Wednesday, December 11, 2024

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Bhoga Yakshini Mantra for wealth

भोग यक्षिणी मंत्र – इच्छाओं की पूर्ति और सुख-संपन्नता का मार्ग

दुनियां का हर सुख देने वाली भोग यक्षिणी एक प्रकार की यक्षिणी हैं, जिनका मंत्र और पूजन सरल व शक्तिशाली माना जाता है. भोग यक्षिणी का पूजन धन, संपत्ति, आर्थिक स्थिरता, सुख और आनंद की प्राप्ति के लिए किया जाता है।

भोग यक्षिणी मंत्र: || ॐ नमो भगवती महाभोगिन्यै नमः ||

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भोग यक्षिणी मंत्र लाभ

  1. आर्थिक समृद्धि: भोग यक्षिणी की पूजा करने से आर्थिक बाधाएं दूर होती हैं और धन-संपत्ति में वृद्धि होती है।
  2. भौतिक सुख: यह पूजा साधक को जीवन में भौतिक सुख और सुविधाएं प्रदान करती है।
  3. मनोकामनाओं की पूर्ति: भोग यक्षिणी पूजा से साधक की इच्छाएं पूरी होती हैं, चाहे वह धन, वैभव, या अन्य किसी प्रकार की हो।
  4. व्यवसाय में उन्नति: इस पूजा से व्यापार में उन्नति और तरक्की प्राप्त होती है।
  5. कर्ज मुक्ति: जो लोग कर्ज से परेशान हैं, उन्हें इस पूजा से कर्ज से मुक्ति मिलती है।
  6. मान-सम्मान: पूजा करने से समाज में मान-सम्मान और प्रतिष्ठा बढ़ती है।
  7. विवाह में बाधाएं दूर करना: विवाह में आने वाली बाधाएं और अड़चनें इस पूजा से दूर होती हैं।
  8. संपत्ति विवादों का समाधान: संपत्ति संबंधी विवादों का निपटारा होता है और साधक को संपत्ति में वृद्धि मिलती है।
  9. शत्रुओं से रक्षा: यह पूजा शत्रुओं से रक्षा करती है और उन्हें साधक के रास्ते से हटाती है।
  10. परिवार में सुख-शांति: परिवार में शांति और सामंजस्य स्थापित होता है।
  11. स्वास्थ्य लाभ: साधक को अच्छा स्वास्थ्य प्राप्त होता है और बीमारियों से मुक्ति मिलती है।
  12. संपत्ति में वृद्धि: साधक को जमीन-जायदाद और अन्य संपत्ति में वृद्धि मिलती है।
  13. विदेश यात्रा के योग: इस पूजा से विदेश यात्रा के योग बनते हैं और विदेश में सफलता मिलती है।
  14. धन प्राप्ति के नए स्रोत: धन प्राप्ति के नए स्रोत विकसित होते हैं और साधक की आर्थिक स्थिति मजबूत होती है।
  15. मन की शांति: पूजा से मानसिक शांति मिलती है और साधक के मन से चिंता और तनाव दूर होते हैं।
  16. संतान प्राप्ति: जो दंपत्ति संतान सुख की कामना करते हैं, उन्हें भोग यक्षिणी की पूजा से संतान प्राप्ति का आशीर्वाद मिलता है।
  17. नौकरी में प्रमोशन: इस पूजा से नौकरी में प्रमोशन और तरक्की मिलती है।
  18. सुखद गृहस्थ जीवन: साधक का दांपत्य जीवन सुखमय होता है और परिवार में आनंद की वृद्धि होती है।
  19. सभी प्रकार की बाधाओं का निवारण: जीवन में आने वाली सभी प्रकार की बाधाएं, चाहे वे तांत्रिक हो या अन्य, इस पूजा से दूर होती हैं।
  20. आत्मविश्वास में वृद्धि: साधक का आत्मविश्वास बढ़ता है और वह जीवन की चुनौतियों का सामना करने में सक्षम होता है।

भोग यक्षिणी मंत्र से संबंधित प्रश्न और उत्तर

प्रश्न 1: भोग यक्षिणी कौन हैं?

उत्तर: भोग यक्षिणी एक दिव्य शक्ति हैं जो साधक को भौतिक सुख-सुविधाएं, ऐश्वर्य, और इच्छाओं की पूर्ति का वरदान देती हैं। उनकी साधना से जीवन में आनंद और भोग का अनुभव प्राप्त होता है।

प्रश्न 2: भोग यक्षिणी मंत्र का क्या महत्व है?

