Buy now

spot_img
spot_img

Trishakti Beej Mantra – Path to Prosperity

त्रिशक्ति बीज मंत्र जप: देवी सरस्वती, लक्ष्मी और काली की कृपा से जीवन में समृद्धि कैसे पाएं

त्रिशक्ति बीज मंत्र, (ऐं श्रीं क्रीं) एक अत्यधिक शक्तिशाली बीज मंत्र है जो देवी सरस्वती, लक्ष्मी और काली की शक्ति का प्रतीक है। इस मंत्र के नियमित जाप से व्यक्ति को अद्वितीय मानसिक, आध्यात्मिक और भौतिक लाभ मिलते हैं। इसका प्रयोग मन, आत्मा और शरीर को मजबूत करने के लिए किया जाता है।

विनियोग मंत्र

त्रिशक्ति बीज मंत्र की साधना के प्रारंभ में विनियोग मंत्र का उच्चारण किया जाता है। यह मंत्र साधक की प्रार्थना और इष्टदेवता को समर्पित होता है।

“ॐ अस्य श्री त्रिशक्ति बीज मंत्रस्य, महाकाली सरस्वती लक्ष्मी देवता, ऐं बीजं, श्रीं शक्तिः, क्रीं कीलकं, मंत्रसिद्ध्यर्थे जपे विनियोगः।”

दसों दिशाओं का दिग्बंधन मंत्र और उसका अर्थ

साधना करते समय साधक को दिशाओं से सुरक्षा प्रदान करने के लिए दिग्बंधन मंत्र का जाप करना आवश्यक है। यह मंत्र सभी दिशाओं से आने वाली नकारात्मक शक्तियों से रक्षा करता है।

“ॐ कुम्भाय स्वाहा। उत्तराय स्वाहा। पूर्वाय स्वाहा। दक्षिणाय स्वाहा। नैऋत्याय स्वाहा। वायव्याय स्वाहा। आग्नेयाय स्वाहा। ईशानाय स्वाहा। ऊर्ध्वाय स्वाहा। अधोयाय स्वाहा।”

अर्थ: यह मंत्र दसों दिशाओं से आने वाली सभी नकारात्मक शक्तियों का नाश करता है और साधक की हर दिशा से रक्षा करता है।

त्रिशक्ति बीज मंत्र और उसका संपूर्ण अर्थ

“ऐं श्रीं क्रीं “

अर्थ:

  • ऐं: यह सरस्वती का बीज मंत्र है जो ज्ञान, बुद्धि और समझ को बढ़ाता है।
  • श्रीं: यह लक्ष्मी का बीज मंत्र है जो धन, सौभाग्य और समृद्धि लाता है।
  • क्रीं: यह काली का बीज मंत्र है जो बुरी शक्तियों को नष्ट करता है और सुरक्षा प्रदान करता है।

Tri shakti beej mantra-Video

त्रिशक्ति बीज मंत्र के लाभ

  1. मानसिक शक्ति में वृद्धि।
  2. धन-संपत्ति की प्राप्ति।
  3. शत्रुओं का नाश।
  4. आत्मबल में वृद्धि।
  5. रोगों से मुक्ति।
  6. परिवार में शांति।
  7. आत्मविश्वास में वृद्धि।
  8. आध्यात्मिक उन्नति।
  9. करियर में सफलता।
  10. व्यापार में वृद्धि।
  11. सकारात्मक ऊर्जा का प्रवाह।
  12. शिक्षा में सफलता।
  13. भय से मुक्ति।
  14. दुष्ट आत्माओं से सुरक्षा।
  15. शांति और संतोष।
  16. इच्छाशक्ति में वृद्धि।
  17. देवी-देवताओं की कृपा प्राप्ति।

पूजा सामग्री के साथ मंत्र विधि

साधना के लिए आवश्यक सामग्री:

  1. गाय के घी का दीपक।
  2. अगरबत्ती और धूप।
  3. पुष्पमाला।
  4. लाल या पीले वस्त्र।
  5. जल का कलश।
  6. चावल और कुमकुम।
  7. स्फटिक या रुद्राक्ष माला।

मंत्र जप का दिन, अवधि और मुहूर्त

त्रिशक्ति बीज मंत्र का जप किसी भी शुभ दिन जैसे पूर्णिमा, अमावस्या, नवमी, अष्टमी या शुक्रवार को प्रारंभ कर सकते हैं।

  • अवधि: यह जप 11 से 21 दिन तक नियमित रूप से करना चाहिए।
  • मुहूर्त: प्रातःकाल ब्रह्म मुहूर्त (4:00 AM से 6:00 AM) या शाम के समय संध्या मुहूर्त में जप करना सबसे उपयुक्त माना जाता है।

