शमशान काली मंत्र -भय, बाधा और अंधकार का नाश
शमशान काली मंत्र माता काली का उग्र मंत्र माना जाता है। यह देवी उन साधकों को भय, मृत्यु, और बुरी शक्तियों से सुरक्षा प्रदान करती हैं जो गहन साधना में लीन होते हैं। शमशान काली की पूजा खासतौर पर श्मशान घाट में की जाती है, जहां देवी का उग्र रूप प्रकट होता है। शमशान काली मंत्र साधक के भीतर की नकारात्मक ऊर्जाओं का नाश करता है और उसे मानसिक, शारीरिक और आध्यात्मिक रूप से सशक्त बनाता है।
शमशान काली मंत्र व उसका अर्थ
मंत्र:
ॐ क्रीं श्मशान कालिकायै नमः
अर्थ:
इस मंत्र में “ॐ” ब्रह्मांडीय शक्ति को दर्शाता है, “क्रीं” काली की बीज मंत्र है जो उग्र शक्ति और विनाश का प्रतिनिधित्व करता है। “श्मशान कालिकायै” देवी काली के श्मशान रूप को इंगित करता है, जो नकारात्मकता और भय का नाश करती हैं। “नमः” का अर्थ है समर्पण। इस मंत्र के द्वारा साधक देवी काली के उग्र रूप की शरण में आता है और उनसे सुरक्षा और शक्ति प्राप्त करता है।
शमशान काली मंत्र के लाभ
- मानसिक शांति और स्थिरता प्राप्त होती है।
- नकारात्मक ऊर्जाओं से सुरक्षा मिलती है।
- भय और अज्ञानता का नाश होता है।
- साधक के भीतर साहस और आत्मविश्वास बढ़ता है।
- आध्यात्मिक उन्नति होती है।
- तांत्रिक साधना में विशेष सफलता मिलती है।
- मृत्यु और जीवन के रहस्यों को समझने में मदद मिलती है।
- बाधाओं और समस्याओं का निवारण होता है।
- दुश्मनों से बचाव और सुरक्षा मिलती है।
- साधक की आत्मा और शरीर शुद्ध होते हैं।
- कर्मों के बंधनों से मुक्ति मिलती है।
- जीवन के हर क्षेत्र में सफलता प्राप्त होती है।
- आत्म-साक्षात्कार की दिशा में प्रगति होती है।
- शारीरिक और मानसिक बीमारियों का नाश होता है।
- देवी काली की कृपा से धन, यश और वैभव की प्राप्ति होती है।
शमशान काली मंत्र विधि
शमशान काली मंत्र की साधना खासतौर पर तांत्रिक साधना के लिए होती है, जो किसी विशेष दिन, मुहूर्त और विधि के अनुसार की जाती है। इस मंत्र को जपने के लिए एक शांत और पवित्र स्थान का चयन करना चाहिए।
मंत्र जप का दिन और अवधि
इस मंत्र जप को आमतौर पर अमावस्या की रात या शनिवार के दिन प्रारंभ करना शुभ माना जाता है। मंत्र जप की अवधि 11 से 21 दिन तक रखी जा सकती है। इस अवधि में साधक को नियम और संयम का पालन करना आवश्यक होता है।
मंत्र जप का मुहूर्त
रात का समय, विशेष रूप से मध्य रात्रि (12:00 AM से 3:00 AM), इस मंत्र साधना के लिए सर्वोत्तम माना जाता है। इस समय साधक को एकांत में बैठकर देवी काली का ध्यान करना चाहिए और शुद्ध मन से मंत्र का उच्चारण करना चाहिए।
शमशान काली मंत्र जप विधि
साधक को प्रतिदिन 11 माला (एक माला में 108 मंत्र होते हैं) का जप करना चाहिए। इस प्रकार, एक दिन में कुल 1188 मंत्रों का जप करना आवश्यक होता है। यह साधना साधक की मनोकामना और उद्देश्य के अनुसार 11, 15, या 21 दिन तक की जा सकती है। मंत्र जप के दौरान ध्यान शुद्ध और एकाग्र होना चाहिए।
शमशान काली मंत्र सामग्री
मंत्र जप के लिए निम्नलिखित सामग्री का उपयोग किया जा सकता है:
- लाल या काले कपड़े का आसन
- काले तिल या काले रंग की माला
