भूतनाथ भैरव / Bhoothnath Bhairav Mantra For Protection
बुरी आत्माओं को नष्ट करने वाले भूतनाथ भैरव को बटुक भैरव का अंश कहा जाता है। हिन्दू धर्म में, भैरव भगवान शिव का एक उग्र रूप हैं, जो अपने भक्तों की रक्षा करते हैं और उन्हें भय से मुक्ति दिलाते हैं। भूतनाथ भैरव को भूतों का नाथ माना जाता है, जिसका अर्थ है “आत्माओं का स्वामी“
भूतनाथ भैरव मंत्र:
- || ॐ भ्रं भूतनाथाय नमः ||
- शनिवार, अष्टमी, ग्रहण, अमावस्या, भैरव जयंती, शिवरात्रि.
भूतनाथ भैरव मंत्र का लाभ:
- उच्चारण और जप शीघ्र और स्थिर समाधान
- भूत-प्रेत, भूत-पिशाच और नकारात्मक ऊर्जा
- भूतनाथ भैरव की कृपा, सुरक्षा और मार्गदर्शन
- नकारात्मक स्थितियों से मुक्ति दिला सकता है और उसे पूर्वजन्म के कर्मों के प्रभाव से छुटकारा
- आत्मा को शुद्धि, शांति और संतुलन
भूतनाथ भैरव मंत्र का जाप रात है, खासकर मध्यरात्रि के आसपास।
- अमावस्या और पूर्णिमा को भी मंत्र जाप के लिए शुभ माना जाता है।
- आप शनिवार को भी मंत्र जाप कर सकते हैं, जो भगवान शिव का दिन है।
- भूतनाथ भैरव मंदिर में जाकर मंत्र जाप करना भी लाभकारी माना जाता है।