Buy now

spot_img
spot_img

Kali Gayatri Mantra for Spiritual Growth

काली गायत्री मंत्र: शक्ति, साधना और उसके लाभ जानें

काली गायत्री मंत्र शक्ति और सिद्धियों का एक प्रभावशाली स्रोत है। यह मंत्र माँ काली की आराधना और उनके कृपा को प्राप्त करने का एक अद्वितीय तरीका है। यह मंत्र विशेष रूप से साधकों के लिए है जो अपने जीवन में शक्ति, साहस, और अदम्य ऊर्जा को जागृत करना चाहते हैं। माँ काली को इस मंत्र द्वारा प्रसन्न करने से जीवन में आने वाले सभी विघ्न और बाधाओं का नाश होता है।

विनियोग मंत्र और उसका अर्थ

विनियोग मंत्र:
“ॐ अस्य श्री काली गायत्री महा मंत्रस्य, कश्यप ऋषिः, अनुष्टुप छंदः, काली देवी देवता, क्रीं बीजं, स्वाहा शक्तिः, नमः कीलकम्, मम सर्वाभीष्ट सिद्धयर्थे जपे विनियोगः॥”

अर्थ: इस विनियोग मंत्र द्वारा हम काली गायत्री मंत्र का उच्चारण करते समय ऋषि, छंद, देवता, बीज, शक्ति, और कीलक को ध्यान में रखते हुए उसका विनियोग करते हैं, ताकि हमें साधना के समस्त लाभ प्राप्त हो सकें।

दसों दिशाओं का दिग्बंधन मंत्र और उसका अर्थ

दिग्बंधन मंत्र:
“ॐ उत्तराय स्वाहा, आग्नेयाय स्वाहा, नैऋत्याय स्वाहा, वायव्याय स्वाहा, उर्ध्वाय स्वाहा, अधराय स्वाहा, ईशानाय स्वाहा, नासत्याय स्वाहा।”

अर्थ: इस दिग्बंधन मंत्र के द्वारा हम दसों दिशाओं की सुरक्षा और ऊर्जा का आह्वान करते हैं, ताकि साधना में किसी भी प्रकार की नकारात्मक ऊर्जा का प्रभाव न हो सके।

काली गायत्री मंत्र और उसका संपूर्ण अर्थ

काली गायत्री मंत्र:
“॥ कालिकाये विद्यमहे शमशान वाशिन्ये धीमहि तन्नो देवी प्रचोदयात् ॥”

मंत्र का अर्थ:

  1. कालिकाये विद्यमहे:
    इस हिस्से में हम माँ काली का स्मरण करते हैं, जिन्हें शक्ति और ज्ञान की देवी माना जाता है। ‘विद्यमहे’ का अर्थ है “हम ध्यान करते हैं”।
  2. शमशान वाशिन्ये:
    यहाँ ‘शमशान’ का अर्थ है श्मशान या कब्रगाह, जो जीवन और मृत्यु के चक्र का प्रतीक है। ‘वाशिन्ये’ का अर्थ है “जो वहाँ निवास करती हैं”। यह दर्शाता है कि माँ काली मृत्य के पार भी शक्तिशाली हैं।
  3. धीमहि:
    इसका अर्थ है “हम ध्यान करते हैं” या “हमने संकल्प किया है”। यह मानसिक और आध्यात्मिक एकाग्रता को दर्शाता है।
  4. तन्नो देवी प्रचोदयात्:
    इसमें ‘तन्नो’ का अर्थ है “उनकी” और ‘देवी’ का अर्थ है “देवी”। ‘प्रचोदयात्’ का अर्थ है “हमारा मार्गदर्शन करें” या “हमें प्रेरित करें”।

संपूर्ण अर्थ:

इस मंत्र का संपूर्ण अर्थ है:
“हम माँ काली की आराधना करते हैं, जो श्मशान में निवास करती हैं। हम उनसे बुद्धि और मार्गदर्शन की प्रार्थना करते हैं ताकि वह हमें शक्ति और ऊर्जा प्रदान करें।”

मंत्र का महत्व:

काली गायत्री मंत्र साधक को आंतरिक शक्ति, साहस, और आत्मविश्वास प्रदान करता है। यह मंत्र नकारात्मक ऊर्जा को नष्ट करने और जीवन में सकारात्मकता लाने में सहायक है। साधक जब इस मंत्र का जाप करता है, तो वह माँ काली की अनंत शक्तियों का आह्वान करता है, जो उसे जीवन की चुनौतियों का सामना करने की क्षमता प्रदान करती हैं।