- सरसों का तेल
- काले तिल या नींबू
- काजल से बना दीपक
- शुद्ध जल, फल, और मिठाई के रूप में भोग
शमशान काली मंत्र जप के नियम
मंत्र जप के समय निम्नलिखित नियमों का पालन करना आवश्यक है:
- साधक की आयु 20 वर्ष से अधिक होनी चाहिए।
- स्त्री और पुरुष दोनों इस साधना को कर सकते हैं।
- नीले या काले रंग के कपड़े पहनने से बचना चाहिए।
- धूम्रपान, मांसाहार, और मदिरा का सेवन न करें।
- साधना के दौरान ब्रह्मचर्य का पालन करें।
- जप से पहले शुद्ध स्नान करें और शुद्ध वस्त्र धारण करें।
मंत्र जप के दौरान सावधानियाँ
- मंत्र जप के दौरान मन को शुद्ध और शांत रखें।
- साधना के समय किसी भी प्रकार की नकारात्मक सोच से दूर रहें।
- किसी भी प्रकार का संदेह या डर मन में न रखें, देवी काली पर पूर्ण विश्वास रखें।
- मंत्र जप के दौरान बीच में कोई बाधा नहीं आनी चाहिए।
- साधना के दौरान एकांत और शांत स्थान का चयन करें, ताकि ध्यान भंग न हो।
- साधना के बीच किसी को साधना के बारे में जानकारी न दें।
Know more about dakshin kali mantra
श्मशान काली मंत्र: अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न (FAQ)
1. श्मशान काली कौन हैं?
श्मशान काली माँ काली का एक उग्र रूप हैं, जिन्हें विशेष रूप से तांत्रिक साधनाओं में पूजा जाता है। वे शक्ति और विनाश की देवी मानी जाती हैं और श्मशान में निवास करती हैं।
2. श्मशान काली का मंत्र क्या है?
श्मशान काली का प्रमुख मंत्र है:
“ॐ क्रीं क्रीं क्रीं श्मशान काली क्रीं क्रीं क्रीं स्वाहा।”
3. श्मशान काली का मंत्र जाप कैसे और कब करना चाहिए?
श्मशान काली का मंत्र जाप रात्रिकाल में या अर्धरात्रि (मध्यरात्रि) में श्मशान या एकांत स्थान पर करना चाहिए। मंत्र जाप के दौरान मन को एकाग्र रखें और पूर्ण श्रद्धा के साथ जाप करें।
4. श्मशान काली की पूजा कैसे की जाती है?
श्मशान काली की पूजा के लिए श्मशान या एकांत स्थान पर देवी की प्रतिमा या चित्र स्थापित करें। उन्हें लाल पुष्प, धूप, दीप, शराब, और मांस अर्पित करें। यह तांत्रिक विधि होती है, इसलिए इसे गुरु के निर्देशन में ही करना चाहिए।
5. श्मशान काली का मंत्र जाप करने से क्या लाभ होते हैं?
श्मशान काली का मंत्र जाप करने से व्यक्ति को अद्भुत शक्ति, आत्मविश्वास, और भय से मुक्ति मिलती है। यह मंत्र जाप तांत्रिक शक्तियों की प्राप्ति के लिए किया जाता है।
6. श्मशान काली का मंत्र जाप करने से कितने दिनों में फल मिलता है?
मंत्र जाप का फल व्यक्ति की श्रद्धा, समर्पण, और निरंतरता पर निर्भर करता है। नियमित और विधिवत जाप करने से शीघ्र ही शुभ परिणाम मिलते हैं।
7. क्या श्मशान काली का मंत्र जाप किसी विशेष संख्या में करना चाहिए?
मंत्र जाप की संख्या व्यक्ति की श्रद्धा और समय पर निर्भर करती है, लेकिन कम से कम ५४० बार जाप करना विशेष रूप से फलदायी माना जाता है।
8. श्मशान काली का व्रत कैसे रखा जाता है?
श्मशान काली का व्रत श्रद्धा और नियम के साथ रखा जाता है। व्रतधारी दिनभर उपवास रखते हैं और रात्रि के समय देवी की पूजा करते हैं।
9. क्या श्मशान काली का मंत्र केवल तांत्रिक साधकों द्वारा ही जाप किया जा सकता है?