मंत्र जप की विधि

  • साधक को प्रतिदिन 11 माला (यानी 1188 मंत्र) जप करने चाहिए।
  • मंत्र का उच्चारण स्पष्ट और ध्यानपूर्वक करना आवश्यक है।

know ore about lakshmi mantra vidhi

मंत्र जप के नियम

  1. साधक की आयु 20 वर्ष से अधिक होनी चाहिए।
  2. स्त्री और पुरुष दोनों इस साधना को कर सकते हैं।
  3. नीले या काले वस्त्र पहनने से बचें।
  4. धूम्रपान, मद्यपान और मांसाहार का सेवन न करें।
  5. ब्रह्मचर्य का पालन करें।

spiritual store

जप की सावधानियाँ

  1. साधना के दौरान शुद्धता का विशेष ध्यान रखें।
  2. जप के समय एकाग्रचित्त रहें और ध्यान भंग न होने दें।
  3. साधना के समय कमरे में शांत वातावरण बनाएं।

त्रिशक्ति बीज मंत्र पृश्न और उत्तर

प्रश्न 1: क्या महिलाएँ त्रिशक्ति बीज मंत्र जप कर सकती हैं?
उत्तर: हाँ, महिलाएँ भी इस मंत्र का जप कर सकती हैं, परंतु उन्हें अपने मासिक धर्म के दौरान इसे करने से बचना चाहिए।

प्रश्न 2: त्रिशक्ति बीज मंत्र के जप के दौरान कौन से दिन शुभ होते हैं?
उत्तर: पूर्णिमा, अमावस्या और शुक्रवार को त्रिशक्ति बीज मंत्र का जप शुरू करना अत्यधिक शुभ माना जाता है।

प्रश्न 3: मंत्र जप के दौरान क्या खाने से परहेज करना चाहिए?
उत्तर: साधना के दौरान धूम्रपान, मद्यपान और मांसाहार का सेवन वर्जित है।

प्रश्न 4: त्रिशक्ति बीज मंत्र के जप से कौन-कौन से लाभ प्राप्त होते हैं?
उत्तर: इस मंत्र के जप से साधक को भौतिक, मानसिक और आध्यात्मिक लाभ मिलते हैं। धन, स्वास्थ्य, शांति और सुरक्षा प्रदान होती है।

प्रश्न 5: क्या मंत्र जप के दौरान विशेष वस्त्र पहनने होते हैं?
उत्तर: साधक को लाल या पीले वस्त्र पहनने चाहिए और नीले या काले कपड़ों से बचना चाहिए।

प्रश्न 6: क्या मंत्र जप के दौरान किसी प्रकार की माला का प्रयोग होता है?
उत्तर: हाँ, स्फटिक या रुद्राक्ष माला का प्रयोग सबसे उत्तम माना जाता है।

प्रश्न 7: त्रिशक्ति बीज मंत्र जप से कितनी जल्दी परिणाम मिलते हैं?
उत्तर: नियमित और विधिपूर्वक जप करने पर साधक को 11 से 21 दिनों में सकारात्मक परिणाम मिलने लगते हैं।

प्रश्न 8: मंत्र जप के दौरान किन भावनाओं का ध्यान रखना चाहिए?
उत्तर: मंत्र जप के दौरान साधक को एकाग्रचित्त होकर श्रद्धा, विश्वास और समर्पण के साथ मंत्र का उच्चारण करना चाहिए।

प्रश्न 9: त्रिशक्ति बीज मंत्र का उद्देश्य क्या है?
उत्तर: इस मंत्र का उद्देश्य साधक को ज्ञान, धन और सुरक्षा प्रदान करना है।

प्रश्न 10: त्रिशक्ति बीज मंत्र किसके लिए विशेष लाभकारी है?
उत्तर: यह मंत्र उन व्यक्तियों के लिए विशेष लाभकारी है जो जीवन में शांति, समृद्धि और सुरक्षा की तलाश कर रहे हैं।

प्रश्न 11: क्या इस मंत्र का प्रभाव स्थायी होता है?
उत्तर: यदि साधक नियमित और विधिपूर्वक जप करता है, तो इसका प्रभाव लंबे समय तक रहता है।

BOOK RUDRABHISHEK PUJAN ON MAHA SHIVRATRI

Please enable JavaScript in your browser to complete this form.
Choose Pujan Option
spot_img
spot_img

Related Articles

65,000FansLike
500FollowersFollow
782,534SubscribersSubscribe
spot_img
spot_img

Latest Articles

spot_img
spot_img
Select your currency