Durga Shabar Mantra – For Strong Protection
दुर्गा शाबर मंत्र: शक्ति प्राप्ति और कष्टों से मुक्ति के अद्भुत उपाय
दुर्गा शाबर मंत्र शक्ति और भक्ति का प्रतीक है। यह मंत्र माँ दुर्गा की कृपा पाने के लिए विशेष रूप से उपयोगी माना जाता है। इसकी साधना से जीवन में आने वाले कष्ट और विपत्तियों से मुक्ति मिलती है।
मंत्र और उसका संपूर्ण अर्थ
ॐ दुं दुर्गाय, नौ दिन तुम शक्ति अवतारी, महिमा अपरम्पार तुम्हारी, सभी तुम्हारे सुमिरन करते, भक्त सुखी दुख से छुटते, करो हमारे काज, न करे तो बटुक भैरव की आन।
इस मंत्र का अर्थ है कि माँ दुर्गा नौ दिनों तक शक्ति की अवतारी रूप में विराजमान रहती हैं। उनकी महिमा अपरम्पार है, और जो भी भक्त उनकी आराधना करते हैं, उन्हें सभी कष्टों से मुक्ति मिलती है। माँ दुर्गा भक्तों के सभी कार्य सिद्ध करती हैं, और अगर कोई बाधा आती है, तो बटुक भैरव की सहायता से उसे दूर किया जाता है।
दुर्गा शाबर मंत्र से मिलने वाले लाभ
- शारीरिक कष्टों से मुक्ति।
- मानसिक शांति।
- धन-धान्य की वृद्धि।
- परिवार में सुख और शांति।
- शत्रुओं से सुरक्षा।
- आत्मबल में वृद्धि।
- आध्यात्मिक उन्नति।
- कर्ज से मुक्ति।
- नौकरी में सफलता।
- वैवाहिक समस्याओं का समाधान।
- संतान प्राप्ति।
- कार्यों में सफलता।
- व्यापार में उन्नति।
- बुरी नजर से बचाव।
- शत्रुओं की पराजय।
- रोगों से मुक्ति।
- परिवार में समृद्धि और सुख।
दुर्गा शाबर मंत्र पूजा सामग्री और विधि
पूजा सामग्री:
- देवी दुर्गा की मूर्ति या चित्र।
- लाल पुष्प।
- कुमकुम।
- दीपक और घी।
- चावल।
- धूप या अगरबत्ती।
- नारियल।
- मिठाई या फल।
- सफेद वस्त्र या रेशमी वस्त्र।
मंत्र विधि:
- सबसे पहले स्नान कर शुद्ध हो जाएं।
- लाल वस्त्र पहनें।
- पूजा स्थल पर देवी दुर्गा की मूर्ति या चित्र स्थापित करें।
- दीपक जलाएं और धूप जलाकर देवी का आह्वान करें।
- मंत्र जप की शुरुआत से पहले विनियोग मंत्र पढ़ें।
- मंत्र जप करते समय ध्यान दें कि आपका मन शांत और एकाग्र हो।
- देवी को पुष्प, चावल, और नारियल अर्पित करें।
- मिठाई या फल का भोग लगाएं।
दुर्गा शाबर मंत्र जप का समय और विधि
मंत्र जप का शुभ मुहूर्त सुबह के समय ब्रह्म मुहूर्त में होता है। जप 11 से 21 दिनों तक नियमित रूप से करना चाहिए। रोज 11 माला (1188 मंत्र) जपें।
मंत्र जप के नियम
- उम्र 20 वर्ष से ऊपर होनी चाहिए।
- स्त्री और पुरुष दोनों इस मंत्र का जप कर सकते हैं।
- ब्लू और ब्लैक कपड़े न पहनें।
- धूम्रपान, मद्यपान, और मांसाहार से दूर रहें।
- ब्रह्मचर्य का पालन करें।
know more about nav durga mantra vidhi
मंत्र जप की सावधानियां
मंत्र जप करते समय ध्यान रखें कि आपका मन विचलित न हो। कोई भी नकारात्मक विचार आपके मन में न आएं। जप के दौरान शुद्धता बनाए रखें।
दुर्गा शाबर मंत्र से संबंधित प्रश्न-उत्तर
प्रश्न 1: दुर्गा शाबर मंत्र कब जपना चाहिए?
उत्तर: इस मंत्र का जप ब्रह्म मुहूर्त में करना सबसे अच्छा माना जाता है।
प्रश्न 2: क्या दुर्गा शाबर मंत्र से तुरंत लाभ मिलता है?
उत्तर: हाँ, सही विधि और श्रद्धा से जप करने पर जल्दी लाभ प्राप्त होते हैं।
प्रश्न 3: क्या महिलाएं इस मंत्र का जप कर सकती हैं?
उत्तर: हाँ, स्त्री-पुरुष दोनों इस मंत्र का जप कर सकते हैं।
प्रश्न 4: क्या इस मंत्र का जप किसी भी दिन किया जा सकता है?
उत्तर: हाँ, लेकिन नवरात्रि के दिनों में इसका विशेष महत्व होता है।
प्रश्न 5: दुर्गा शाबर मंत्र के जप के लिए कौन सा रंग पहनना चाहिए?
उत्तर: लाल और पीले रंग के कपड़े पहनना शुभ माना जाता है।
प्रश्न 6: क्या इस मंत्र से मनोकामना पूर्ण होती है?
उत्तर: हाँ, इस मंत्र का जप करने से भक्तों की मनोकामनाएं पूर्ण होती हैं।
प्रश्न 7: क्या इस मंत्र के जप के दौरान कुछ विशेष सावधानियां रखनी चाहिए?
उत्तर: हाँ, शुद्धता और संयम का पालन करना आवश्यक है।
प्रश्न 8: मंत्र जप के दौरान कौन-कौन सी चीजों का परहेज करना चाहिए?
उत्तर: धूम्रपान, मद्यपान, और मांसाहार से परहेज करना चाहिए।
प्रश्न 9: क्या इस मंत्र का जप किसी भी स्थान पर किया जा सकता है?
उत्तर: हाँ, लेकिन पूजा स्थल शुद्ध और शांत होना चाहिए।
प्रश्न 10: क्या इस मंत्र से घर में सुख-शांति आती है?
उत्तर: हाँ, इस मंत्र से घर में सुख-शांति और समृद्धि आती है।
प्रश्न 11: क्या इस मंत्र से स्वास्थ्य लाभ होते हैं?
उत्तर: हाँ, इस मंत्र का जप करने से शारीरिक और मानसिक कष्टों से मुक्ति मिलती है।
प्रश्न 12: क्या इस मंत्र से शत्रु पर विजय प्राप्त की जा सकती है?
उत्तर: हाँ, यह मंत्र शत्रुओं से रक्षा करता है और विजय दिलाता है।