Kurma jayanti- for strong protection

कूर्म जयंती को भगवान विष्णु के अवतार, कूर्म अवतार के रूप में मनाया जाता है। इस अवतार में भगवान विष्णु ने कच्छप (कछुआ) के रूप में अवतार लिया था।

मंत्र: “ॐ नमो भगवते वासुदेवाय कूर्म स्वरूपे नमो नमः” “OM NAMO BHAGAVATE VASUDEVAAY KOORMA SVARUPE NAMO NAMAHA”

कूर्म मंत्र लाभ:

  1. व्यापार में सफलता
  2. धन संपत्ति में वृद्धि
  3. स्वास्थ्य और लम्बी आयु
  4. भय से मुक्ति
  5. परिवार में शांति और समृद्धि
  6. आर्थिक समस्याओं का समाधान
  7. विद्या और बुद्धि की वृद्धि
  8. नकारात्मक ऊर्जा से मुक्ति
  9. कर्ज से मुक्ति
  10. दुर्भाग्य से रक्षा
  11. विवाहित जीवन में सुख और समृद्धि
  12. आत्मिक उन्नति

कूर्म मंत्र विधि:

  1. पूजा के लिए कुर्म अवतार की मूर्ति या चित्र को सजा कर रखें।
  2. कूर्म जयंती के दिन उषा काल में जागरण करें।
  3. स्नान करके विष्णु और कूर्म जी की पूजा करें।
  4. “ॐ नमो भगवते वासुदेवाय कूर्म स्वरूपे नमो नमः” मंत्र का जाप करें।
  5. भगवान विष्णु और कूर्म जी को पुष्प, धूप, दीप, नैवेद्य, और चादर चढ़ाएं।
  6. इस अवसर पर दान दें और ब्राह्मणों को भोजन कराएं।
  7. अवतार कथा की कथा सुनें और इसका अर्थ समझें।