Mrigashirsha nakshatra nature

मृगशीर्ष नक्षत्र के जातक बहुत ही उत्साही, सहज और सौम्य होते हैं। इन्हें नए और रोमांचक कार्यों में रुचि होती है और वे जीवन को उत्साह और नवीनता से देखते हैं। ये लोग अपने साथी और परिवार के प्रति वफादारी और समर्पण दिखाते हैं।

मृगशीर्ष नक्षत्र का स्वामी ग्रह मंगल (Mars) होता है। इसलिए, इन जातकों को मंगल के गुण भी प्राप्त होते हैं, जैसे की उत्साह, साहस, और संघर्षशीलता।

मृगशीर्ष नक्षत्र के जातकों का लाभ है कि उन्हें नए कार्यों में सफलता मिलती है और वे अपने लक्ष्यों को हासिल करने में सक्षम होते हैं। इन्हें अच्छी बुद्धिमत्ता और नए विचारों की प्रेरणा मिलती है।

मृगशीर्ष नक्षत्र का मंत्र है “ॐ भौं भौमाय नमः” “OM BHAUM BHAUMAAY NAMAHA”। इस मंत्र का जाप करने से व्यक्ति को शांति, समृद्धि, और समस्त अशुभ ग्रहों से मुक्ति मिलती है।

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