spot_img

Bhumi Vivad Shanti Mantra- Resolve Land Disputes Peacefully

भूमि विवाद शांति मंत्र: भूमि विवाद शांत करने के लिए प्रभावशाली मंत्र

भूमि विवाद शांति मंत्र से जुड़ी विधियों और उपायों से जमीन जायदाद से संबंधित समस्याओं का समाधान पाया जा सकता है। यह मंत्र न केवल भूमि विवाद को समाप्त करता है, बल्कि जमीन खरीदने-बेचने में सफलता, भूमि श्राप से मुक्ति, अपशकुन शांत करने और घर-ऑफिस या दुकान की नकारात्मक ऊर्जा से छुटकारा दिलाने में भी सहायक है। इसके प्रभाव से भौतिक सुख-संपदा प्राप्त होती है और जीवन में स्थिरता आती है।

विनियोग मंत्र व उसका अर्थ

विनियोग मंत्र किसी भी पूजा या अनुष्ठान का प्रारंभिक भाग होता है। यह मंत्र देवताओं और प्रकृति से जुड़ी शक्तियों को आह्वान करता है। भूमि विवाद शांति मंत्र के लिए विनियोग मंत्र इस प्रकार है:

“ॐ भूः भुवः स्वः भूमि संपदा नमः”

इसका अर्थ है, “हम पृथ्वी माता और उनके भीतर छिपी संपत्तियों की रक्षा और आशीर्वाद की कामना करते हैं।”

दसों दिशाओं का दिग्बंधन मंत्र व उसका अर्थ

दिग्बंधन मंत्र दिशाओं की सुरक्षा और शक्ति का आह्वान करता है। यह मंत्र इस प्रकार है:

“ॐ ह्रीं क्रीं दिगपालाय नमः।”

इसका अर्थ है, “हम दसों दिशाओं के रक्षकों से हमारी भूमि और संपत्ति की सुरक्षा की प्रार्थना करते हैं।”

भूमि विवाद शांति मंत्र व उसका संपूर्ण अर्थ

मंत्र:
“ॐ ह्रीं क्रीं यक्षराजे भूमि संपदा रक्षय रक्षय क्लीं फट्”

मंत्र का अर्थ:

  • : यह ब्रह्मांडीय ध्वनि है, जो दिव्यता और शांति का प्रतीक है।
  • ह्रीं: यह शक्ति और सकारात्मक ऊर्जा का बीज मंत्र है, जो आध्यात्मिक उन्नति और सुरक्षा प्रदान करता है।
  • क्रीं: यह क्रियाशक्ति का प्रतीक है, जो कार्य सिद्धि और सफलता दिलाता है।
  • यक्षराजे: धन के देवता कुबेर को संबोधित करता है, जो संपत्ति और भूमि के रक्षक माने जाते हैं।
  • भूमि संपदा: भूमि और उससे जुड़ी सारी संपत्ति को इंगित करता है।
  • रक्षय रक्षय: भूमि की रक्षा करने और विवादों से मुक्ति दिलाने का आग्रह।
  • क्लीं: यह आकर्षण और शांति का बीज मंत्र है, जो विवादों को समाप्त कर संबंधों में सामंजस्य लाता है।
  • फट्ट: यह बीज मंत्र नकारात्मकता और बाधाओं को नष्ट करने के लिए है।

इस मंत्र का अर्थ है, “हे यक्षराज! हमारी भूमि और संपत्ति की रक्षा करें, हमें समृद्धि और सुख प्रदान करें।”

जप के दौरान सेवन करें ये चीजें

  1. तुलसी के पत्ते।
  2. शुद्ध घी।
  3. मिश्री।
  4. दूध।
  5. मौसमी फल।

मंत्र जप के लाभ

  • भूमि विवाद का समाधान।
  • जमीन खरीदने और बेचने में सफलता।
  • नकारात्मक ऊर्जा का नाश।
  • अपशकुन से मुक्ति।
  • वास्तु दोष का शमन।
  • भौतिक सुख की प्राप्ति।
  • परिवार में शांति।
  • धन और संपत्ति में वृद्धि।
  • भूमि श्राप से मुक्ति।
  • मानसिक शांति।
  • निर्णय लेने की क्षमता में वृद्धि।
  • व्यापार में प्रगति।
  • रिश्तों में सामंजस्य।
  • नकारात्मक विचारों का अंत।
  • स्वास्थ्य में सुधार।
  • कार्यों में सफलता।
  • आत्मबल में वृद्धि।
  • जीवन में स्थिरता।