उत्तर: भोग यक्षिणी मंत्र का जाप साधक को जीवन में भौतिक सुख-सुविधाओं, धन-धान्य और इच्छाओं की पूर्ति के लिए किया जाता है। यह मंत्र भौतिक इच्छाओं और समृद्धि की प्राप्ति के लिए महत्वपूर्ण है।

प्रश्न 3: भोग यक्षिणी मंत्र का जाप कब और कैसे करना चाहिए?

उत्तर: भोग यक्षिणी मंत्र का जाप शुक्रवार या पूर्णिमा के दिन से शुरू करना शुभ होता है। इसे सुबह के समय या रात में चंद्रमा की उपस्थिति में किया जा सकता है।

प्रश्न 4: भोग यक्षिणी मंत्र का जाप कितने दिनों तक करना चाहिए?

उत्तर: मंत्र जाप 11 से 21 दिनों तक लगातार करना चाहिए। इस अवधि में प्रतिदिन 11 माला (1188 मंत्र) का जाप करना उत्तम माना जाता है।

प्रश्न 5: मंत्र जाप के लिए कौन-सी सामग्री आवश्यक है?

उत्तर: मंत्र जाप के लिए शुद्ध जल, घी का दीपक, सफेद और पीले फूल, चंदन की धूप, और एक आसन आवश्यक होता है। साधक के लिए सफेद वस्त्र पहनना शुभ होता है।

प्रश्न 6: भोग यक्षिणी मंत्र के क्या लाभ हैं?

उत्तर: भोग यक्षिणी मंत्र के लाभों में धन, भौतिक सुख-सुविधाएं, ऐश्वर्य, प्रेम संबंधों में सुधार, और इच्छाओं की शीघ्र पूर्ति शामिल हैं। यह मंत्र साधक की भौतिक इच्छाओं की पूर्णता करता है।

प्रश्न 7: क्या भोग यक्षिणी मंत्र जाप का कोई विशेष नियम है?

उत्तर: हां, साधक को मंत्र जाप के दौरान ब्रह्मचर्य का पालन करना चाहिए। साथ ही, धूम्रपान, मद्यपान और मांसाहार से दूर रहना आवश्यक है। काले या नीले वस्त्र पहनने से बचना चाहिए।

प्रश्न 8: मंत्र जाप के दौरान कौन सी दिशा में बैठना चाहिए?

उत्तर: साधक को उत्तर या पूर्व दिशा की ओर मुख करके मंत्र जाप करना चाहिए, जिससे सकारात्मक ऊर्जा का संचार हो सके और जाप अधिक प्रभावी हो।

प्रश्न 9: भोग यक्षिणी मंत्र से कौन-कौन लाभान्वित हो सकता है?

उत्तर: 20 वर्ष से अधिक आयु के स्त्री और पुरुष दोनों ही इस मंत्र का जाप कर सकते हैं। यह मंत्र उन सभी के लिए लाभकारी है जो भौतिक इच्छाओं और ऐश्वर्य की प्राप्ति चाहते हैं।

प्रश्न 10: भोग यक्षिणी मंत्र जाप में किन चीजों से बचना चाहिए?

उत्तर: मंत्र जाप के दौरान अशुद्धता, नकारात्मक विचार, और शारीरिक और मानसिक अशुद्धि से बचना चाहिए। साथ ही, किसी भी प्रकार की मानसिक अशांति से दूर रहना चाहिए।

प्रश्न 11: क्या भोग यक्षिणी मंत्र से प्रेम संबंधों में सुधार हो सकता है?

उत्तर: हां, इस मंत्र का जाप प्रेम संबंधों में मधुरता और स्थायित्व लाने में सहायक होता है। यह मंत्र रिश्तों में प्यार और विश्वास को बढ़ाता है।

प्रश्न 12: भोग यक्षिणी मंत्र का आध्यात्मिक महत्व क्या है?

उत्तर: यद्यपि यह मंत्र भौतिक इच्छाओं की पूर्ति के लिए है, लेकिन इसका आध्यात्मिक पहलू भी है। यह साधक को आत्मिक संतुलन प्रदान करता है और भौतिक जीवन में शांति और संतोष की भावना उत्पन्न करता है।

भोग यक्षिणी की पूजा को शुक्रवार के दिन करना अधिक शुभ माना जाता है। शुक्रवार को भोग यक्षिणी की पूजा करके धन, संपत्ति और सुख-समृद्धि की प्राप्ति में सहायता मिलती है।

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