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Mata Rajya Lakshmi Mantra For Wealth

माता राज्य लक्ष्मी, जिन्हें राज्यलक्ष्मी देवी या रानी राज्यलक्ष्मी के नाम से भी जाना जाता है, नेपाल की रानी थीं। माता राज्य लक्ष्मी का मंत्र उन लोगों के लिए बहुत फायदेमंद है जो अपने जीवन में धन, समृद्धि और सौभाग्य प्राप्त करना चाहते हैं। माता राज्य लक्ष्मी धन, वैभव, और समृद्धि की देवी मानी जाती हैं। उनकी पूजा करने से न केवल आर्थिक समृद्धि मिलती है बल्कि परिवार में सुख और शांति भी बनी रहती है।

राज्य लक्ष्मी का स्वरूप अत्यंत सुंदर और दिव्य होता है। उनके चार हाथ होते हैं जिनमें से दो हाथों में कमल के फूल, एक हाथ में अभय मुद्रा और दूसरे हाथ में वर मुद्रा होती है। वे कमल के आसन पर विराजमान होती हैं और उनका वाहन उल्लू होता है।

माता राज्य लक्ष्मी की पूजा के लाभ

  1. धन की प्राप्ति: माता राज्य लक्ष्मी की कृपा से घर में धन और वैभव की प्राप्ति होती है।
  2. सुख-समृद्धि: परिवार में सुख-समृद्धि बनी रहती है।
  3. शांति: मानसिक शांति और स्थिरता प्राप्त होती है।
  4. स्वास्थ्य: अच्छे स्वास्थ्य का वरदान मिलता है।
  5. सफलता: कार्यों में सफलता मिलती है।
  6. व्यवसाय में वृद्धि: व्यापार में वृद्धि होती है।
  7. करियर में उन्नति: नौकरी में प्रमोशन और तरक्की मिलती है।
  8. विवाह में सुख: दांपत्य जीवन में सुख-शांति बनी रहती है।
  9. संतान सुख: संतान का सुख प्राप्त होता है।
  10. ऋण मुक्ति: कर्ज से मुक्ति मिलती है।
  11. नकारात्मक ऊर्जा से सुरक्षा: नकारात्मक ऊर्जा और बुरी नजर से सुरक्षा होती है।
  12. ज्ञान की प्राप्ति: विद्यार्थियों को ज्ञान और बुद्धि का वरदान मिलता है।
  13. सम्मान: समाज में सम्मान प्राप्त होता है।
  14. कृषि में लाभ: कृषि कार्यों में लाभ होता है।
  15. आध्यात्मिक उन्नति: आध्यात्मिक उन्नति होती है।
  16. संतोष: जीवन में संतोष और तृप्ति का अनुभव होता है।
  17. यात्रा में सुरक्षा: यात्रा में सुरक्षा और सफलता मिलती है।
  18. संकट से मुक्ति: जीवन के संकटों से मुक्ति मिलती है।
  19. कला में उन्नति: कला और संगीत में उन्नति होती है।
  20. न्याय: न्याय में सफलता मिलती है।

माता राज्य लक्ष्मी का मंत्र

मंत्र:

|| ॐ ह्रीं श्रीं क्लीं राज्यलक्ष्मी नमः || 

पूजा विधि

  1. स्नान और स्वच्छ वस्त्र: सबसे पहले स्नान कर स्वच्छ वस्त्र पहनें।
  2. पूजा स्थल की सफाई: पूजा स्थल को साफ कर लें और वहां माता लक्ष्मी की प्रतिमा या चित्र स्थापित करें।
  3. दीप प्रज्वलन: दीपक जलाएं और अगरबत्ती का धूप करें।
  4. मंत्र जप: माता लक्ष्मी के मंत्र का 108 बार जप करें।
  5. फूल और जल अर्पण: माता को फूल और जल अर्पित करें।
  6. मिष्ठान्न अर्पण: माता को मिष्ठान्न (मिठाई) का भोग लगाएं।
  7. आरती: माता लक्ष्मी की आरती करें।
  8. प्रसाद वितरण: पूजा समाप्त होने के बाद प्रसाद का वितरण करें।