श्मशान काली का मंत्र तांत्रिक साधनाओं में विशेष रूप से प्रयोग होता है, इसलिए इसे गुरु के मार्गदर्शन में ही करना चाहिए।
10. क्या श्मशान काली का मंत्र जाप करने से भूत-प्रेत और नकारात्मक शक्तियों से मुक्ति मिलती है?
हां, श्मशान काली का मंत्र जाप करने से भूत-प्रेत और नकारात्मक शक्तियों से मुक्ति मिलती है और व्यक्ति सुरक्षित रहता है।
11. क्या श्मशान काली का मंत्र जाप करने से आर्थिक समस्याओं का समाधान होता है?
श्मशान काली का मंत्र जाप मुख्यतः तांत्रिक शक्तियों और आत्मबल की प्राप्ति के लिए किया जाता है। आर्थिक समस्याओं के समाधान के लिए अन्य देवी-देवताओं की पूजा उचित मानी जाती है।
12. श्मशान काली की पूजा के लिए कौन सा दिन विशेष है?
श्मशान काली की पूजा के लिए अमावस्या, काली चौदस, और अन्य विशेष तांत्रिक रात्रियाँ विशेष मानी जाती हैं।
13. क्या श्मशान काली का मंत्र जाप करने से मानसिक तनाव कम होता है?
श्मशान काली का मंत्र जाप करने से व्यक्ति को अद्भुत आत्मबल और मानसिक शांति प्राप्त होती है, जिससे मानसिक तनाव कम होता है।
14. क्या श्मशान काली का मंत्र जाप करने से संतान प्राप्ति में आ रही बाधाओं का निवारण होता है?
श्मशान काली का मंत्र जाप मुख्यतः तांत्रिक उद्देश्यों के लिए किया जाता है। संतान प्राप्ति के लिए अन्य देवी-देवताओं की पूजा उचित मानी जाती है।
15. क्या श्मशान काली का मंत्र जाप करते समय किसी विशेष सामग्री की आवश्यकता होती है?
श्मशान काली का मंत्र जाप करते समय लाल पुष्प, धूप, दीप, शराब, और मांस का उपयोग किया जाता है। यह तांत्रिक विधि है, इसलिए इसे गुरु के निर्देशन में ही करना चाहिए।
16. श्मशान काली का मंत्र जाप करने से क्या स्वास्थ्य लाभ होते हैं?
श्मशान काली का मंत्र जाप करने से व्यक्ति को मानसिक शांति, आत्मबल, और भय से मुक्ति प्राप्त होती है, जो स्वास्थ्य के लिए लाभकारी होता है।
17. श्मशान काली का व्रत कितने समय तक रखना चाहिए?
श्मशान काली का व्रत नवरात्रि के नौ दिनों तक या अपनी श्रद्धा और इच्छा के अनुसार रखा जा सकता है।
18. क्या श्मशान काली का मंत्र जाप करने से नकारात्मक ऊर्जा से मुक्ति मिलती है?
हां, श्मशान काली का मंत्र जाप करने से नकारात्मक ऊर्जा और बुरी आत्माओं से मुक्ति मिलती है।
19. क्या श्मशान काली का मंत्र जाप करने से मनोकामनाएं पूर्ण होती हैं?
श्मशान काली का मंत्र जाप करने से तांत्रिक साधनाओं में सफलता प्राप्त होती है और तांत्रिक मनोकामनाएं पूर्ण होती हैं।
20. श्मशान काली का मंत्र जाप कैसे प्रारंभ करें?
मंत्र जाप प्रारंभ करने से पहले एक स्वच्छ और शांत स्थान पर बैठें, मन को शांत करें, और श्मशान काली के चित्र या प्रतिमा के सामने दीप जलाकर मंत्र जाप प्रारंभ करें। ध्यान दें कि यह तांत्रिक विधि है और गुरु के निर्देशन में ही करना चाहिए।
आप श्मशान काली मंत्र का जाप रोजाना सुबह या शाम के समय कर सकते हैं। सबसे अच्छा समय है सूर्यास्त के समय। आप निर्धारित समय पर नियमित रूप से मंत्र का जाप करे। यह आपके जीवन में सकारात्मक परिवर्तन लायेगा और आपको काली माँ की कृपा प्राप्त होगी।