सभी देवी-देवताओं की कृपा दिलाने वाले उत्तर्मुखी हनुमानजी जिन्हे हिंदू धर्म में, विभिन्न रूपों में पूजा जाता है, जिनमें से एक है उत्तरमुखी हनुमान, इनका मुख उत्तर दिशा की ओर होता है, जिसे देवताओं की दिशा माना जाता है। हनुमान जी का उत्तरमुखी स्वरूप विशेष रूप से शुभ कार्यों, विवाह, संतान की रक्षा और कई अन्य जीवन की समस्याओं का समाधान करने के लिए पूजित होता है।
स्वरूप
उत्तरमुखी हनुमान का स्वरूप अत्यंत शुभ और मंगलकारी माना जाता है। इस स्वरूप में हनुमान जी का मुख उत्तर दिशा की ओर होता है, जो शुभता, समृद्धि और सभी प्रकार की सुरक्षा का प्रतीक है। उत्तरमुखी हनुमान जी का पूजन विशेष रूप से उन लोगों द्वारा किया जाता है जो अपने जीवन में सुख, शांति और समृद्धि की कामना करते हैं।
उत्तरमुखी हनुमान मंत्र
॥ॐ हं उत्तरमुखे हनुमंते फ्रौं नमः॥
इस मंत्र का अर्थ है – “हे उत्तर दिशा की ओर मुख वाले हनुमान, आपको नमस्कार है।” इस मंत्र का उच्चारण करने से व्यक्ति को समृद्धि, सुरक्षा और शांति प्राप्त होती है।
लाभ
- शुभ कार्य: यह मंत्र सभी शुभ कार्यों में सफलता दिलाता है।
- शादी व्याह में सफलता: विवाह और अन्य मांगलिक कार्यों में सफलता मिलती है।
- संतान रक्षा: संतान की रक्षा होती है और वे सुरक्षित रहते हैं।
- सुरक्षा: मानसिक और शारीरिक सुरक्षा प्रदान करता है।
- भय मुक्ति: सभी प्रकार के भय से मुक्ति मिलती है।
- तामसिक शक्तियों से रक्षा: तामसिक शक्तियों और बुरी आत्माओं से रक्षा होती है।
- मंगलकार्य: सभी शुभ कार्यों में सफलता मिलती है।
- भूत-प्रेत बाधा: भूत-प्रेत बाधाओं से मुक्ति मिलती है।
- शत्रु बाधा: शत्रुओं से रक्षा होती है और विजय प्राप्त होती है।
- रोग मुक्ति: सभी प्रकार के रोगों से मुक्ति मिलती है।
- मंगल दोष निवारण: मंगल दोषों का निवारण होता है।
- विजयी स्वभाव: स्वभाव में विजय का भाव आता है।
- व्यापार का बंधन: व्यापार में आने वाली बाधाओं का निवारण होता है।
- कार्य सिद्धि: सभी कार्यों में सफलता मिलती है।
- जमीन संबंधित विवाद: जमीन से जुड़े विवादों का समाधान होता है।
- ऊपरी बाधा: ऊपरी बाधाओं से मुक्ति मिलती है।
- क्लेश मुक्ति: घरेलू क्लेशों से मुक्ति मिलती है।
- ग्रहस्थ सुख: गृहस्थ जीवन में सुख और शांति मिलती है।
- परिवार में सुख शांति: परिवार में सुख और शांति बनी रहती है।
- आध्यात्मिक विकास: साधक का आध्यात्मिक विकास होता है।
पूजन सामग्री
- उत्तरमुखी हनुमान की प्रतिमा या चित्र
- सफेद वस्त्र
- सफेद फूल
- चंदन
- धूप
- दीपक
- नारियल
- पंचामृत
- मिठाई
- रोली
- अक्षत (चावल)
दिन, और समय अवधि
- मुहूर्त: उत्तरमुखी हनुमान मंत्र का उच्चारण करने के लिए बुधवार और रविवार का दिन शुभ माना जाता है। सूर्योदय और सूर्यास्त का समय विशेष रूप से उपयुक्त होता है।
- दिन: सप्ताह के किसी भी दिन इस मंत्र का जाप किया जा सकता है, परंतु बुधवार और रविवार विशेष रूप से शुभ माने जाते हैं।
- समय अवधि: मंत्र जाप की अवधि कम से कम 21 दिन होनी चाहिए। रोजाना 108 बार इस मंत्र का जाप करना उत्तम है।
सावधानियाँ
- शुद्धता: मंत्र जाप करते समय शुद्धता का विशेष ध्यान रखें। साफ वस्त्र पहनें और स्वच्छ स्थान पर बैठें।
- आस्था: पूरी आस्था और विश्वास के साथ मंत्र का जाप करें।
- नियमितता: मंत्र जाप में नियमितता बनाए रखें। बिना किसी विराम के 21 दिनों तक मंत्र का जाप करें।
- सात्विक आहार: सात्विक और शुद्ध आहार का सेवन करें। तामसिक पदार्थों से बचें।
- मन की शांति: जाप करते समय मन को शांत रखें और एकाग्रता बनाए रखें।
उत्तरमुखी हनुमान मंत्र – सामान्य प्रश्न
- क्या उत्तरमुखी हनुमान मंत्र का जाप सभी कर सकते हैं?
हाँ, इस मंत्र का जाप सभी कर सकते हैं। यह मंत्र सभी के लिए लाभकारी है। - क्या इस मंत्र का जाप केवल मंगलवार और रविवार को ही किया जा सकता है?
नहीं, आप इस मंत्र का जाप किसी भी दिन कर सकते हैं, परंतु मंगलवार और रविवार विशेष रूप से शुभ माने जाते हैं। - क्या इस मंत्र का जाप करने से धन की वृद्धि होती है?
हाँ, इस मंत्र का जाप करने से धन में वृद्धि होती है और धन की सुरक्षा होती है। - क्या उत्तरमुखी हनुमान मंत्र का जाप करने से मानसिक शांति मिलती है?
हाँ, यह मंत्र मानसिक शांति प्रदान करता है। - क्या उत्तरमुखी हनुमान मंत्र का जाप करने से आध्यात्मिक उन्नति होती है?
हाँ, यह मंत्र आध्यात्मिक उन्नति में सहायक है। - क्या इस मंत्र का जाप करने से मंगल दोष का निवारण होता है?
हाँ, यह मंत्र मंगल दोषों का निवारण करता है। - क्या इस मंत्र का जाप करने से शत्रुओं से रक्षा होती है?
हाँ, यह मंत्र शत्रुओं से रक्षा करता है और विजय प्रदान करता है। - क्या उत्तरमुखी हनुमान मंत्र का जाप करने से व्यापार में सफलता मिलती है?
हाँ, यह मंत्र व्यापार में सफलता दिलाता है। - क्या इस मंत्र का जाप करने से कोर्ट कचहरी के मामलों में विजय मिलती है?
हाँ, यह मंत्र कोर्ट कचहरी के मामलों में विजय दिलाता है। - क्या इस मंत्र का जाप करने से गृहस्थ जीवन में सुख मिलता है?
हाँ, यह मंत्र गृहस्थ जीवन में सुख और शांति प्रदान करता है। - क्या इस मंत्र का जाप करने से रोगों से मुक्ति मिलती है?हाँ, यह मंत्र रोगों से मुक्ति दिलाता है।