Vishakha nakshatra nature & rashi

विशाखा नक्षत्र: स्वभाव, नक्षत्र स्वामी, राशि, लाभ एवं मंत्र

विशाखा नक्षत्र ज्योतिष में महत्वपूर्ण नक्षत्र माना जाता है। इसका स्वामी बृहस्पति ग्रह है। यह नक्षत्र तुला राशि के अंतिम दो चरणों और वृश्चिक राशि के प्रथम दो चरणों में फैला हुआ है।

विशाखा नक्षत्र में जन्मे जातक स्वभाव से ज्ञानवान, बुद्धिमान, और दयालु होते हैं। इनमें नेतृत्व की क्षमता होती है और ये लोग समाज में मान-सम्मान प्राप्त करते हैं।

विशाखा नक्षत्र के अन्य गुण:

  • विश्वासः इनको किसी पर आंख मूंदकर विश्वास नही करना चाहिये।
  • प्रेमी: ये परिवार के प्रति समर्पित रहते हैं।
  • धैर्यवान: ये लोग धैर्यवान होते हैं और कठिन परिस्थितियों का सामना धैर्य से करते हैं।
  • न्यायप्रिय: ये लोग न्यायप्रिय होते हैं और सबके साथ समान व्यवहार करते हैं।
  • सफल: ये लोग जीवन में सफल होते हैं और अपने लक्ष्यों को प्राप्त करते हैं।
  • उदार: ये लोग उदार होते हैं और दूसरों की मदद करने में हमेशा आगे रहते हैं।

विशाखा नक्षत्र स्वामी:

जैसा कि पहले बताया गया है, विशाखा नक्षत्र का स्वामी बृहस्पति ग्रह है। बृहस्पति ग्रह को ज्ञान, शिक्षा, और समृद्धि का ग्रह माना जाता है। कुंडली मे गुरु (ब्रहस्पति) कमजोर हो तो पूजा पाठ, ध्यान मे मन नही लगता।

विशाखा नक्षत्र राशि:

यह नक्षत्र तुला राशि के अंतिम दो चरणों और वृश्चिक राशि के प्रथम दो चरणों में फैला हुआ है। तुला राशि वायु तत्व राशि है और वृश्चिक राशि जल तत्व राशि है।

विशाखा नक्षत्र लाभ:

  • सुख-समृद्धि: इनके जीवन में सुख-समृद्धि बनी रहती है।
  • धन-संपत्ति: इनको धन-संपत्ति की प्राप्ति होती है।
  • यश: ये लोग जीवन में यश प्राप्त करते हैं।
  • मान-सम्मान: इन्हें समाज में मान-सम्मान प्राप्त होता है।
  • पारिवारिक सुख: इनके पारिवारिक जीवन में सुख-शांति बनी रहती है।

विशाखा नक्षत्र मंत्र:

  • बृहस्पति मंत्र: “ॐ ब्रं गुरुवे नमः” “OM BRAMM GURUVE NAMAHA”

विशाखा नक्षत्र में जन्मे जातक भाग्यशाली होते हैं और इनके जीवन में सुख-समृद्धि बनी रहती है। यदि आप भी इस नक्षत्र में जन्मे हैं तो बृहस्पति ग्रह की आराधना अवश्य करें।

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