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Chamunda Yogini Mantra for strong protection

चामुंडा योगिनी मंत्र – देवी चामुंडा की कृपा प्राप्ति का विशेष उपाय

चामुंडा योगिनी मंत्र एक अत्यंत शक्तिशाली तांत्रिक मंत्र है जो देवी चामुंडा को समर्पित है। देवी चामुंडा शक्ति और विनाश की देवी मानी जाती हैं, जो शत्रु नाश और साधक की रक्षा करती हैं। यह मंत्र विशेष रूप से उन साधकों के लिए है जो किसी कठिन परिस्थिति या शत्रुओं से मुक्त होना चाहते हैं। चामुंडा योगिनी मंत्र का जाप साधक को मानसिक और आध्यात्मिक शक्ति प्रदान करता है।

मंत्र

ॐ ह्रीं क्रीं चामुंडा योगिनेश्वरी नमः

अर्थ:
“ॐ” ब्रह्मांड की दिव्य शक्ति का प्रतीक है। “ह्रीं” देवी की शक्ति का बीज मंत्र है जो आंतरिक शुद्धि और सिद्धि प्रदान करता है। “क्रीं” तांत्रिक शक्ति और ऊर्जा को जागृत करता है। “चामुंडा योगिनेश्वरी” से तात्पर्य चामुंडा देवी के योगिनी रूप का आह्वान है, और “नमः” का अर्थ है समर्पण और श्रद्धा।

चामुंडा योगिनी मंत्र के लाभ

  1. शत्रु नाश और रक्षा
  2. मानसिक शक्ति और आत्मविश्वास में वृद्धि
  3. आध्यात्मिक उन्नति
  4. जीवन में विजय और सफलता
  5. पारिवारिक कलह से मुक्ति
  6. व्यापार और कार्यों में उन्नति
  7. धन और संपत्ति की वृद्धि
  8. रोगों से मुक्ति और स्वास्थ्य में सुधार
  9. भय और चिंता से मुक्ति
  10. शारीरिक और मानसिक संतुलन प्राप्ति
  11. आध्यात्मिक जागृति और दिव्य शक्ति की प्राप्ति
  12. कानूनी मामलों में सफलता
  13. सामाजिक प्रतिष्ठा और मान-सम्मान
  14. यात्रा में सुरक्षा और शुभफल
  15. नकारात्मक ऊर्जा और बुरी दृष्टि से रक्षा
  16. कार्य सिद्धि और इच्छाओं की पूर्ति
  17. जीवन में शांति, संतुलन और दीर्घायु प्राप्ति

मंत्र विधि

जप का दिन:

चामुंडा योगिनी मंत्र का जाप मंगलवार, शुक्रवार, या रविवार को प्रारंभ करना शुभ माना जाता है।

अवधि:

साधक को इस मंत्र का जाप 11 से 21 दिनों तक प्रतिदिन करना चाहिए।

मुहूर्त:

ब्रह्म मुहूर्त (सुबह 4 से 6 बजे तक) और प्रदोष काल (शाम 6 से 8 बजे तक) इस मंत्र के जाप के लिए सर्वोत्तम समय माने जाते हैं।

मंत्र जप की सामग्री

देवी चामुंडा की प्रतिमा या चित्र

  1. लाल वस्त्र और कुमकुम
  2. दीपक और धूप (सरसों या तिल के तेल का दीपक)
  3. लाल चंदन और चावल
  4. नारियल
  5. फूल (विशेष रूप से लाल गुलाब या चमेली)
  6. अगरबत्ती

मंत्र जप संख्या

प्रत्येक दिन 11 माला (1188 बार) मंत्र का जाप करना अनिवार्य है। जाप के समय एकाग्रता बनाए रखें और माला का उपयोग करके मंत्र की गिनती करें।

मंत्र जप के नियम

  1. साधक की आयु 20 वर्ष से अधिक होनी चाहिए।
  2. स्त्री और पुरुष दोनों इस मंत्र का जाप कर सकते हैं।
  3. जाप के दौरान नीले और काले रंग के वस्त्र धारण न करें।
  4. धूम्रपान, शराब, और मांसाहार का सेवन न करें।
  5. ब्रह्मचर्य का पालन करें।
  6. जाप के समय मन को शांत और स्थिर रखें।
  7. किसी भी नकारात्मक विचार से दूर रहें और पूर्ण श्रद्धा से मंत्र का जाप करें।

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जप के दौरान सावधानियां

  1. जाप के लिए स्वच्छ और शांत स्थान का चयन करें।
  2. जाप के समय ध्यान केंद्रित रखें और बाहरी विकर्षणों से बचें।
  3. मंत्र जप से पहले स्नान करके शरीर की शुद्धि करें।
  4. मंत्र के उच्चारण में स्पष्टता और ध्यान रखें।
  5. मानसिक और शारीरिक रूप से शुद्ध रहें।

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चामुंडा योगिनी मंत्र पृश्न-उत्तर

पृश्न 1: चामुंडा योगिनी कौन हैं?