काली गायत्री मंत्र के लाभ

  1. जीवन में साहस और शक्ति की प्राप्ति।
  2. बुरी शक्तियों और नकारात्मक ऊर्जा से सुरक्षा।
  3. मानसिक शांति और स्थिरता।
  4. आर्थिक समृद्धि और समृद्धि।
  5. शत्रुओं का नाश।
  6. आत्मविश्वास में वृद्धि।
  7. ग्रह दोषों का निवारण।
  8. आध्यात्मिक प्रगति।
  9. सभी प्रकार की बाधाओं का नाश।
  10. आध्यात्मिक ज्ञान की प्राप्ति।
  11. ध्यान में एकाग्रता।
  12. रोगों का नाश।
  13. दुष्ट आत्माओं से सुरक्षा।
  14. जीवन में समृद्धि और उन्नति।
  15. परिवार में सुख-शांति।
  16. आत्मा की शुद्धि।
  17. मन की शांति और संतुलन।
  18. आध्यात्मिक ऊर्जा की जागरूकता।

पूजा सामग्री और मंत्र विधि

पूजा सामग्री:

  • घी का दीपक
  • लाल आसन
  • माता काली के फोटो या मूर्ति

मंत्र विधि:

  1. लाल आसन पर बैठें और घी का दीपक जलाएं।
  2. शक्ति मुद्रा बनाएं और ध्यान केंद्रित करें।
  3. 9 दिन तक लगातार 20 मिनट काली गायत्री मंत्र का जाप करें।
  4. 9वें दिन अन्न दान या भोजन वितरण करें।

Lakshmi pujan vidhi

मंत्र जाप का समय:

मंत्र जाप प्रातःकाल ब्रह्म मुहूर्त में या सूर्यास्त के बाद किया जा सकता है।

काली गायत्री मंत्र जप के नियम

  • उम्र: 20 वर्ष से अधिक।
  • लिंग: स्त्री और पुरुष दोनों कर सकते हैं।
  • वस्त्र: काले या नीले कपड़े न पहनें।
  • अनुशासन: धूम्रपान, मद्यपान, और मांसाहार से दूर रहें।
  • साधना का नियम: 9 दिनों तक निरंतर ब्रह्मचर्य का पालन करें।

know more about mahakali mantra vidhi

मंत्र जप के दौरान सावधानियां

  1. जाप करने से पहले स्नान करें और शुद्ध वस्त्र धारण करें।
  2. ध्यान करते समय कोई नकारात्मक विचार मन में न लाएं।
  3. साधना में पूर्ण एकाग्रता रखें।
  4. शक्ति मुद्रा का सही उपयोग करें।

spiritual store

काली गायत्री मंत्र महत्वपूर्ण प्रश्न और उत्तर

प्रश्न 1: काली गायत्री मंत्र क्या है?

उत्तर: यह एक शक्ति मंत्र है जो माँ काली की आराधना के लिए किया जाता है।

प्रश्न 2: मंत्र जप कितने दिनों तक करना चाहिए?

उत्तर: 9 दिन तक प्रतिदिन 20 मिनट।

प्रश्न 3: इस मंत्र का जाप कब करना चाहिए?

उत्तर: प्रातःकाल ब्रह्म मुहूर्त में या संध्या समय में।

प्रश्न 4: मंत्र जाप से क्या लाभ होते हैं?

उत्तर: साहस, शांति, समृद्धि, और आध्यात्मिक जागरूकता।

प्रश्न 5: क्या स्त्रियां भी इस मंत्र का जाप कर सकती हैं?

उत्तर: हां, स्त्री और पुरुष दोनों इस मंत्र का जाप कर सकते हैं।

प्रश्न 6: क्या जाप के दौरान विशेष वस्त्र पहनने चाहिए?

उत्तर: हां, नीले और काले कपड़े से बचें।

प्रश्न 7: क्या जाप के दौरान कोई व्रत रखना चाहिए?

उत्तर: हां, ब्रह्मचर्य का पालन करें और शुद्ध भोजन ग्रहण करें।

प्रश्न 8: जाप करने से पहले क्या करना चाहिए?

उत्तर: स्नान करें और शुद्ध वस्त्र पहनें।

प्रश्न 9: क्या इस मंत्र से ग्रह दोषों का निवारण हो सकता है?

उत्तर: हां, यह मंत्र ग्रह दोषों को शांत करने में सहायक है।

प्रश्न 10: मंत्र जाप के बाद क्या करना चाहिए?

उत्तर: 9वें दिन अन्न दान या भोजन दान करना चाहिए।

प्रश्न 11: क्या मंत्र जाप के दौरान ध्यान आवश्यक है?

उत्तर: हां, ध्यान की स्थिति में रहकर जाप करना अधिक प्रभावी होता है।

प्रश्न 12: इस मंत्र का उच्चारण कैसे करना चाहिए?

उत्तर: स्पष्ट और शुद्ध उच्चारण के साथ मंत्र का जाप करें।

BOOK (29-30 MARCH 2025) PRATYANGIRA SADHANA SHIVIR AT DIVYAYOGA ASHRAM (ONLINE/ OFFLINE)

Please enable JavaScript in your browser to complete this form.
Select Sdhana Shivir Option
spot_img
spot_img

Related Articles

65,000FansLike
500FollowersFollow
782,534SubscribersSubscribe
spot_img
spot_img

Latest Articles

spot_img
spot_img
Select your currency