पूजा सामग्री व मंत्र विधि

  1. दुकान, घर या जमीन की थोड़ी मिट्टी सामने रखें।
  2. सरसों के तेल का दीपक जलाएं।
  3. लाल आसन पर बैठें।
  4. मंत्र का जप सूर्यास्त के बाद 25 मिनट तक करें।
  5. जप के बाद मिट्टी को 11 बार एंटीक्लॉक वाइज घुमाकर पानी में विसर्जित करें।

मंत्र जप का दिन, अवधि व मुहूर्त

  • दिन: शुभ तिथि चुनें।
  • अवधि: 11 दिन।
  • मुहूर्त: सूर्यास्त के बाद।

Free horoscope consulting

मंत्र जप के नियम

  1. उम्र 20 वर्ष से अधिक हो।
  2. स्त्री-पुरुष कोई भी जप कर सकते हैं।
  3. नीले या काले कपड़े न पहनें।
  4. धूम्रपान, मद्यपान और मांसाहार से परहेज करें।
  5. ब्रह्मचर्य का पालन करें।

Kamakhya sadhana shivir

जप के दौरान सावधानियां

  • जप के समय मन को शांत रखें।
  • आसन का उपयोग सुनिश्चित करें।
  • किसी अन्य व्यक्ति को सामग्री न छूने दें।

spiritual shop

मंत्र से संबंधित प्रश्न और उत्तर

प्रश्न 1: क्या यह मंत्र हर किसी के लिए प्रभावी है?

उत्तर: हां, यदि नियमों का पालन किया जाए तो यह मंत्र सभी के लिए प्रभावी है।

प्रश्न 2: क्या इसे घर पर किया जा सकता है?

उत्तर: हां, इसे घर पर भी विधि-विधान से किया जा सकता है।

प्रश्न 3: मंत्र जप के लिए कौन सा समय सबसे उत्तम है?

उत्तर: सूर्यास्त के बाद का समय मंत्र जप के लिए सबसे उत्तम माना जाता है।

प्रश्न 4: क्या महिलाएं मंत्र जप कर सकती हैं?

उत्तर: हां, महिलाएं भी नियमों का पालन करके मंत्र जप कर सकती हैं।

प्रश्न 5: मंत्र जप के दौरान कौन-कौन से नियम आवश्यक हैं?

उत्तर: शुद्ध आचरण, ब्रह्मचर्य, मद्यपान और मांसाहार से परहेज आदि नियम आवश्यक हैं।

प्रश्न 6: क्या मंत्र जप के लिए विशेष वस्त्र पहनने की आवश्यकता है?

उत्तर: हां, लाल या सफेद वस्त्र पहनना शुभ माना जाता है।

प्रश्न 7: यदि मंत्र जप के दौरान कोई बाधा आए तो क्या करें?

उत्तर: बाधा आने पर पुनः शुद्धि करके जप आरंभ करें।

प्रश्न 8: क्या मंत्र जप में परिवार के अन्य सदस्य शामिल हो सकते हैं?

उत्तर: हां, परिवार के सदस्य भी नियमों का पालन करते हुए शामिल हो सकते हैं।

प्रश्न 9: क्या मंत्र जप के लिए किसी विशेष दिशा का चयन करना चाहिए?

उत्तर: पूरब या उत्तर दिशा की ओर मुख करके जप करना श्रेष्ठ होता है।

प्रश्न 10: क्या मंत्र जप के बाद कोई विशेष क्रिया करनी चाहिए?

उत्तर: हां, मिट्टी को पानी में विसर्जित करना और दीपक को बुझाना आवश्यक है।

प्रश्न 11: मंत्र जप के दौरान किन वस्तुओं का सेवन वर्जित है?

उत्तर: मांसाहार, मद्यपान, और तामसिक भोजन का सेवन वर्जित है।

प्रश्न 12: मंत्र जप से कितने समय में लाभ प्राप्त होता है?

उत्तर: नियमित और विधि-विधान से जप करने पर 11 दिनों में सकारात्मक परिणाम मिलने लगते हैं।

spot_img
spot_img

Related Articles

KAMAKHYA SADHANA SHIVIRspot_img
PITRA DOSHA NIVARAN PUJANspot_img

Latest Articles

FREE HOROSCOPE CONSULTINGspot_img
BAGALAMUKHI SHIVIR BOOKINGspot_img
Select your currency