उत्तर:
चामुंडा योगिनी देवी दुर्गा का एक उग्र रूप हैं, जो शत्रुनाश और साधक की रक्षा के लिए पूजी जाती हैं। यह रूप योगिनी रूप में शक्ति और विनाश का प्रतीक है।

पृश्न 2: चामुंडा योगिनी मंत्र का जाप कौन कर सकता है?

उत्तर:
20 वर्ष से अधिक आयु का कोई भी व्यक्ति, चाहे वह स्त्री हो या पुरुष, इस मंत्र का जाप कर सकता है, लेकिन उन्हें ब्रह्मचर्य का पालन और मांसाहार से परहेज करना चाहिए।

पृश्न 3: इस मंत्र का जाप कितने दिनों तक करना चाहिए?

उत्तर:
चामुंडा योगिनी मंत्र का जाप कम से कम 11 दिनों और अधिकतम 21 दिनों तक करना चाहिए।

पृश्न 4: मंत्र जप का उपयुक्त समय क्या है?

उत्तर:
ब्रह्म मुहूर्त (सुबह 4 से 6 बजे तक) और प्रदोष काल (शाम 6 से 8 बजे तक) इस मंत्र के जाप के लिए सर्वोत्तम समय माने जाते हैं।

पृश्न 5: मंत्र जप के दौरान किन वस्त्रों से बचना चाहिए?

उत्तर:
जाप के समय नीले और काले रंग के वस्त्र नहीं पहनने चाहिए। साधक को लाल या सफेद वस्त्र धारण करना चाहिए।

पृश्न 6: मंत्र जप के लिए क्या सामग्री आवश्यक है?

उत्तर:
मंत्र जप के लिए देवी चामुंडा की प्रतिमा या चित्र, लाल वस्त्र, दीपक, धूप, कुमकुम, चावल, और फूल जैसी सामग्री का उपयोग किया जाता है।

पृश्न 7: मंत्र जप में कितनी माला करनी चाहिए?

उत्तर:
प्रत्येक दिन 11 माला का जाप करना अनिवार्य है, जिसमें 1188 बार मंत्र का उच्चारण किया जाता है।

पृश्न 8: मंत्र जप के दौरान कौन से नियमों का पालन करना चाहिए?

उत्तर:
जाप के दौरान मांसाहार, धूम्रपान, और शराब से परहेज करना चाहिए। साथ ही ब्रह्मचर्य का पालन करें और मानसिक शुद्धता बनाए रखें।

पृश्न 9: इस मंत्र के जाप से क्या लाभ होते हैं?

उत्तर:
इस मंत्र के जाप से शत्रु नाश, मानसिक शांति, आत्मविश्वास में वृद्धि, आध्यात्मिक उन्नति, और जीवन में सफलता प्राप्त होती है।

पृश्न 10: क्या चामुंडा योगिनी मंत्र का जाप किसी भी दिन किया जा सकता है?

उत्तर:
चामुंडा योगिनी मंत्र का जाप विशेष रूप से मंगलवार, शुक्रवार, और रविवार को प्रारंभ करना शुभ माना जाता है।

पृश्न 11: मंत्र जप के लिए कौन सा स्थान उपयुक्त है?

उत्तर:
मंत्र जप के लिए शांत, स्वच्छ और एकांत स्थान सबसे उपयुक्त होते हैं। मंदिर या घर का पूजा स्थल भी उपयुक्त है।

पृश्न 12: क्या इस मंत्र का जाप जीवन में आर्थिक उन्नति ला सकता है?

उत्तर:
हां, चामुंडा योगिनी मंत्र का जाप करने से जीवन में धन और समृद्धि की प्राप्ति होती है, साथ ही आर्थिक स्थिरता भी आती है।

BOOK (29-30 MARCH 2025) PRATYANGIRA SADHANA SHIVIR AT DIVYAYOGA ASHRAM (ONLINE/ OFFLINE)

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