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Aditi yogini mantra for antiaging

अदिती योगिनी मंत्र – आकर्षण शक्ति बढाने वाली

अदिती योगिनी मंत्र एक शक्तिशाली देवी मंत्र है, जो अदिती योगिनी की पूजा और साधना के लिए उपयोग किया जाता है। अदिती योगिनी देवी को संपूर्ण जगत की माता माना जाता है, जो सृष्टि की उत्पत्ति और पालन की अधिष्ठात्री हैं। यह मंत्र आकर्षण शक्ति के साथ आध्यात्मिक शांति, समृद्धि और आंतरिक शक्ति प्रदान करने में मदत करता है।

मंत्र और उसका अर्थ

मंत्र:
ॐ ह्रीं अदिति योगिनेश्वरी नमः

अर्थ:
“ॐ (सर्वशक्तिमान) ह्रीं (शक्ति बीज मंत्र) अदिति (सर्वभूतों की माता) योगिनेश्वरी (योगियों की अधिष्ठात्री देवी) को मैं नमन करता हूँ।”
यह मंत्र अदिती योगिनी की शक्तियों का आवाहन कर साधक को आंतरिक बल, मन की शांति और जीवन में संतुलन प्रदान करता है।

अदिती योगिनी मंत्र जप के लाभ

  1. मानसिक शांति में वृद्धि।
  2. आंतरिक आत्मविश्वास में सुधार।
  3. स्वास्थ्य में सुधार।
  4. नकारात्मक ऊर्जाओं से सुरक्षा।
  5. आध्यात्मिक उन्नति।
  6. ध्यान में गहरी एकाग्रता।
  7. आर्थिक समृद्धि का आगमन।
  8. करियर में सफलता।
  9. पारिवारिक जीवन में सुख-शांति।
  10. भय से मुक्ति।
  11. आत्मसंयम और धैर्य में वृद्धि।
  12. आध्यात्मिक ज्ञान का विकास।
  13. अदिति योगिनी का आशीर्वाद।
  14. विपरीत परिस्थितियों से मुक्ति।
  15. जीवन में स्थायित्व।
  16. कार्यों में सफलता।
  17. संबंधों में सुधार और प्रेम की वृद्धि।

मंत्र विधि

दिन:
मंत्र जप के लिए सोमवार, बुधवार या शुक्रवार का दिन शुभ माना जाता है।
अवधि:
मंत्र का जप ११ से २१ दिनों तक किया जा सकता है।
मुहूर्त:
ब्राह्म मुहूर्त (सुबह ४:३० से ६:०० बजे तक) सबसे उत्तम माना गया है।

मंत्र जप

मंत्र का जप कम से कम ११ माला (एक माला में १०८ मंत्र होते हैं) रोजाना करें, यानी कुल ११८८ मंत्र। जप साधक के सामर्थ्य और क्षमता के अनुसार बढ़ाया जा सकता है।

सामग्री

  • पीले वस्त्र
  • कुमकुम
  • दीपक (घी का दीपक)
  • अगरबत्ती
  • पीला आसन
  • अदिति योगिनी की प्रतिमा या चित्र
  • पंचामृत (दूध, दही, घी, शहद, और शक्कर)

मंत्र जप के नियम

  1. जप के दौरान २० वर्ष से अधिक आयु का होना आवश्यक है।
  2. स्त्री-पुरुष दोनों इस मंत्र का जप कर सकते हैं।
  3. जप के समय नीले और काले कपड़े न पहनें।
  4. धूम्रपान, मद्यपान, और मांसाहार का सेवन न करें।
  5. ब्रह्मचर्य का पालन करें।

जप के समय सावधानियां

  • मन को एकाग्र करें और नकारात्मक विचारों से दूर रहें।
  • शुद्धता का विशेष ध्यान रखें।
  • जप के दौरान आसन स्थिर और आरामदायक होना चाहिए।
  • जप के समय किसी प्रकार की अशुद्धि न हो।

अदिती योगिनी मंत्र से जुड़े प्रश्न और उत्तर

प्रश्न १: अदिती योगिनी कौन हैं?
उत्तर: अदिती योगिनी को देवी अदिति का स्वरूप माना जाता है, जो अनंत ब्रह्मांड की माता और योगियों की अधिष्ठात्री देवी हैं।

प्रश्न २: इस मंत्र का जप कौन कर सकता है?
उत्तर: २० वर्ष से अधिक आयु के स्त्री-पुरुष कोई भी व्यक्ति इस मंत्र का जप कर सकता है।

प्रश्न ३: मंत्र जप का सर्वोत्तम समय क्या है?
उत्तर: ब्राह्म मुहूर्त (सुबह ४:३० से ६:०० बजे तक) सर्वोत्तम समय है।

प्रश्न ४: क्या इस मंत्र का जप किसी विशेष दिन किया जा सकता है?
उत्तर: हाँ, सोमवार, बुधवार या शुक्रवार का दिन मंत्र जप के लिए शुभ माना गया है।

प्रश्न ५: मंत्र जप के दौरान क्या सावधानियां रखनी चाहिए?
उत्तर: शुद्धता, ब्रह्मचर्य और मानसिक एकाग्रता आवश्यक है।

प्रश्न ६: मंत्र जप कितने दिनों तक किया जा सकता है?
उत्तर: ११ से २१ दिनों तक रोज जप करना चाहिए।

प्रश्न ७: इस मंत्र से क्या लाभ प्राप्त हो सकते हैं?
उत्तर: मानसिक शांति, आर्थिक समृद्धि, आध्यात्मिक उन्नति और स्वास्थ्य में सुधार के साथ १७ लाभ हैं।

प्रश्न ८: क्या विशेष सामग्री की आवश्यकता है?
उत्तर: पीले वस्त्र, कुमकुम, दीपक, अगरबत्ती, और अदिति योगिनी की प्रतिमा या चित्र की आवश्यकता होती है।

प्रश्न ९: क्या इस मंत्र का जप स्त्रियाँ कर सकती हैं?
उत्तर: हाँ, स्त्री और पुरुष दोनों इस मंत्र का जप कर सकते हैं।

प्रश्न १०: जप के दौरान किस रंग के वस्त्र पहनने चाहिए?
उत्तर: सफेद या पीले वस्त्र पहनने चाहिए, नीले और काले कपड़े न पहनें।

प्रश्न ११: मंत्र जप के समय भोजन कैसा होना चाहिए?
उत्तर: शाकाहारी भोजन ही ग्रहण करना चाहिए। मांसाहार का सेवन नहीं करना चाहिए।

प्रश्न १२: मंत्र का प्रभाव कब दिखाई देने लगता है?
उत्तर: नियमित और विधिपूर्वक जप करने से ११ से २१ दिनों के भीतर प्रभाव अनुभव होने लगता है।

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