय प्राप्त करने के लिए योग का अभ्यास करती हैं।
- अघोर योगिनी: ये योगिनियाँ अघोर पंथ से जुड़ी होती हैं और तांत्रिक क्रियाओं में विशेषज्ञ होती हैं।
- नाथ योगिनी: ये योगिनियाँ नाथ पंथ से जुड़ी होती हैं और योग विद्या में निपुण होती हैं।
योगिनी की शक्तियां
योगिनियों को अलौकिक शक्तियों के लिए जाना जाता है। वे उड़ सकती हैं, अदृश्य हो सकती हैं और भविष्य की भविष्यवाणी कर सकती हैं।
योगिनी की पूजा
योगिनियों की पूजा भक्तों को शक्ति, ज्ञान और आध्यात्मिक उन्नति प्राप्त करने में मदद करने के लिए की जाती है।
योगिनी के बारे में कुछ महत्वपूर्ण बातें
- योगिनियाँ स्त्री शक्ति का प्रतीक हैं।
- योगिनियाँ आध्यात्मिक ज्ञान और शक्ति प्राप्त करने का मार्ग दिखाती हैं।
- योगिनियाँ भक्तों को जीवन में चुनौतियों का सामना करने और उन्हें दूर करने में मदद करती हैं।
योगिनी साधना से जुड़े सामान्य प्रश्न (FAQ)
1. योगिनी साधना क्या है?
योगिनी साधना देवी योगिनियों की आराधना और उनसे सिद्धियाँ प्राप्त करने के लिए की जाती है।
2. योगिनी साधना का महत्व क्या है?
यह साधना साधक को आत्म-शक्ति, तांत्रिक शक्तियों, और दिव्य आशीर्वादों का अनुभव कराती है।
3. योगिनी साधना के लिए कौन सा मंत्र जपना चाहिए?
॥ॐ ह्रीं क्लीं योगिनी नमः॥
4. योगिनी साधना का जप किस समय करना चाहिए?
ब्रह्म मुहूर्त (सुबह 4 बजे से 6 बजे) और रात्रि काल में।
5. योगिनी साधना का जप कितनी बार करना चाहिए?
न्यूनतम 108 बार करना चाहिए।
6. योगिनी साधना का जप करने से क्या लाभ होते हैं?
आत्म-शक्ति, तांत्रिक शक्तियों का विकास, रोगों से मुक्ति, मानसिक शांति, आर्थिक समृद्धि, सफलता प्राप्ति, आध्यात्मिक उन्नति, संकटमोचन, शत्रु बाधा निवारण, पारिवारिक सुख-शांति, विवाह और संबंधों में सुधार, संतान सुख, भौतिक समृद्धि, धन-धान्य में वृद्धि, आध्यात्मिक ज्ञान, कार्य सिद्धि, दुष्ट आत्माओं से रक्षा, मनोकामना पूर्ति, आत्म-नियंत्रण, और जीवन में संतुलन का अनुभव।
7. क्या योगिनी साधना महिलाएं कर सकती हैं?
हाँ, महिलाएं भी इस साधना को कर सकती हैं।
8. योगिनी साधना के लिए कौन सी पूजा सामग्री आवश्यक है?
शुद्ध जल, सिंदूर, चंदन, धूप, दीपक, फूल, फलों का प्रसाद, तुलसी दल, रुद्राक्ष माला, और पंचामृत।
9. योगिनी साधना का जप कितने दिन तक करना चाहिए?
कम से कम 21 दिन तक नियमित रूप से करना चाहिए।
10. क्या योगिनी साधना का जप समूह में किया जा सकता है?
हाँ, समूह में भी किया जा सकता है।
11. योगिनी साधना का जप करने से आध्यात्मिक उन्नति होती है?
हाँ, इससे आध्यात्मिक जागरूकता और उन्नति होती है।
12. क्या योगिनी साधना का जप किसी भी समय किया जा सकता है?
हाँ, लेकिन ब्रह्म मुहूर्त और रात्रि काल में करना उत्तम है।
13. योगिनी साधना का जप करने से क्या सभी इच्छाएं पूरी होती हैं?
पूर्ण विश्वास और भक्ति के साथ जप करने से इच्छाएं पूरी हो सकती हैं।
14. क्या योगिनी साधना का जप करने से स्वास्थ्य लाभ होते हैं?
हाँ, मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्य में सुधार होता है।
15. क्या योगिनी साधना का जप करने से धन की प्राप्ति होती है?
हाँ, इससे आर्थिक समस्याओं का समाधान होता है।
16. योगिनी साधना का जप करने के बाद क्या कोई विशेष प्रसाद का वितरण किया जाता है?
हाँ, पंचामृत या फलों का प्रसाद वितरित किया जा सकता है।
17. क्या योगिनी साधना का जप करने से सभी प्रकार की बाधाएं दूर होती हैं?
हाँ, शत्रु, तंत्र, और अन्य बाधाएं दूर होती हैं।
18. योगिनी साधना का जप किस दिन करना सबसे उत्तम है?
विशेषकर पूर्णिमा, अमावस्या, और नवमी के दिन।
19. क्या योगिनी साधना का जप किसी विशेष आसन में करना चाहिए?
हाँ, सही और स्थिर आसन का उपयोग करना चाहिए।
20. क्या योगिनी साधना का जप करने से दुर्भाग्य से मुक्ति मिलती है?
हाँ, इससे दुर्भाग्य और समस्याओं से मुक्ति मिलती है।
योगिनी साधना एक अत्यंत प्रभावशाली साधना है जो साधक को आत्म-शक्ति, तांत्रिक शक्तियों, और दिव्य आशीर्वादों का अनुभव कराती है। इसके नियमित जप से साधक को मानसिक, शारीरिक, और आध्यात्मिक लाभ प्राप्त होते हैं। साधना को शुद्ध मन और पूर्ण विश्वास के साथ करें, इससे देवी योगिनियों की कृपा प्राप्त होती है और जीवन में सुख, शांति, और समृद्धि आती है।