दिन और अवधि

माता लक्ष्मी की पूजा के लिए शुक्रवार का दिन सबसे उत्तम माना गया है। इसके अलावा दिवाली के दिन भी विशेष रूप से माता लक्ष्मी की पूजा की जाती है। पूजा की अवधि 15 से 30 मिनट के बीच होनी चाहिए।

सावधानियाँ

  1. शुद्धता का ध्यान: पूजा करते समय मन और शरीर की शुद्धता का विशेष ध्यान रखें।
  2. शोर-शराबे से दूर: पूजा स्थल को शांत और शोर-शराबे से दूर रखें।
  3. नशे से परहेज: पूजा से पहले और पूजा के दौरान किसी भी प्रकार के नशे का सेवन न करें।
  4. वस्त्रों की शुद्धता: साफ और शुद्ध वस्त्र पहनें।
  5. भक्तिभाव: सच्चे मन और भक्तिभाव से पूजा करें।

Kamakhya sadhana shivir

सामान्य प्रश्न

  1. माता लक्ष्मी कौन हैं?
    माता लक्ष्मी धन, समृद्धि, और वैभव की देवी हैं।
  2. माता लक्ष्मी की पूजा कब करें?
    शुक्रवार का दिन माता लक्ष्मी की पूजा के लिए सबसे उत्तम माना गया है।
  3. माता लक्ष्मी की पूजा से क्या लाभ होता है?
    माता लक्ष्मी की पूजा से धन, समृद्धि, शांति और स्वास्थ्य का वरदान मिलता है।
  4. माता लक्ष्मी का वाहन क्या है?
    माता लक्ष्मी का वाहन उल्लू है।
  5. माता लक्ष्मी के कितने रूप होते हैं?
    माता लक्ष्मी के आठ रूप होते हैं जिन्हें अष्टलक्ष्मी कहा जाता है।
  6. माता लक्ष्मी का मंत्र क्या है?
    माता लक्ष्मी का प्रमुख मंत्र है: “ॐ श्रीं ह्रीं श्रीं कमले कमलालये प्रसीद प्रसीद ॐ श्रीं ह्रीं श्रीं महालक्ष्मयै नमः।”
  7. माता लक्ष्मी की पूजा के दौरान क्या सावधानियाँ बरतनी चाहिए?
    पूजा के दौरान शुद्धता का ध्यान रखें और नशे से परहेज करें।
  8. क्या माता लक्ष्मी की पूजा से कर्ज से मुक्ति मिल सकती है?
    हाँ, माता लक्ष्मी की कृपा से कर्ज से मुक्ति मिल सकती है।
  9. माता लक्ष्मी की पूजा में कितनी अवधि होनी चाहिए?
    पूजा की अवधि 15 से 30 मिनट के बीच होनी चाहिए।
  10. माता लक्ष्मी की पूजा के लिए कौन सा दिन सबसे अच्छा होता है?
    शुक्रवार का दिन माता लक्ष्मी की पूजा के लिए सबसे अच्छा माना गया है।

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अभ्यास करने वाले की उम्र

माता राज्य लक्ष्मी की पूजा करने वाले की उम्र 20 वर्ष के ऊपर होनी चाहिए। इससे व्यक्ति पूजा की विधियों और सावधानियों को सही तरीके से समझ और पालन कर सकता है।

माता राज्य लक्ष्मी की पूजा करने से न केवल धन और समृद्धि मिलती है, बल्कि जीवन में सुख, शांति, और संतोष भी प्राप्त होता है। उनकी पूजा के दौरान सही विधि और सावधानियों का पालन करना आवश्यक है ताकि देवी की कृपा से जीवन में समृद्धि और उन्नति प्राप्त हो सके। माता लक्ष्मी की कृपा से जीवन में आने वाले सभी संकटों से मुक्ति मिलती है और जीवन में नई ऊर्जा और उत्साह का संचार होता है।

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